अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रक्षाबंधन के पर्व पर बहिनो को रोडवेज बसों में मुफ्त सफर करने की सहूलियत देने की घोषणा की थी| लेकिन अलीगढ जनपद में किसी भी सड़क पर रोडवेज की बसें आज चलती हुयी नहीं दिखी| बसों के इंतजार में बहिने घंटो रोडवेज बस स्टेण्ड पर खड़े नजर आयी| जबकि बसों के लिए टकटकी लगाएं बैठी बहिनो को कई घंटो बाद भी मुफ्त की सेवा नसीब नहीं हुयी|
अलीगढ मीडिया डिजिटल की टीम ने अलीगढ के कल्याण रामघाट रोड पर सुबह ११ बजे से दोपहर तीन बजे तक गुजरने वाली सभी सरकारी बसों पर नजर रखी| इस दौरान हमें पता चला कि बसें तो रोड़ पर दिख ही नहीं रही है| पूरे चार घंटो में एक बस अतरौली के लिए गयी जबकि एक अतरौली की और से अलीगढ की तरफ आयी| उस बस को कुछ बहिनो ने साधुआश्रम और रुकवाने की कोशिश की लेकिन नहीं रुकी जबकि अलीगढ की और आने के लिए हरदुआगंज में बस को नहीं रोका गया| हमारी टीम ने यह जानने के लिए कि बस कहाँ गयी रोडवेज डिपो का भ्रमण किया| तो पता चला कि अतरौली डिपो में दर्जनों बसें खड़ी है जिन्हे जानबूझकर रक्षाबंधन के दिन नहीं चलाया जा रहे है| डिपो पर मौजूद एक परिचालक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि बसों को किराया मुफ्त चलाने की बजाय डिपो में ही खड़ा करने डीजल की बचत की जा रही है| रही बात टिकिट की तो वह मशीन से मुफ्त टिकिट बैठे बैठे की काटकर यह दिखाया जा रहा है कि बहिने बस में मुफ्त सफर कर रही है|
नही रोक रहे परिवहन निगम की बसें, महिला वर्ग परेशान
अलीगढ जनपद में परिवहन निगम की बसों के चालक परिचालकों की मनमानी का मामला सामने आया हैं, यहाँ सूबे के संत सीएम के आदेशों को परिवहन निगम की बसों के चालक परिचालक खुल्ला ठेंगे पर रख, ठिकानों पर रोकने के बजाये बसों को दुंदगति से दौड़ाते गुजर रहे हैं । विदित हो कि रक्षाबन्धन पर्व पर महिला वर्ग को निशुल्क यात्रा का लाभ देने के आदेश 18/19 अगस्त की रात्रि को लागू किये जाने के बाद जिले के कई कस्बाई क्षेत्रों में रोडवेज बसों के चालक परिचाल अपनी बसों को नहीं रोकर रहे, जिससे महिला बच्चे बच्चियाँ बेहद परेशान हैं। इस सम्बंध में इगलास क्षेत्र से लोगों ने बताया कि यहाँ महिला और बालिकाएं रक्षा बंधन त्योहार मनाने को घर से निकली हैं लेकिन घण्टों बाद भी अभी तक कोई बस नहीं रुकी हैं, तथा चालक परिचालक कस्बा में घुसने से पहले ही रोडवेज बसो का गेट बंद कर लेते हैं चालक परिचालकों की इस मनमानी से सभी महिला एवं बच्चियाँ बेहद परेशान हैं ।