अलीगढ मीडिया डॉट कॉम,अलीगढ: उ0प्र0 राज्य महिला आयोग की मा0 सदस्या श्रीमती मीना कुमारी ने कलैक्ट्रेट स्थित पुराने सभागार में निर्धारित कार्यक्रम के तहत महिला उत्पीड़न सम्बन्धी शिकायतों की सुनवाई की। उत्पीडन से त्रस्त महिलाओं ने मा0 सदस्य महिला आयोग को लिखित रूप में आवेदन पत्र देकर अपनी समस्या बताई, जिसको सुनकर आयोग की मा0 सदस्य मीना कुमारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को लिखित एवं दूरभाष पर बात कर उत्पीडन से त्रस्त महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
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मा0 सदस्या आयोग मीना कुमारी ने ‘महिलाओं के उत्पीड़न का होगा अन्त, महिला आयोग है उनके संग’ के नारे के साथ बताया कि महिला आयोग द्वारा प्रत्येक जनपद में माह के प्रथम बुधवार को आयोग के सदस्यों द्वारा जनपद मुख्यालय पहॅुचकर महिला जनसुनवाई का आयोजन किया जाता है, जिसमें महिलाओं के विरूद्ध किसी भी प्रकार की घरेलू हिंसा, उत्पीड़न सम्बन्धी समस्याओं पर पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा समुचित कार्यवाही कराते हुए उनको न्याय एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये कौशल विकास मिशन योजना में पंजीकरण कराकर उनको, उनकी रूचि के अनुसार विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षित कर स्वावलम्बी भी बनाया जाता है।
बुधवार को कलैक्ट्रेट सभागार में उपस्थित मा0 सदस्य महिला आयोग द्वारा घरेलू हिंसा, दहेज, मारपीट, उत्पीड़न यथा- पति द्वारा खर्चा न दिये जाने, शराब पीकर घर आने, किसी अन्य महिला से सम्बन्ध स्थापित होने आदि मामलों से सम्बन्धित 10 शिकायतों को प्राप्त किया गया, जिनका संज्ञान लेते हुए मा0 सदस्या श्रीमती मीना कुमारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को मौके पर ही दूरभाष पर एवं प्रार्थना पत्र पर लिखित आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए त्वरित गुणवत्तापरक निस्तारण करने के निर्देश दिये।
सदस्य मा0 महिला आयोग ने सुनवाई के उपरान्त मुख्य चिकित्साधिकारी से जनपद में विभिन्न न्यायालय में भ्रूण लिंग परीक्षण से जुड़े मामलों की जानकारी उपलब्ध कराये जाने के साथ ही जनपद में लड़का और लड़की का जन्म रेशियो के आंकड़े सहित संचालित अल्ट्रासाउण्ड केन्द्रों की लिखित जानकारी भी उपलब्ध कराने निर्देश दिये। उन्होंने बलात्कार के मामले में सख्त कानून बनाये जाने की बात कहते हुए यह भी संदेश दिया कि परिवार में मातृ एवं देवीय शक्ति का सम्मान करने नसीहत शुरूआत से अपने बच्चों को दी जाए तो दिल्ली या हैदराबाद जैसी दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं घटित नहीं होंगी। इस अवसर पर सम्बन्धित अधिकारीगण एवं जनसुनवाई में आई महिलाएं उपस्थित रहीं।