अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर शकील समदानी ने कहा है कि कोरोना माहामारी के इस दौर में आन लाइन शिक्षा का महत्व बहुत बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि संकट के इस दौर में सरकार, विश्वविद्यायलय, महाविद्यालय, विद्यालय, उच्च संस्थान आदि सभी अपनी ओर से छात्रों को आन लाइन माध्यम से शिक्षा प्रदान करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
प्रोफेसर समदानी ने यह बात आर्य महिला डिग्री कालिज शाहजहाॅपुर, द्वारा “इम्पेक्ट आॅफ आनलाइन एजूकेशन एमंग स्टूडेन्टस“ विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ई-कांफ्रेंस के दौरान कही।
विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं हो रद्द, कालेज और स्कूलों की फीस हो माफ़
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब कि सम्पूर्ण विश्व इस महामारी के संकट से गुजर रहा है तो सामाजिक दूरी का पालन करने के लिए शिक्षा प्राप्त करने का इसके अलावा कोई विकल्प नहीं है। सभी चीजों की तरह इसके भी सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों ही प्रभाव हैं। शारीरिक सुविधा, समय की बचत, पर्यावरण की सुरक्षा, आर्थिक बचत आदि ऐसे अनेक फायदे हैं तो दूसरी ओर कुछ कमियां भी हैं जैसे छात्रों की सम्पूर्ण व्यक्तित्व विकास मात्र कक्षा में ही सम्भव है। प्रोफेसर समदानी ने कहा कि आनलाइन शिक्षा केवल छात्रों पर ही नहीं वरन् अभिभावकों पर भी बहुत गहरा प्रभाव डाल रही है परन्तु इस समय देश का ऐसा वातावरण नहीं है कि पूर्ण रूप से आॅन-लाइन शिक्षा पर निर्भर हुआ जा सके।