गजेंद्र कुमार,अलीगढ मीडिया न्यूज़ ब्यूरो, हरदुआगंज. अलीगढ जनपद के कोल तहसील में खनन विभाग व स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से अवैध मिट्टी खनन जोरों पर है। वहीं पुलिस द्वारा खनन के काम से जुड़े स्थानीय लोगों के वाहनों के पहिए जाम कर अलीगढ़ के खनन कर्ता को हरदुआगंज में वरीयता देने से खनन करने वाले गुटों में तनाव भी पनप रहा है। हमने पिछले आठ दिनों में मिट्टी खनम की जमीनी हकीकत की पड़ताल की जो हैरान करने वाली है...
घटना नंबर एक
23 जुलाई 2023 समय रात्रि के 09:00 बजे स्थान रामघाट रोड पर गांव बैरामगढ़ी पर जारौठी के राजेश का रेस्टोरेंट जिसमें दो टेबलों को जोड़कर रखा गया था। आसपास पड़ी कुर्सियों पर बैठे लोगों को खुलेआम शराब पी रहे थे। इसी दौरान शराब के नशे में धुत्त युवकों में कहासुनी होने लगती है और फिर एक युवक कई लोग बेरहमी से पीटने लगते हैं। युवक को पीटने वाले बड़े स्तर के अपराधी व अवैध मिट्टी खनन से जुड़े हैं। मामले में अरुण चौधरी उर्फ छोटू डॉन, व सोनू चौधरी निवासी रॉयल होम्स सहित छह सात अज्ञात नामजद किए जाते हैं। मुकदमा में सोनू चौधरी को खनन माफिया बताया गया है।
इसकी पड़ताल की तो पता चला नामजद मिट्टी खनन करने के खिलाड़ी हैं। तालानगरी में सपेरा भागपुर, किढारा, हेतमपुर, नगला रसूलपुर, दारापुर गांव के आसपास शाम ढलते ही इनकी जेसीबी व डंपर शुरू हो जाते हैं। इन खनन माफिया गुंडा से लेकर हिस्ट्रीशीटर तक का गिरोह हैं। रेस्टोरेंट पर आज भी पुलिस की नजरे इनायत बरस रही है वहां फॉग की तरह खाने से ज्यादा शराब चल रही है।
घटना नंबर दो...
हरदुआगंज में बीते वर्षो से कई स्थानीय युवक मिट्टी खनन करते आ रहे थे। जिनमें आपसी खींचतान होने पर पुलिस प्रशासन ने खनन पर सख्ती से रोक लगा दी थी।
इसी बीच देवी नगला असदपुर क्याम का एक बड़ा खनन माफिया हरदुआगंज में दाखिल हुआ। सूत्र बताते इस खनन माफिया की खनन अधिकारी से बेहतरीन सांठगांठ है। जो खेल तो समतल करने की परमिशन लेकर खेत को खाई बना देता है। 28 मार्च 2023 को ये खनन माफिया बरौठा गांव के एक खेत को समतल करने की परमिशन लाया जिसे तीन माह में 8000 घन मीटर मिट्टी उठाने की परमिशन थी। जिसने इस करीब 15 बीघे के खेत में छह से सात फ़ीट गड्ढा बना दिया।
इनका अगला टारगेट बना गांव गांव ढसन्ना बना है, जहां परमीशन की आड़ में कई खेतों में खाई बना दी गई जबकि सरकार को एक रुपया राजस्व का नहीं मिला। खनन विभाग की शह पर खनन माफिया सोने से भी कीमती उपजाऊ जमीन से मिट्टी खोदकर करोड़ो कमा रहे हैं। फिलहाल इसकी शिकायत जिलाधिकारी से स्थानीय समाजसेवी द्वारा की गयी है.