अलीगढ़ मीडिया डिजिटल,अलीगढ: संयुक्त श्रमिक किसान मोर्चा द्वारा 22 जुलाई दिल्ली कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में देश के किसान नेताओं के इकट्ठा होने को लेकर रामघाट रोड पर आर्चीज ब्लू होटल में बैठक आहूत हुई। मोर्चा सह -संयोजक जितेंद्र शर्मा ने बताया कि 13 फ़रवरी 24 से संयुक्त किसान मोर्चा ( गैर-राजनीतिक) किसान मज़दूर मोर्चा द्वारा दिल्ली कूच करते किसानों द्वारा लाखों किसान पंजाब हरियाणा के शम्भू, खनौरी बार्डर पर अभी भी लाखों किसान हजारों ट्रैक्टर ट्रालियों साथ धूप और बारिश में डटे हुए हैं और 22 जुलाई को दिल्ली कांस्टीट्यूशनल क्लब दिल्ली में इकट्ठा होने हेतु आह्वान किया गया जहां किसानों द्वारा 8 जुलाई को भाजपा सांसदों को छोड़कर सभी सांसदों को मांग पत्र दिया गया था उसका कारण था कि भाजपा ने दिल्ली कूच करते किसानों पर गोलियां चलवाई किसानों ने देखा है जहरीले धुएं को छोड़ा गया जिससे बुजुर्ग किसानों को सांस लेने में दिक्कत हुई थी बुजुर्गों का दम घुट गया था|
किसानों ने सहा है 26 साल के नौजवान प्रीतपाल सिंह को हरियाणा पुलिस की तरफ़ से सिविल ड्रेस में आएं गुन्डों ने बोरी में बंद करके गले में पट्टा बांध कर जबड़ा तोड़ दिया उसकी टांग तोड़ दी, युवा किसान शुभकरण सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी यह किसानों ने सहा है भाजपा की विचारधारा किसानों को इंसान नहीं समझती। खालिस्तानी, उग्रवादी, आतंकवादी उस पार्टी के दर पर मांग पत्र लेकर किसान नहीं जायेंगे तीसरी बार पार्टी सत्ता में काबिज है किसानों ने अनेकों बार मांग पत्र प्रेषित किए लेकिन भाजपा ने सदैव वादाखिलाफ़ी की लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने सत्ता में आने पर किसानों को एम एस पी गारंटी कानून लागू करने हेतु कहा था जिस पर किसानों ने इंडिया गठबंध्न को 22 जुलाई को 240 सांसद भाजपा के नहीं बुलाये जायेंगे बाकी सबको न्यौता भेजा है पूर्ण रूप से भाजपा को छोड़कर अलग से सबको लेकर भेजा है मिलने का समय मांगा है राहुल गांधी जी ने कहा था कि सत्ता में आयेंगे तो एम एस पी गारंटी कानून बनाएंगे किसानों मजदूरों के कर्ज माफी के लिए अलग से एक संवैधानिक आयोग बनाएंगे|
पक्ष के साथ विपक्ष की भी ज़िम्मेदारी बनती है संज्ञान दिलाने हेतु किसानों ने अलग से लेटर लिख राहुल गांधी, अखिलेश यादव, ममता बनर्जी,एन डी ए के घटक चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार से मिलने का समय मांगा है लोकसभा चुनाव में कहा गया महज़ एक जुमला तो नहीं था मोदी जी की तरह वो अलग बात है कि इंडिया गठबंध्न सत्ता में नहीं आया लेकिन देश के किसानों ने इंडिया गठबंध्न को मज़बूत विपक्ष की भूमिका दी है तो कम से कम उनकी जिम्मेदारी बनती है कि जिस तरह से उन्होंने अभी शुरुआत सत्र में किसानों की बात उठाई लेकिन सिर्फ बात उठाने से काम नहीं चलेगा आप एक प्राईवेट बिल लेकर आए ताकि एम एस पी गारंटी कानून के मुद्दे पर वोटिंग हों कम से कम देश को यह तो पता चलें कौन किसानों के साथ खड़ा है|
कौन किसानों के पक्ष में वोट डालता है इस एजेंडे को लेकर 22 जुलाई को दिल्ली कांस्टीट्यूशनल क्लब में किसान जुटेंगे जहां देशभर से मुख्य किसान नेताओं की मौजूदगी रहेंगी, बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि संयुक्त श्रमिक किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश से प्रतिनिधिमंडल (मोर्चा राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपक पंडित एटा,सह -संयोजक जितेंद्र शर्मा, मनीषा सिंह बुलंदशहर,डॉ अवधेश यादव अलीगढ़,शहाब ख़ान कायमगंज फर्रुखाबाद) भी भाग लेंगे ।