अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़। पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों में डायरिया से होने वाली कुल मौतों को कम करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार की मदद से कंज्यूमर हैल्थ एवं हाईजीन ने डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया के तहत डायरिया नेट जीरो लांच किया। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और एक्सटर्नल अफेयर्स एंड पार्टनरशिप रेकिट साउथ एशिया के डायरेक्टर रवि भटनागर द्वारा यह लांच किया गया। इस कार्यक्रम के तहत डायरिया की रोकथाम और उपचार के लिए डब्ल्यूएचओ की सात सूत्रीय योजना का पालन किया जाएगा। यह कार्यक्रम यूपी के 13 जिलों में शुरू किया जा रहा है।
...कंपनी के वाइस प्रेसीडेंट गौरव जैन ने दी
रेकिट साउथ एशिया सीनियर वाइस प्रेसीडेंट गौरव जैन ने बताया कि यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश में डायरिया के 26 प्रतिशत मरीजों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए सीधे 10 मिलियन लोगों को प्रभावित करेगा। कार्यक्रम के एक भाग के रूप में रेकिट एक स्केलेबल और रेप्लिकेबल मॉडल तैयार करेगा, जिससे डब्ल्यूएचओ की सात सूत्रीय योजना के अनुरूप फ्रंटलाइन वर्कर्स (आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी वकर्स आदि) इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के बीच क्षमता निर्माण की जाएगी। डायरिया की रोकथाम, स्वास्थ्य में सुधार और जमीनी स्तर पर जुड़ाव के माध्यम से इसके बारे में प्रचार बातचीत और सामाजिक बदलाव लाया जाएगा। सरकारी अस्पतालों में जिंक और ओआरएस की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये आपूर्ति श्रंृखला का आंकलन किया जाएगा। आयुष्मान भारत योजना में सहयोग देने के लिए डायरिया नेट जीरो वाउचर योजना के माध्यम से आउट पेशेंट और इनपेशेंट उपचार के लिए मौद्रिक सहायता दी जाएगी। यह पहल इमरजेंसी मामलों के त्वरित इलाज, पूर्ण टीकाकरण कवरेज पर फोकस और डायरिया की देखभाल के लिए सरकारी हैल्थ सिस्टम के रिस्पॉन्स को बेहतर बनाते हुए देखभाल की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगी।