अलीगढ मीडिया डॉट कॉम,अलीगढ:एएमयू के विभिन्न विभागों में संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कृषि संकाय के प्लांट प्रोटेक्शन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सहकुलपति प्रो. अख्तर हसीब ने संविधान की प्रस्तावना को उपस्थितजनों के सामने पढ़कर सुनाया और संवैधानिक दायित्वों के निर्वाहन की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान एक उत्कृष्ट दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को अपने अधिकारों के साथ अपने दायित्वों का भी अहसास होना चाहिये। इस अवसर पर मौजूद शिक्षकों, शोधार्थियों, छात्रों और कर्मचारियों को शपथ भी दिलाई गई। कार्यक्रम के समन्वयक डा. आरयू खान थे।
विधि संकाय में संविधान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों का उद्घाटन करते हुए विधि संकाय के डीन प्रो. शकील समदानी ने कहा कि संविधान किसी भी देश का सबसे महत्वपूर्ण एवं पवित्र दस्तावेज होता है। यदि भारतीय संविधान का अध्ययन किया जाए तो यह बात साबित हो जाती है कि संविधान दुनिया के पांच बतहरीन सविधानों में से एक है। भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर दृष्टि डलने पर यह बात उजागर हो जाती है कि भारत एक आजाद, धर्मनिर्पेक्ष एवं प्रजातांत्रिक देश है। जहां सभी को हरप्रकार के मौलिक अधिकार प्राप्त हैं और जहां संविधान का उपदेश् सभी को न्याय, आजादी, बराबरी और सभी समुदायों के बीच साजंस्य स्थापित करना है।
इस अवसर पर विभाग के अध्यक्ष प्रो. जावेद तालिब ने उपस्थित शिक्षकों, छात्रों और नान टीचिंग स्टाफ को प्रस्तावना पढ़ कर सुनाया। जिसे उपस्थित लोगों ने दोहराया। धन्यवाद प्रस्ताव प्रो. इंचार्ज प्रो. बदर अहमद ने पेश किया।
कामर्स विभाग में विभागाध्यक्ष प्रो. नवाब अली खान ने उपस्थितजनों को संविधान की शपथ ग्रहण कराई। इस अवसर पर एक परिचर्चा भी आयोजित की गई जिसका विषय था ‘‘समान अधिकार भारतीय संविधान की आत्मा है’’ इसके अतिरिक्त संविधान पर एक क्विज और संविधान की प्रासंगिकता विषय पर निबन्ध लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। डा. नगमा अजहर और डा. मोहम्मद नय्यर रहमान ने कार्यक्रम के आयोजन में योगदान दिया।
सामरिक एवं सुरक्षा अध्ययन विभाग में राजनीतिक विज्ञान विभाग के डा. आफताब आलम ने व्याख्यान दिया। जबकि छात्र व छात्राओं ने परिचर्चा, निबन्धलेखन आदि प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम के समन्वयक डा. सैयद तहसीन रजा और डा. स्वस्ति राव कुलहरि थीं।
दूरस्थ शिक्षा केन्द्र में केन्द्र निदेशक प्रो. एम नफीस अहमद अंसारी ने उपस्थितजनों के समक्ष संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के बाद कहा कि हमें संविधान की बुनियाद बातों से परिचित होना चाहिए और हरेक नागरिक को एक जागरूक नागरिक बनना चाहिये। इस अवसर पर निबन्ध लेखन मुकाबला भी आयोजित हुआ जिसमें छात्र व छात्राओं ने भाग लिया। सैयद हामिद सीनियर सेकेण्ड्री स्कूल ब्वायज में आयोजित संविधान दिवस कार्यक्रम में पीजीटी टीचर गुफरान अहमद ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा। प्रिन्सिपल सैयद एम मुस्तफा ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान दिवस का आयोजन संविधान में दर्ज अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति नागरिकों को जागरूक करने के उद्देश्य से किया जाता है।