दिल्ली में किया ‘भविष्य के डॉक्टरों’ ने प्रदर्शन, देश भर से जुटे थे यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्र

Aligarh Media Desk


अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, दिल्ली/अलीगढ़। चार माह से अधिक बीत जाने के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा यूक्रेन से बापस लाये गए हजारों की संख्या में मेडिकल छात्रों के भविष्य पर कोई सकारात्मक निर्णय न दिए जाने से मंगलवार को उनका धैर्य जबाव दे गया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को देश भर से जुटे ऐसे ही सैंकड़ों छात्र-छात्राओं ने दिल्ली के नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) पर धरना दे प्रदर्शन किया। चार माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी छात्रों की मांग के अनुरूप अभी तक उन्हें स्वदेश (भारत) मे ही आगामी मेडिकल शिक्षा जारी रखने के केंद्र सरकार के किसी आदेश के जारी न होने की पीड़ा व रोष छात्रों में स्पष्ट नजर आया।सभी का कहना था कि जब छोटे- छोटे देश इसराइल, पाकिस्तान, घाना आदि अपने यहां के बच्चों को उनके देश मे ही एडमिशन दे सकते हैं तो भारत मे ऐसा क्यों नहीं। 


दिनभर चले प्रदर्शन के बाद छात्रों के एक शिष्ट मंडल को एनएमसी के डारेक्टर से मिलवाया गया,शिष्टमंडल में शामिल अलीगढ़ के छात्र ऋत्विक वाष्णेय ने बताया कि उन्हें बताया गया कि केंद्रीय नेतृत्व व संबंधित मंत्रालय के अधीनस्थ से मिलकर एनएमसी नीति निर्धारित कर रहा है, जिसकी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में शीघ्र ही दाखिल कर दी जाएगी।