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यूजीसी मानव संसाधन विकास केन्द्र में अकादमिक लेखन पर शॉर्ट टर्म कोर्स का आयोजन

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अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़ 20 मईः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूजीसी मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा अंग्रेजी, भूगोल, जीव विज्ञान, कॉमर्स, सामाजिक विज्ञान, हिंदी, राजनीति विज्ञान, आदि सहित विभिन्न विषयों से संबंधित और देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले शिक्षकों के लिए एक ऑनलाइन ‘शॉर्ट टर्म कोर्स ऑन एकेडमिक राइटिंग 2021-2022’ का आयोजन किया गया।


बर्दवान विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पीके कुरी ने ‘सर्वे कैसे डिजाइन करें’ विषय पर अपने व्याख्यान में एक सर्वेक्षण डिजाइन करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अगर कोई नमूना जनसंख्या का प्रतिनिधित्व नहीं करता, वह जनसंख्या की विशेषताओं की उचित रूप से भविष्यवाणी करने में सक्षम नहीं होगा।


प्रोफेसर अमिताभ सिंह, स्कूल ऑफ इंटरनेशनल रिलेशंस, जेएनयू ने ‘अकादमिक लेखन कौशल को बढ़ाने में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के उपयोग’ विषय पर बात की और छात्रों के लेखन पर प्रौद्योगिकी के प्रभाव को रेखांकित किया।


उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी ने लेखकों को एक कुशल टूलबॉक्स प्रदान किया है जिससे वे विभिन्न लेखन कार्यों से आसानी से निपट सकते हैं।


एएमयू के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आसिम सिद्दीकी ने ‘पुस्तक प्रस्ताव लेखन’ विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसी को एक अच्छा रचनात्मक लेखक होने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन उसे यह जानने में सक्षम होना चाहिए कि भाषा का सही उपयोग कैसे करें, डेटा का प्रबंधन करें और उसके आधार पर निष्कर्ष पर पहुंचें।


प्रोफेसर अनूप सैकिया, भूगोल विभाग, गौहाटी विश्वविद्यालय ने ‘हाउ नॉट टू पिक ए प्रेडेटरी जर्नल’ पर एक इंटरैक्टिव सत्र का संचालन किया।


प्रोफेसर दीपक सिंह, राजनीति विज्ञान विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ ने ‘एक शोध प्रस्ताव कैसे लिखें?’ विषय पर एक संवादात्मक वार्ता दी, उन्होंने लक्षित दर्शकों के संबंध में एक अच्छा शोध प्रस्ताव लिखने की विभिन्न तकनीकों पर चर्चा की।


डॉ साजिदुल इस्लाम, एसोसिएट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, एएमयू ने अकादमिक लेखन में सुसंगतता की विशेषताओं को रेखांकित किया।


प्रोफेसर मोहम्मद अकरम, समाजशास्त्र विभाग, एएमयू ने ‘समीक्षा और उद्धरण की गुणवत्ता से संबंधित मुद्दे’ विषय पर बात की और भारतीय प्रबंधन संस्थान, काशीपुर, उत्तराखंड के संचार क्षेत्र और सार्वजनिक नीति और सरकार में उत्कृष्टता केंद्र के अध्यक्ष, प्रोफेसर बहारुल इस्लाम ने ‘शैक्षणिक लेखन में डिजाइन सोच दृष्टिकोण’ विषय पर एक व्याख्यान दिया। उन्होंने अकादमिक लेखन में प्रयुक्त डिजाइन थिंकिंग के संचालन सुविधाओं और एजेंडे पर चर्चा की। उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि यदि वे प्रकाशन में शुरू में अस्वीकृति का सामना करते हैं तो वे हिम्मत न हारें।


प्रोफेसर आयशा मुनीरा रशीद, अंग्रेजी विभाग, एएमयू ने ‘अकादमिक लेखन में यांत्रिकी’ पर एक वार्ता प्रस्तुत की और प्रतिभागियों को दूसरी भाषा लेखन में विराम चिह्न के उपयोग और सामान्य व्याकरण संबंधी त्रुटियों के बारे में सुझाव दिए।


डॉ आसिफ अली सैयद, बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन विभाग, एएमयू ने ‘प्रासंगिक अकादमिक लेखन स्थितियों के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण सोच कौशल’ में प्रशिक्षण प्रदान किया और इस बात पर ध्यान केंद्रित किया कि सोच हमारे कार्यों को कैसे प्रभावित करती है और कैसे विचार हर चीज की नींव प्रदान करते हैं जो हम करते हैं।


इस से पूर्व, कार्यक्रम के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए, पाठ्यक्रम समन्वयक, प्रोफेसर राशिद नेहल ने कहा कि लेखन परिवर्तन का एक एजेंट है और अकादमिक लेखन कौशल की सूक्ष्मताओं, पेशे और अकादमिक उत्कृष्टता को प्रभावित करती हैं।


