#भारत समाचार के रिपोर्टर अवनीश दीक्षित की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन ख़फ़ा, CM को दखल देने की मांग

Aligarh Media Desk

अलीगढ मीडिया डिजिटल, कानपुर/अलीगढ|बढ़ते अपराधों को रोक न पाने से बौखलाई कानपुर पुलिस ने भारत समाचार के रिपोर्टर अवनीश दीक्षित को फर्जी और मनगढ़ंत केस करके गिरफ्तार कर लिया है। इस पुलिसिया कार्रवाई की उत्तर प्रदेश न्यूज़ पोर्टल एसोसिएशन की प्रदेश उपसचिव चंचल वर्मा ने कड़ी निंदा की है| उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को मामले में दखल देने की मांग करते हुए कहा है कि सत्ता पक्ष के इशारे पर एक प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल के वरीष्ठ पत्रकार के खिलाफ यूं ही बिना किसी जाँच और प्रारंभिक सबूतों के मुक़दमा दर्ज किया जाना और फिर रातों रात गिरफ्तारी कर जेल भेजना पुलिस की तानाशाही का प्रमाण है, कानपुर पुलिस का यह कृत लोकतान्त्रिक हत्या है| उन्होंने कहा कि शीघ्र डीजीपी उत्तर प्रदेश को ईमेल भेजकर एसोसिएशन मुकदमा दर्ज कराने वाले कोतवाल की तत्काल निलंबन की मांग के अलावा घटनाक्रम की मजिस्ट्रेटी जांच की मांग करेंगे|


आपको बताते चले कि सत्तारूढ़ दल के नेताओं से मिलीभगत और उनसे गाली खाने वाली कानपुर पुलिस अब पत्रकारों को टारगेट कर रही है।bजिस मामले में अवनीश दीक्षित को गिरफ्तार किया गया वो उसकी कवरेज में गए थे। पुलिस ने ऐसा केस रचा और मुकदमा लिखा की दीक्षित जमीन कब्जा कर रहे रहे। न कोई सबूत और मौके पर कोई इसकी गवाही लेकिन देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। 

एक मुकदमा लेखपाल से लिखवाया गया लेकिन उसमें कोई खास अपराधिक मामला बनता नही दिखा तो एक पक्ष से जबरन तहरीर लेकर दूसरा मुकदमा डकैती आदि का लिख दिया। मुकदमे में दर्जनों लोगों पर केस लेकिन गिरफ्तारी अकेले अवनीश दीक्षित की गई। 

अवनीश दीक्षित कानपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष रह चुके हैं और लंबे समय से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। उनकी गिरफ्तारी की पत्रकार संगठनों ने निंदा की है।