जनपद अलीगढ़ में शनिवार को आईआईएमटी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूट के सभागार में छात्रवृति वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ अतिथिगण एमएलसी डॉo मानवेंद्र प्रताप सिंह, अलीगढ़ महापौर प्रशांत सिंघल, कॉलेज के अध्यक्ष पंकज महलवार, शालिनी महलवार तथा प्राचार्य शंभू के एन सिंह रावत द्वारा सरस्वती मां की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित करके किया।
इस योजना के बारे में आपको अवगत करा दें।यह छात्र छात्रवृत्ति योजना 2021 से पंकज महलवार द्वारा अपनी माता जी स्वर्गीय श्रीमती शांति महलवार की याद में शुरू की गई थी। हर वर्ष की तरह इस वर्ष करीब 42 इण्टर कॉलेज की 13000 छात्राओं ने छात्रवृत्ति परीक्षा में भाग लिया जिसमें से 49 बच्चों का उनके उच्च स्तरीय प्रदर्शन के आधार पर चयन हुआ। वहीं पिछले वर्ष की 27 बच्चियों को दूसरी किश्त दी गई। सभी 76 लाभांत्रित छात्राओं को पांच पांच हजार के छात्रवृत्ति चेक वितरत किए गए। इस अवसर पर एमएलसी डॉo मानवेंद्र प्रताप सिंह ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा आप लोग इस मुकाम पर यूं ही नहीं पहुंच गए हो 13000 बच्चों की सहभागिता में आपने अपने लिए एक जगह निकाली है। जो की बहुत कठिन था लेकिन असंभव नहीं।आप सभी छात्राएं आने वाले समय में देश का भविष्य हैं और मैं आप के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं । इसी तरह अपना लक्ष्य लेकर आगे बढ़ते रहो, वहीं अलीगढ़ महापौर प्रशान्त सिंघल ने बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा आईआईएम टी कॉलेज की यह एक सराहनीय पहल है। सभी इण्टर कॉलेजों के 15 शिक्षक शिक्षिकाओं को भी बेस्ट टीचर अवार्ड से और प्रधानाचार्यों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अंत में दोनों अतिथियों द्वारा छात्राओं को छात्रवृत्ति के चेक वितरण किए गए।
अध्यक्ष पंकज महलवार ने सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की और उन्होंने बताया की कोरोना काल में ये स्थिति देखने में आई। कि एक ही परिवार के दो बच्चे बेटी और बेटा दोनों पढ़ते थे तो जिन परिवारों की कोरोना के चलते आर्थिक स्थिति खराब हुई, वो बेटियों के नाम स्कूल से कटवाने लगे। इस स्थिति को देखकर माताजी श्रीमती शांति महलवार ने यह प्रेरणा दी, की बेटियां धन के अभाव में अनपढ़ ना रह जाए। इसलिए इस छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की गई। अंत में प्राचार्य शंभू के एन सिंह रावत ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद किया।
इस अवसर पर नंदिनी, प्रशांत, साकेत, यूसुफ, अभिलाष, सचिन, प्रवेश आदि मौजूद रहे।