यूजीसी एचआरडीसी की निदेशक डॉ फ़ायज़ा अब्बासी ने कहा कि यह साल का पहला शॉर्ट टर्म कोर्स था और प्रतिभागियों की प्रतिक्रिया संतोषजनक थी। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 ने वैश्वीकरण और शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण की पृष्ठभूमि में व्यावसायिक विकास को जारी रखने को महत्व दिया है। सप्ताह भर चलने वाले ऑनलाइन पाठ्यक्रम में 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।




....एएमयू पालीटेक्निक में हरित ऊर्जा पर संगोष्ठी


अलीगढ़ 20 मईः अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग सेक्शन (ईईएस) और द इंस्टीट्यूशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर्स (आईईटीई), अलीगढ़ केंद्र द्वारा 54वें विश्व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस (डब्ल्यूटी-आईएसडी) की पूर्व संध्या पर संयुक्त रूप से आयोजित एक संगोष्ठी में संसाधन व्यक्तियों और विशेषज्ञों ने सतत विकास के लिए हरित ऊर्जा की आवश्यकता पर जोर देते हुए ग्लोबल वार्मिंग के खतरों पर प्रकाश डाला।


उद्घाटन समारोह में विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक के शिक्षक, आईईटीई, अलीगढ़ केंद्र के सदस्य और विश्वविद्यालय के अन्य विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।


श्री तहज़ीब अहमद अब्बासी, एसोसिएट प्रोफेसर, ईईएस और मानद कोषाध्यक्ष, आईईटीई अलीगढ़ केंद्र ने प्रिंसिपल, यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक की ओर से प्रतिनिधियों का स्वागत किया।


कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती समीरा, एसोसिएट प्रोफेसर, ईईएस ने संगोष्ठी का अवलोकन प्रदान किया और संसाधन व्यक्तियों का परिचय दिया। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की आईपीसीसी रिपोर्ट पर चर्चा की जो ग्लोबल वार्मिंग के कारण ‘मानवता के लिए कोड रेड’ के बारे में चेतावनी देती है। यह चेतावनी ऊर्जा क्षेत्र को पारंपरिक से हरित ऊर्जा में स्थानांतरित करने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने युवा पीढ़ी से सतत विकास के लिए हरित ऊर्जा का दूत बनने का आग्रह किया।


डॉ अब्दुस समद, संगोष्ठी के सह-संयोजक और मानद सचिव, आईईटीई अलीगढ़ केंद्र ने डब्ल्यूटी - आईएस दिवस का अवलोकन प्रस्तुत किया। उन्होंने आईईटीई के अध्यक्ष का संदेश पढ़ कर सुनाया और कहा कि इस वर्ष के दूरसंचार दिवस का विषय ‘वृद्ध व्यक्तियों के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी और स्वस्थ आयु वृद्धि’ संगोष्ठी के विषय से जुड़ा हुआ है।


एएमयू के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रोफेसर मोहम्मद अल्तमश सिद्दीकी ने मुख्य अतिथि के रूप में उद्घाटन भाषण दिया। उन्होंने हरित ऊर्जा और सतत विकास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अगर हम पर्यावरणीय आपदाओं से बचना चाहते हैं तो हमें स्थायी भविष्य के लिए हरित ऊर्जा का प्रयोग बढ़ाना होगा।


अपने अध्यक्षीय भाषण में, प्रोफेसर मुजफ्फर अहमद सिद्दीकी, अध्यक्ष, आईईटीई, अलीगढ़ ने आईईटीई की प्रासंगिकता और एएमयू के साथ इसके मजबूत जुड़ाव के बारे में बात की।


श्रीमती कौसर जहान, प्रभारी, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग अनुभाग ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।


इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद रिहान और डॉ मो. तारिक ने तकनीकी सत्र में विशेष वार्ता प्रस्तुत की।


समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए।


संगोष्ठी के आयोजन सचिव श्री मोहम्मद तारिक समी और श्री मो. उमर रहमान, सहायक प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग अनुभाग ने समापन सत्र का संचालन किया।


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8 अमुवि छात्रों का चयन


अलीगढ़ 20 मईः नोएडा स्थित इंटरनेशनल इवेंट मैनेजमेंट कंसल्टिंग कंपनी टैब ग्रुप ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिस (सामान्य) द्वारा कैंपस प्लेसमेंट प्रक्रिया के माध्यम से विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों के 8 एएमयू छात्रों को नौकरी कि लिए चयनित किया है।


श्री साद हमीद (टीपीओ जनरल) ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विकास, प्रतिभा अधिग्रहण (एचआर), सामग्री विशेषज्ञ और रणनीतिक गठबंधन भागीदारी क्षेत्रों के लिए चयनित छात्रों में एमए मास कम्युनिकेशन की इमरा फहीम, ओनैजा फातिमा, इफहाम उल्लाह खान, एमएचआरएम की आयुषी गुप्ता, एमए इकोनॉमिक्स की हबीबा आसिफ, एमबीए के इशराक अली, असदुल्ला और महमूद शेख शामिल हैं।


