भ्रष्टाचार उपभोक्ताओं की जेबों पर डाका डालने के खेल में शामिल अवर अभिंयता
अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़। आखिर भ्रष्टाचार कब खत्म होगा? ये सवाल बिजली विभाग में आएदिन सामने आ रहे गबन के मामले से और मजबूत होता जा रहा है। बिजली के बिल का एक-एक रुपया उपभोक्ता से वसूलने के लिए तो अधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं, लेकिन उनके ही विभाग के कर्मचारी लाखों का गबन कर दें तो उसकी जांच भी सुस्त गति से करवाई जाती है। अभी बीते दिनों ऐसा ही एक मामला बिजली विभाग में प्रकाश में आया है जिसमें अलीगढ़ के विद्युत स्टेशनों पर प्राइवेट लोग जनसेवा केन्द्र के नाम पर बैठा दिये गये हैं। बिजली घर में बिल जमा करने के नाम पर उपभोक्ता की खुलआम जेबों पर डाका अवर अभियंताओं द्वारा डलवाया जा रहा है।
विद्युत विभाग के अधिकारी भ्रष्टाचार को रोकने में पूरी तरह नाकाम हो गए हैं। कई अवर अभियता भी उपभोक्ताओं से रुपए मांगने के मामलों में संलिप्त पाए जा चुके हैं। बिजली विभाग में गबन करना मामूली बात हो गई है। पिछले कुछ सालों में कई मामले उजागर हो चुके हैं। फिर चाहे डार्कजोन इलाके में फर्जी तरीके से लोगों को निजी नलकूप कनेक्शन देने की बाते क्यों न हो। बाद में जांच लंबित रखते हुए बहाल कर दिया जाता है। वहीं विद्युत विभाग के अलीगढ़ नुमाईश मैदान पर लाल ताल बिजलीघर,गूलर रोड़ बिजलीघर, शांतिनिकेतन,धनीपुर बिजीघर,रावणटीला,भुजपुरा बिजली घर ,जमालपुर व जीवनगढ़द्य सहित अन्य विद्युत सब स्टेशनों पर अवर अभियंताओं द्वारा जनसेवा केन्द्र संचालकों को कैश काउंटरों पर बिल जमा करने के लिये नियुक्त कर दिया है। जो कि बिल जमा करते समय खुले पैसा या जल्दी बिल जमा करने के नाम पर मुंह मागें पैसे मांग रहे हैं।
इनका कहना है..
इस सबंध में दक्षिणांचल वि़ुत वितरण खंड़ के मुख्य अभियंता अलीगढ़ मएड़ल से जानकारी की गई तो उन्होंने प्राइवेट व्यक्तियों को कैश काउंटरों पर रखना विभाग के नियमों के खिलाफ बताया और कहा कि इस प्रकरण को गम्भीरता से लेकर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।