आपात स्थिति में महाकुम्भ हेल्पलाइन 1920, पुलिस हेल्पलाइन 112 एवं आपदा हेल्पलाइन 1077 पर करें सम्पर्क
अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़: आयुक्त, अलीगढ़ मण्डल, अलीगढ़ चैत्रा वी0 द्वारा महाकुम्भ-2025 को दुर्घटना मुक्त बनाये जाने के दृष्टिगत मण्डल के यात्रियों एवं कल्पवासियों के लिए स्वास्थ्य एवं यात्रा के संबंध में एडवाइजरी जारी की गई है। मण्डलायुक्त ने बताया कि महाकुम्भ-2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक किया जाएगा। आयोजन अवधि में मेला परिक्षेत्र में भगदड़, अग्नि काण्ड, डूबना, स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या सहित अन्य सम्भावित दुर्घटनाओं से महाकुम्भ को मुक्त रखने लिए सम्पूर्ण मेला परिक्षेत्र में प्रभावी आपदा प्रबन्धन का क्रियान्वयन सुनिश्चित किये जाने के लिए यात्रियों एवं कल्पवासियों को स्वास्थ्य एवं यात्रा के संबंध में जागरूक किया जाना है। आपात स्थिति में महाकुम्भ हेल्पलाइन 1920, पुलिस हेल्पलाइन 112 एवं आपदा हेल्पलाइन 1077 पर सम्पर्क करें।
मण्डलायुक्त ने श्रद्धालुओं के लिए स्वास्थ्य संबंधी सामान्य दिशा-निर्देश देते हुए बताया कि महाकुम्भ-2025 का आयोजन 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 के मध्य प्रयागराज में किया जा रहा है। मेला क्षेत्र गंगा एवं यमुना नदी के किनारों पर लगभग 4200 हेक्टेयर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है। मेला क्षेत्र में दिन के समय तापमान कभी-कभी 9 डिग्री एवं रात्रि में लगभग 02 डिग्री तक हो सकता है। दिन में धूप न होने पर घने कोहरे की स्थिति भी बन जाती है।
प्रयागराज पहुँचने से पहले:
मण्डलायुक्त ने बताया कि श्रद्धालु प्रयागराज पहुॅचने से पहले ही ’’महाकुम्भ मेला 2025’’ मोबाईल एप डाउनलोड कर मेला की जानकारी प्राप्त करें। यात्रा से पूर्व ही निवास स्थान सुनिश्चित करें। बदलते मौसम के अनुसार गर्म एवं ऊनी वस्त्र एवं खान-पान का सामान साथ रखें। मौसम की पूर्व जानकारी के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट देखें। आपदा की पूर्व चेतावनी के लिए सचेत मोबाइल एप डाउनलोड कर चेक करें। 60 वर्ष से अधिक आयु या पूर्व से बीमार व्यक्ति यात्रा से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य कराएं और चिकित्सक की सलाह के उपरान्त ही यात्रा करें। पूर्व से बीमार व्यक्ति अपने चिकित्सक का परामर्श पर्चा एवं चिकित्सक का संपर्क नम्बर एवं चिकित्सक द्वारा लिखी गयी दवाईयां अपने साथ रखें। हृदय रोग, श्वास रोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप से ग्रस्त रोगी यात्रा के समय विशेष सावधानी बरतें। आयुष्मान कार्ड धारक अपना आयुष्मान कार्ड साथ में रखें जिससे कि आकस्मिकता की स्थिति में सरकारी एवं निजी चिकित्सालय में मुफ्त ईलाज हो सके।
मेला क्षेत्र में स्नान व दर्शन के समय:
मण्डलायुक्त ने मेला क्षेत्र में स्नान व दर्शन के समय बरती वाली सावधानियों के बारे में बताया कि संगम क्षेत्र पहुँचने के लिए पैदल भी चलना पड़ सकता है। इसीलिए शरीर में पानी का स्तर बनाये रखने के लिए पानी एवं ओआरएस का घोल पीते रहें। मेला क्षेत्र में अत्याधिक भीड़ की सम्भावना होने के दृष्टिगत गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें। बच्चों, वृद्धजनों एवं गर्भवती महिलाओं को अकेले स्नान ना करने दें। गहरे पानी में जाने से बचें। चप्पल-जूते का प्रयोग करें एवं कीचड़ वाले स्थान पर ना चलें। सिर दर्द होना, चक्कर आना, घबराहट होना, दिल की धड़कन तेज होना, उल्टी आना, हाथ-पांव व होठों का नीला पड़ना, थकान होना, सास फूलना, खाँसी होना अथवा अन्य लक्षण होने पर मेले में स्थापित निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र से तत्काल संपर्क करें। मधुमेह, हृदय रोग, सांस रोग से ग्रसित श्रद्धालु अपनी दवा निरंतर समय से लें। खाने से पहले और शौचालय उपयोग के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं। प्रवास के दौरान खाद्य पदार्थों के प्रयोग में विशेष सावधानी बरतें और खुले व दूषित भोज्य पदार्थों के प्रयोग से बचें। धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन न करें। मेला क्षेत्र में मच्छरों से बचाव के लिए यद्यपि छिड़काव, धुंआ किया जाता है, फिर भी मच्छरों से बचने के लिए मच्छर रेपेलेन्ट भी साथ रखें।
कल्पवासियों के लिए एडवाइजरी:
मण्डलायुक्त ने कल्पवासियों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि सरकारी नल, वाटर एटीएम के पानी का उपयोग करें एवं खाने पीने के लिए उबालने के बाद ही प्रयोग करें। सब्जी, फल इत्यादि को अच्छे से धो कर ही सेवन करें। खाने से पहले और शौचालय उपयोग के बाद साबुन से हाथ अवश्य धोएं। गरम कपड़े, कंबल, रजाई पर्याप्त मात्रा में रखें। धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन न करें। हीटर, अलाव, इत्यादि का प्रयोग टेंट के अंदर ना करें, इससे आग लगने का खतरा हो सकता है और हानिकारक गैसों के एकत्र होने से स्वास्थ्य के लिए प्रतिकूल परिस्थितिया उत्पन्न हो सकती है।
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