अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, ब्यूरों अलीगढ़ | अलीगढ़ में खैर रोड पर स्थित प्राचीन सिद्ध पीठ श्री खेरेश्वर धाम मंदिर में चल रहे 10 दिवसीय लक्खी देव छठ मेला का गुरुवार को श्री कृष्ण लीला कंस वध एवं समापन समारोह आयोजित किया गया। दोपहर 12:00 बजे से श्री कृष्ण लीला रासलीला का आयोजन श्री गिरिराज मित्र रास मंडल वृंदावन द्वारा किया गया। सर्वप्रथम बिहारी जी सर्राफ द्वारा भगवान श्री कृष्ण का पूजन किया गया। भगवान श्री कृष्ण गोकुल से मथुरा आते हैं। यमुना घाट पर रजत धोबी का वध करते हुए,बाबा नाल एवं पहलवानों का वध हुए,सुदामा,माली, कुर्जा दासी को वरदान देते हुए। कंस के महल में प्रवेश करते हैं। भगवान श्री कृष्ण को दंड युद्ध के लिए ललकारता है, दोनों में युद्ध होता है अंत में भगवान द्वारा कंस का वध कर दिया जाता है। भगवान श्री कृष्णा,अपने माता पिता वासुदेव जी और देवकी जी को कारागार से मुक्त करते हैं।दोपहर 2:00 से कंस पुतला दहन हुआ। भगवान श्री कृष्ण द्वारा स्पार्कल बम द्वारा कंस के पुतले में आग लगाई गई।
मीडिया प्रभारी गौरव अग्रवाल ने बताया दोपहर 2.30 बजे सम्मान समारोह कार्यक्रम का आयोजन हुआ। श्री सिद्धपीठ खेरेश्वर धाम दाऊजी महाराज सेवा समिति के अध्यक्ष रेशमपाल प्रधान पति ओर महामंत्री प्रेम लोधी, कोषाध्यक्ष सुम्मेर सिंह द्वारा सभी आयोजकों को भोले बाबा का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बिहारी जी सर्राफ,गोपाल सिंह बीडीसी,सोनू प्रधान,नवीन तोमर, देवेंद्र कुमार,सूरज सिंह,बॉबी भाई,सत्यपाल सिंह प्रधान, चंद्रप्रकाश,दीपक राजपूत, अनिल कुमार बघेल,मूलचंद फौजी,जयवीर बघेल,यश अग्रवाल,मुकेश कुमार,सुनील लाइट,कपिल राजपूत आदि लोगों को सम्मानित किया गया।