अलीगढ मीडिया डिजिटल, ब्यूरो अलीगढ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कैंपस आज सुबह फिर गोलियों से गूंज उठा। यहां रजिस्ट्रार ऑफिस में कार्यरत दो कर्मचारियों को कैंपस के मिन्टोई चौराहे पर रास्ते में गोली मार दी गई। दोनों घायल कर्मचारी भाई बताए जा रहे हैं। उनको तत्काल नजदीकी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। उधर भागते हुए हमलावरों को एएमयू के सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस पूरे मामले में जांच कर रही है। दोनों घायल कर्मचारियों के नाम नदीम व कलीम है। दोनों ही घायल घटना के समय स्कूटर पर सवार थे। बताया जा रहा है कि रंजिश में इनमे से एक के ऊपर पहले भी हमला हो चुका है जिसका पुराना सीसीटीवी भी है। घायलों को देखने एएमयू की वाइस चांसलर नईमा खातून भी पहुंची।
अलीगढ़ : AMU में गोली कांड का सीसीटीवी आया सामने
➡गोली मारने के बाद भागते नजर आए थे आरोपी
➡AMU के सुरक्षा कर्मियों के द्वारा किया गया गिरफ्तार
➡थाना क्वार्सी के ज़ाकिर नगर के रहने वाले हैं दोनों आरोपी.
दरअसल एएमयू के रजिस्ट्रार ऑफिस में कार्यरत दो कर्मचारी नदीम व कलीम सुबह अपने क्वार्टर से कार्यालय के लिए एक ही स्कूटर पर सवार होकर जा रहे थे। जैसे ही वह कैंपस के अंदर मिन्टोई चौराहे के पास पहुंचे वहां पहले से मौजूद दो हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी। गोली दोनों के जाकर लगी। बताया जा रहा है कि करीब चार से पांच राउंड फायरिंग हुई। अचानक हुई फायरिंग से आसपास के लोग सकपका गए। दोनों घायल वही मौके पर गिर पड़े तथा हमलावर भागने लगे। हमलावरों को भागता देख AMU सुरक्षाकर्मियों ने उनको दौड़कर पकड़ लिया व दोनों को पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं घायल दोनों कर्मचारी नदीम व कलीम को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार चल रहा है। बताया जा रहा है कि नदीम का परिवार थाना जवां क्षेत्र में रहता था। इनकी दुश्मनी तालिब गैंग से हो गई। तालिब गैंग का कोई आदमी इनकी 13 वर्षीय बेटी के पीछे पड़ा हुआ था। इस पर इन्होंने उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया था। उसके बाद से यह रंजिश पड़ गई। इनके ऊपर पहले भी हमला हुआ था। जिस पर तालिब गैंग के ऊपर 307 का केस दर्ज हुआ। इनके परिवार को पुलिस सुरक्षा भी मिली थी। बाद में यह वहां से छोड़कर एएमयू की मेडिकल कॉलोनी के क्वार्टर में रहने आ गए थे ताकि यहां पर उनका सुरक्षा मिल सके। लेकिन यहां भी आज उनके ऊपर हमला बोल दिया
घायल की पत्नी ने बताया कि सुबह ऑफिस जा रहे थे। रोजाना दोनों भाई जाते हैं साथ में, आज भी जा रहे थे। वहीं मोड पर गोली मारी है। देवर को भी मारी है सर में और उनके पेट पर हाथ में गोली लगी है। यह तालिब गैंग पीछे पड़ा हुआ है। उनका मकसद है कि हमारे पूरे खानदान को खत्म करना। पहले पुलिस की तरफ से हमें सिक्योरिटी भी मिली थी और सिक्योरिटी हटी क्योंकि हम यहां आ गए अपनी सिक्योरिटी के चक्कर में क्योंकि वहां पर गांव में थे यहां मेडिकल कॉलोनी में रहेंगे तो सिक्योरिटी रहेगी। लेकिन यहां पर भी उन्होंने छोड़ा नहीं। यहां भी हमने घर में चारों तरफ कैमरे लगवा दिए थे लोहे के दरवाजे वगैरह सब करवा दिए थे उसके बावजूद भी उन्होंने देखा कि घर पर नहीं कर सकते तो रास्ते में करें। उनको दिमागी बीमारी है और उनका भाई मरा है तो वह सोच रहे होंगे। हमारे पीछे पड़े हैं हमारी बेटी को लेकर, हमारी बेटी को भी मारना चाह रहे है। हमारे पति को भी मारना चाह रहे हमारे बच्चों को ही मारना चाह रहे हैं। यह तालिब का गैंग है। इनका मकसद है सिर्फ कि हमें मिटा कर रखना और मुझे यकीन है कि वह हमें मिटा कर रहेंगे। हम हार गए हम थक गए। हमने पोस्को का कैस किया था हमारी बेटी के साथ 13 साल की उम्र से दुर्व्यवहार कर रहा था। मुक़दमा दर्ज कराया तों हमारी दुश्मनी हो गई तो उनका यह था कि हमें मिटाना है। जो भी उनके सामने आया उसको खत्म कर दिया। पुराना कैस उठ कर देखिए अगर उन्होंने किसी ने उनसे ना की तो वह बचा नहीं है। वह गुंडे है जीवन गढ़ के अब पता नहीं कैसे ना कैसे हमने पहले भी रिपोर्ट की थी पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। मुकदमा चल रहा है अभी तारीख आने वाली थी। इन पर हमला हुआ था। अब हो सकता है कि अब इनको खत्म कर दो तो केस खत्म हो जाएगा। इनको मेरी लड़की चाहिए फ्री फंड की। बस जिद में मार रहे हैं वह चाहते हैं कि हमसे लोग डरें। अपना डर कायम करने के लिए कर रहे हैं।
AMU के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने बताया के आज तकरीबन 9:15 बजे के आसपास हमारे पास यह खबर आई की मिनटोई चौराहे से जो अंदर सड़क आ रही है वहां पर कहीं फायरिंग हुई है और दो लोग उसमें घायल हुए हैं और घायलों को मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर में पहुंचा दिया गया है। आगे जो पता चला कि जो जिनको गोली लगी है उनमें से एक का नाम नदीम है दूसरे का नाम कलीम है दोनों भाई है और वह जा रहे थे अपनी ड्यूटी पर और रास्ते में उनको गोली लगी है। हमारी सिक्योरिटी के लोग वहां आसपास थे जैसे ही फायरिंग की आवाज सुनी चारों तरफ से सिक्योरिटी के स्टाफ ने घेरकर जो हमलावर थे उनका पीछा भी किया और वह जाकर के एक क्वार्टर में बाहर से जीना था उसमें वह चढ़ गए। वहां जाकर के हमारे सिक्योरिटी वालों ने उनका घेर करके फॉरेन कब्जे में ले दिया। इस समय हमने पुलिस को सूचना कर दी थी। पुलिस भी फौरन मौका ए वारदात पर पहुंच गई और जो हमलावर थे उनको अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस आगे की कार्यवाही कर रही है।