जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयश कुमार को विकास भवन में दी गई भावभीनी विदाई

Aligarh Media Desk

 


अलीगढ़ में सात वर्ष के कार्यकाल के उपरान्त लखनऊ में हुआ है स्थानान्तरण


अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ 12 जुलाई 2024 (सू0वि0): लगभग 07 वर्ष पूर्व 04 जुलाई 2017 को गाजियाबाद से स्थानान्तरित होकर अलीगढ़ आए जिला कार्यक्रम अधिकारी को लखनऊ मुख्यालय स्थानान्तरण होने पर विकास भवन सभागार में बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ ही अन्य विभागीय अधिकारियों द्वारा भावभीनी विदाई दी गई। श्री कुमार के कार्यकाल में अलीगढ़ को भारत का सबसे बड़ा मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र केकेकेके देवी ट्रस्ट के रूप में मिला, वहीं जिले में कायाकल्प योजना में लगभग 1000 केन्द्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केन्द्र बनाया गया और 500 से अधिक ऑगनबाड़ी केन्द्रों को अपना नया भवन मिला। इसके साथ ही श्री कुमार ने गंगीरी, लोधा, चण्डौस एवं टप्पल में बीडीओ एवं जिले में अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व जिला प्रोबेशन अधिकारी का भी अतिरिक्त प्रभार संभाला।


निवर्तमान जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रेयश कुमार ने विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि अलीगढ़ बृज क्षेत्र में आता है और पदीय दायित्वों के निर्वहन में बांके विहारी की उन पर असीम कृपा रही है। अलीगढ़ से जाने पर कुछ छूटा हुआ महसूस हो रहा है, परन्तु स्थानान्तरण एक शासकीय प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि वह यहां से सभी का प्यार रूपी आशीर्वाद लेकर जा रहे हैं। उन्होंने विभागीय दायित्वों के निर्वहन में उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन एवं साथी अधिकारियों व विभागीय कार्मिकों के सहयोग के लिए सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि एक अधिकारी बिना अपने कार्मिकों के सहयोग के कभी सफल नहीं हो सकता, आप सभी का 07 वर्ष के लम्बे कार्यकाल में भरपूर सहयोग प्राप्त हुआ।


जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी रजनीश कुमार पाण्डेय ने बताया कि उनको अलीगढ़ के साथ ही गाजियाबाद में भी श्रेयश जी के साथ कार्य करने का मौका मिला। स्थानान्तरण एक सामान्य प्रक्रिया है जो अधिकारी व कर्मचारी के लिए भावुक क्षण होता है। किसी जनपद में 07 वर्ष रहना एक बड़ी उपलब्धि होती है वहीं आईसीडीएस जैसे बड़े विभाग में रहकर सभी से उत्कृष्ट कार्य कराना एक विशेष बात है।



 जिला समाज कल्याण अधिकारी विकास संध्या रानी बघेल ने डा0 हरिवंशराय बच्चन की पंक्ति ’’क्या भूलूं क्या याद करू’’ से अपनी शुरूआत करते हुए कहा कि डीपीओ सर केवल आईसीडीएस ही नहीं बल्कि अन्य विभागों के लिए भी उपयोगी रहे हैं। उन्होंने सामूहिक विवाह कार्यक्रमों में उनके सक्रिय सहयोग के लिए उनका आभार प्रकट किया। जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी रोहित कुमार ने कहा कि अनुशासन एवं लोकप्रियता दो विपरीत शब्द हैं परन्तु श्रेयश जी ने जहां विभाग में कार्य भी कराया वहीं सभी के चहेते अधिकारी के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। 

सीडीपीओ चण्डौस अनिल दत्तात्रेय ने कहा कि हम सभी अपने बारे में सोच रहे हैं, अब कुछ लखनऊ वालों का भी भला होने दीजिए। उनके मार्गदर्शन में विभागीय कार्य बड़ी आसानी से सम्पन्न कराए गये। उन्होंने आशा व्यक्त की कि लखनऊ में भी उनका कार्यकाल अच्छा रहेगा। सीडीपीओ शहर आशीष कुमार ने कविता में अपने शब्द पिरोते हुए कहा कि ’’एक हंसता चेहरा था अलीगढ़ में, आज हमसे जुदा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सर का उन्हें भरपूर मार्गदर्शन और सानिध्य प्राप्त हुआ। सीडीपीओ गंगीरी अशोक सिंह ने कहा कि आईसीडीएस विभाग का फार्मूला है ’’समन्वय के साथ हर कार्य को सफल बनाना है’’