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आदित्य मेनन ने दिया एएमयू साहित्य महोत्सव का उद्घाटन भाषण


अलीगढ़, 20 मईः नई दिल्ली से पधारे राजनीतिक पत्रकार, आदित्य मेनन ने आज अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में क्षेत्रीय राजनीति, चुनाव डेटा, कॉर्पाेरेट-राजनीतिक गठजोड़ और अल्पसंख्यक समुदायों से संबंधित मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किये। वह यूनिवर्सिटी डिबेटिंग एंड लिटरेरी क्लब द्वारा आयोजित तीन दिवसीय (20 से 22 मई) साहित्यिक महोत्सव के उद्घाटन समारोह में ‘ए डेमोक्रेसी विदाउट एन ओप्पोसिशन, डिकोडिंग द इंडियन पॉलिटिकल लैंडस्केप’ विषय पर बोल रहे थे।


आदित्य मेनन ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र की विशेषता पारस्परिक जवाबदेही की प्रणाली और एक बहुत ही महत्वपूर्ण विचार-विमर्श की प्रक्रिया है। विधायिका संवैधानिक रूप से कार्यपालिका को जवाबदेह ठहराने के लिए बाध्य है। विपक्ष को इसे वास्तव में सरकार से भी ज्यादा समझना चाहिए।


उन्होंने जोर देकर कहा कि विपक्ष को सरकार की तरह शक्तिशाली होना चाहिए क्योंकि सरकार और विपक्ष के बीच सहयोग व्यवस्था को बल देगा।


आदित्य ने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में किसी भी लोकतंत्र में आबादी का एक बड़ा बहुमत एक पार्टी द्वारा शासित नहीं है। यह लोगों के प्रति दृढ़ निष्ठा के साथ एक मजबूत विपक्ष की आवश्यकता पर जोर देता है। उन्होंने कहा कि एक कमजोर विपक्ष एक कमजोर सरकार से कहीं ज्यादा खतरनाक होता है।


आदित्य ने कहा कि एक गैर-जिम्मेदार सरकार एक डरपोक विपक्ष के साथ मिलकर समस्याऐं पैदा करती  हैं। सत्ताधारी दल के लिए यह स्पष्ट होना चाहिए कि विपक्षी दलों के साथ तालमेल बिठाना आवश्यक है। इसलिए, विपक्ष को कानून बनाने की प्रक्रिया में सही और समान प्रतिभागियों के रूप में मौजूद रहना चाहिए।


इस अवसर पर प्रोफेसर एफएस शीरानी (समन्वयक, सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र) और डॉ सदफ फरीद (अध्यक्ष, विश्वविद्यालय वाद-विवाद और साहित्य क्लब) ने आदित्य को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। आदित्य ने पहले दिन का न्यूजलेटर भी जारी किया, जिसे हलीमा सलीम (यूडीएलसी सदस्य) ने उन्हें भेंट किया।


मोहम्मद सबीह अहमद (यूडीएलसी सचिव) ने स्वागत भाषण दिया और आसिफ सऊद ने उद्घाटन समारोह का संचालन किया। उद्घाटन समारोह में प्रसिद्ध राजनीतिक इतिहासकार, डॉ लॉरेंस गौशियर ने ज़ैनब नकवी के साथ चर्चा की।


प्रख्यात उपन्यासकार तथा साहित्य एकेडमी पुरस्कार विजेता रहमान अब्बास, प्रोफेसर एम शाफे किदवई (जनसंचार विभाग) तथा प्रोफेसर तारिक छतारी ‘सामाजिक यथार्थवाद और समकालीन उर्दू उपन्यासों से परे’ विषय पर एक पैनल चर्चा में शामिल हुए जिसके बाद अब्दुल सबूर किदवई और डॉ अजरा राजा के बीच एक मनोरंजक ऑनलाइन साहित्यिक संवाद भी हुआ।


उद्घाटन दिवस का समापन संगीतमय प्रस्तुति ‘रेड टी-रैपः द बैंड’ के साथ होगा








एएमयू में हज प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 22 मई को होगा


अलीगढ़, 20 मईः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के स्टाफ क्लब में 22 मई रविवार को हज प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें इस वर्ष हज पर जाने वाले श्रद्धालुओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यूनिवर्सिटी हैल्थ सर्विस के सीएमओ प्रभारी डाक्टर शारिक अकील ने बताया है कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी हज पर जाने वाले श्रद्धालुओं के मार्गदर्शन के लिए यूनिवर्सिटी स्टाफ क्लब में 22 मई रविवार को दोपहर 2 बजे हज प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिसमें इस मुबारक सफर और हज व उमरा से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जायेंगी।


उन्होंने सभी पुरूष व महिलाओं से इसमें शामिल होने का आग्रह किया है। डा. शारिक अकील ने कहा है कि इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी मोबाइल नम्बर 7906984232 व 7455829904 से प्राप्त की जा सकती हैं।

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