*लम्पी स्किन डिसीज की रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए विशेष सचिव पशुधन विभाग ने कलैक्ट्रेट में की बैठक*
*अन्तर्विभागीय समन्वय से संक्रमण की रोकथाम के लिये युद्धस्तर पर मिशन मोड में करें कार्य*
*अफवाहों को रोकने के लिए संक्रमण की रोकथाम करने के साथ ही जनमानस को किये गये अच्छे कार्यों से अवगत भी कराएं*
*कृत कार्यवाही एवं अगले दिन किये जाने वाले कार्यों की प्रतिदिन की रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए*
*प्रभावित क्षेत्र को कंटेनमंेट जोन बनाते हुए 500 मीटर से 05 किलोमीटर के दायरे में करें रिंग वैक्सीनेशन*
*प्रभावी अनुश्रवन के लिए स्मार्ट फोन के साथ 24 घण्टे कन्ट्रोल रूम किया जाए संचालित*
*- विशेष सचिव शासन देवेन्द्र कुमार पाण्डेय*
*पशु चिकित्साधिकारी अपनी क्षमताओं का पूरी तरह से उपयोग करते संवेदनशीलता के साथ अभियान को सफल बनाएं*
*विशेष सचिव द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए पशुधन को एलएसडी मुक्त कराएं
अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़, अगस्त 2022 (सू0वि0) लम्पी स्किन डिसीज पशुओं, मुख्यतः गौवंशों को प्रभावित करता है, रोग के बारे में आप सभी अवगत ही हैं इसकी रोकथाम एवं इससे पशुओं विशेषकर गौवंशों में संक्रमण को कम करने के लिये युद्धस्तर पर मिशन मोड में कार्य करना है। यह एक प्रकार की आपदा है, इसे सामान्य ड्यूटी न समझें। संवेदनशीलता से कार्य करते हुए पशुधन को बचाने में जी-जान से जुट जाएं। तेजी से वैक्सीनेशन करें, प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में 70 हजार वैक्सीन उपलब्ध कराई जा चुकीं हैं और आपकी मांग व आवश्यकतानुरूप इसकी और आपूर्ति करा दी जाएगी। जहां भी वैक्सीनेशन के लिये जाएं पशुपालकों को रोग की रोकथाम के लिये प्रशिक्षित करें और किसी भी प्रकार की अफवाहों को फैलने से रोकते हुए पैनिक स्थिति ना उत्पन्न होने दें। हमें ना केवल रोग की रोकथाम करनी है बल्कि जनमानस को अपने द्वारा किये गये अच्छे कार्यों से भी अवगत कराना है ताकि वह किसी भ्रम की स्थिति में न रहें।
उक्त विचार अपने दो दिवसीय जनपद भ्रमण पर आये विशेष सचिव पशुधन विभाग उ0प्र0 शासन देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कलेक्ट्रेट सभागार में आहुत लम्पी स्किन डिजीज बीमारी के प्रभावी नियंत्रण के दृष्टिगत जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह, संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी एवं समस्त पशु चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक में व्यक्त किये। विशेष सचिव ने कहा कि पूरा अभियान प्रिवेन्सन, उपचार एवं वैक्सीनेशन तीन बातों पर निर्भर करेगा जिसमें अन्तर्विभागीय समन्वय अति आवश्यक है। उन्होंने पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि अन्तर्राज्यीय एवं अन्तर्जपदीय सीमाओं से पशु परिवहन को तत्काल प्रभाव से रोका जाए। इसी प्रकार जनपद में भी पशु मेले, पैंठ एवं बाजारों को स्थगित कराया जाए। उन्होंने पंचायती राज विभाग को निर्देशित किया कि क्लस्टर बनाकर सफाई कर्मियों के माध्यम से गौआश्रय स्थलों की साफ-सफाई कराई जाए। इसके साथ ही ग्राम पंचायतों के अंटाइड फण्ड का उपयोग कर उससे चूना, एंटी लार्वा एवं डीडीटी का छिड़काव कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी अभियान की सफलता के लिये आवश्यक है कि आपका सूचना तंत्र मजबूत हो। पंचायत स्तर के कार्मिक प्रभावित पशुओं की जानकारी फौरी तौर पर सम्बन्धित पशु चिकित्साधिकारियों को दें, ताकि संक्रमण के प्रसार को वहीं रोका जा सके। पंचायत सेक्रेटरी व लेखपाल के माध्यम से संक्रमित पशुओं को उचित स्थान पर सेग्रीगेट रखने की व्यवस्था कराई जाए ताकि उनका प्रभावी उपचार हो सके। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि प्रभावित क्षेत्र में एंटी लार्वा एक्टिविटी कराई जाए एवं पशु चिकित्साधिकारियों द्वारा वैक्सीन में उपयोग की गयी सिरिंज और अन्य सामग्री को नजदीकी सीएचसी पर एकत्र कराते हुए उसका प्रभावी निस्तारण किया जाए। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश सरकार के पास पर्याप्त मात्रा में दवाइयां व वैक्सीन उपलब्ध हैं इसके अतिरिक्त भी यदि आवश्यक है तो जिला योजना से भी दवाएं क्रय की जा सकती हैं। उन्होंने सीवीओ को निर्देशित किया कि आज किये गये कार्यों एवं अगले दिन किये जाने वाले कार्यों की प्रतिदिन की रिपोर्ट जिलाधिकारी को उपलब्ध कराई जाए। प्रभावित क्षेत्र को कंटेनमंेट जोन बनाते हुए 500 मीटर से 05 किलोमीटर के दायरे में रिंग वैक्सीनेशन किया जाना है। विकासखण्ड वार जनपद का मैप लेकर प्रभावी ढंग से मैपिंग कर वैक्सीनेशन शुरू किया जाए। उन्होंने निर्देश दिये कि वैक्सीनेशन से पूर्व ही सम्बन्धित ग्राम केे पशुपालकों को सूचित करते हुए एक ही स्थान पर पशुओं को एकत्र कर लें ताकि तेजी से वैक्सीनेशन किया जा सके। उन्होंने जनपद में 24 घण्टे कन्ट्रोल रूम संचालन के साथ ही ऑपरेटर को प्रभावी अनुश्रवन के लिए स्मार्ट फोन दिये जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि सभी गौआश्रय स्थलों पर प्राथमिकता से वैक्सीनेशन कराया जाए।
जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने विशेष सचिव को आश्वस्त किया कि अन्तर्विभागीय समन्वय से इस अभियान को सफल बनाया जाएगा। उन्होंने पशु चिकित्साधिकारियों को महा बलशाली हनुमान की संज्ञा देते हुए कहा कि आपको भी अपनी क्षमताओं का पूरी तरह से उपयोग करते हुए इस कार्य को पूरा करना है। उन्होंनें उनके अधिकारों, क्षमताओं व दायित्वों का बोध कराते हुए कहा कि आप भाग्यशाली हैं जो शासकीय सेवा में रहते हुए आपको जीविका चलाने के साथ ही इस तरह के पुनीत कार्य करने के अवसर प्राप्त होते रहते हैं। ऐसे में संवेदनशीलता के साथ विशेष सचिव द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुए मिशन मोड में जनपद के पशुधन को इस बीमारी से मुक्त कराएं। उन्होंने पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि वैक्सीनेशन के समय निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ग्लब्स और मास्क पहनना सुनिश्चित करें ताकि इसके प्रसार को रोका जा सके।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 बी0पी0 सिंह ने बताया कि जनपद के 07 विकासखण्डों में 107 ग्राम पंचायतें प्रभावित हैं जिनमें टप्पल के सर्वाधिक 72 ग्र्राम, चण्डौस के 10, खैर के 15, अतरौली के 02, गंगीरी के 03, लोध के 02 व इगलास के 03 ग्राम पंचायतांें में कुल 3608 पशु प्रभावित हैं जबकि 78523 पशुओं को सस्पेक्टेबल की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 38 सैम्पल जांच के लिये मथुरा भेजे गये हैं। जनपद में वैक्सीनेशन को प्रभावी ढ़ंग से कराए जाने के लिए 36 टीमों का गठन किया गया है जिनके माध्यम से प्राप्त कराई गयी 70000 वैक्सीन का ब्लॉकवार आवंटन कराते हुए 6102 पशुओं को वैक्सीन लगा दी गयी है।
इस अवसर पर सीडीओ अंकित कुमार खण्डेलवाल, एडीएम प्रशासन डी0पी0 पाल, सिटी मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार वर्मा, एसपी क्राइम रजनी सिंह, जिला विकास अधिकारी भरत कुमार मिश्र, सीएमओ डा0 नीरज त्यागी समस्त पशु चिकित्साधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
*लम्पी बीमारी से गौवंशों को सुरक्षित रखने के लिए वैक्सीनेशन ही उपाय*
*गौपालक अन्य किसी भी प्रकार के भ्रम में न आएं, प्रदेश सरकार करा रही है निःशुल्क वैक्सीनेशन*
*ड्रग इंस्पेक्टर को बाजारों में फर्जी दवाओं के विरूद्ध अभियान चलाने के दिये निर्देश*
अलीगढ़ 30 अगस्त 2022 (सू0वि0) लम्पी एक वायरस जनित बीमारी है, जो गौवंशीय पशुओं में ज्यादा होती है, महिष वंशीय पशुओं की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने के कारण उनमें संक्रमण का कम असर देखने को मिलता है। जनपद के खैर एवं टप्पल क्षेत्र में जोकि हरियाणा एवं मथुरा से सटा हुआ क्षेत्र है, वहां कुछ पशुओं में इस बीमारी को देखा गया है। संक्रमित पशुओं को अन्य पशुओं से अलग रखा जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा भेजी गयी वैक्सीन से गौवंशों को प्रतिरक्षित किसा जा रहा है। पशुपालन विभाग के चिकित्सकों द्वारा लगातार टीमों के माध्यम से नजर रखी जा रही है। गौपालकों को चाहिए कि वह संक्रमित जानवरों को अन्य जानवरों से अलग रखें। गौवंशों का जल्द से जल्द वैक्सीनेशन करा लें। गायों में लम्पी का संक्रमण होने की दशा में दूध कम हो जाता है।
उन्होंने बताया कि कुछ लोग आपदा में अवसर की तलाश में जुट जाते हैं। ऐसे ही बाजार में की डप्सी नामक दवा, वैक्सीन बाजार में बिक्री के लिये उतार दी गयी है। मथुरा जनपद में इस प्रकार का एक मामला प्रकाश में आया है। जनपद अलीगढ़ में इस सम्बन्ध में ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देशित कर दिया गया है कि वह बाजारों में थोक व रिटेल के मेडिकल स्टोर पर सघन चैकिंग अभियान चलाएं। यदि इस तरह का कोई स्टॉक मिलता है तो उसे तत्काल प्रभाव से सीज कराएं। यह इसलिये भी जरूरी है कि बीमारी की आड़ में भोले भाले पशुपालकों का शोषण न होने पाये। प्रदेश सरकार द्वारा मुफ्त में वैक्सीनेशन कराया जा रहा है। पशुपालन विभाग के चिकित्सक लगातार वैक्सीनेशन के साथ ही संक्रमण के प्रसार पर निगाह बनाये हुए हैं।
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