अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़| अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आर्ट्स फ़ैकल्टी द्वारा आयोजित पहले ‘एक्जिट लेक्चर कार्यक्रम’ के तहत बोलते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष, प्रोफ़ेसर (सेवानिवृत्त) रमेशचंद रावत ने ‘गांधी और हमारा समय’ विषय पर बात करते हुए कहा कि समाज का कल्याण तभी संभव है जब आज हम गांधी जी के अंतिम आदमी तक पहुँच सकें। गांधी जी ने अपने अहिंसा के सिद्धांत से पूरे विश्व को रास्ता दिखाया लेकिन विडंबना यह है कि अपने ही देश में गांधी जी महज औपचारिकता भर रह गये हैं। बाजार ने गांधी के ब्रांड में तब्दील कर दिया है। प्रो. रावत ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि लेकिन चाहे जो हो जाये अंत में गांधीवादी विचारधारा, प्रतीक और मूल्य ही हैं जिनसे समाज की तरक्की संभव है।
प्रो. रावत ने ‘चंपारण आंदोलन’ के बहाने से गांधी-दर्शन के विभिन्न अनछुये पहलुओं को श्रोताओं के समक्ष रखा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए दर्शनशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष, प्रोफ़ेसर (सेवानिवृत्त) तारिक़ इस्लाम ने गांधी जी को राजनीतिक वेदांती और जनता का आदमी बताया। उन्होंने गांधी जी के स्वतंत्रता आंदोलन के रहनुमाई करने वाले पक्ष पर प्रकाश डाला। कला संकाय के डीन प्रो. इम्तियाज़ हसनैन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा और विज़न पर प्रकाश डाला।
हिंदी विभाग के अध्यक्ष प्रो. आशिक़ अली ने अतिथियों और श्रोताओं को धन्यवाद-ज्ञापित किया। संचालन हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डा. शाहबाज़ अली खान ने किया। इस अवसर पर कला संकाय के डीन प्रो. इम्तियाज़ हसनैन ने मुख्य वक्ता प्रो. रमेशचंद रावत को सेवानिवृत्ति प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी व छात्र मौजूद रहे।
..नैनो साइंस क्विज में स्कूली छात्रों ने लिया भाग
अलीगढ़, 22 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और अलीगढ़ के वुडबाइन स्कूल, ओएलएफ, अल बराकत, एएमयू गर्ल्स हाई स्कूल, ब्लैकडेल स्कूल और मिंटो सर्कल सहित विभिन्न स्कूलों के दर्जनों छात्रों ने इंटरडिसिप्लिनरी नैनो टेक्नोलॉजी के आउटरीच कार्यक्रम के तहत आयोजित दो प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं में भाग लिया। एएमयू के केंद्र आईएनसी का उद्देश्य आउटरीच कार्यक्रम के तहत स्कूली छात्रों में नैनोसाइंस और नैनो टेक्नोलॉजी के बारे में जागरूकता पैदा करना था।
पहले क्विज में सालेहा शाहीन (एएमयू गर्ल्स हाई स्कूल) ने पहला पुरस्कार जीता, जबकि ज़ैनब बतुल (अल बरकत पब्लिक स्कूल) और आयुषी चौधरी (एएमयू गर्ल्स हाई स्कूल) ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
दूसरी प्रतियोगिता में इल्मा काजी (एसएसजीएच) ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि सैयद सआदत अहमद (सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल-बॉयज) और अशरफ अजीज (एसटीएस स्कूल) ने क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
छात्रों को नैनो तकनीक के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए प्रो. अबसार अहमद (संस्थापक निदेशक, आईएनसी) ने कहा कि जब हम स्कूल में थे, उस समय के छात्रों को नैनोसाइंस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अब यह हमारा कर्तव्य है कि हम स्कूली बच्चों को इस बारे में शिक्षित करें कि नैनोसाइंस और टेक्नोलॉजी में करियर कितना दिलचस्प और फायदेमंद हो सकता है।
उन्होंने नैनोटेक्नोलॉजी में दवा के भविष्य के बारे में बात की और कहा कि मुझे यकीन है कि सभी स्कूली बच्चे प्रस्तुतियों के दौरान परमाणुओं और सामग्रियों की दुनिया से फ्लोरोसेंट क्वांटम डॉट्स, चुंबकीय नैनोकणों, नैनोसेंसर और नैनो डिवाइसेस की छवियां देखेंगे।
आईएनसी के वर्तमान निदेशक डॉ. मुहम्मद अजहर अजीज ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को नैनो टेक्नोलॉजी के लाभों और संभावनाओं के बारे में सरल और आसान तरीके से सूचित करना था।
डॉ. अजहर अजीज ने 50 से अधिक छात्रों के साथ दो सत्र आयोजित किए जिसमें उन्होंने छात्रों को नैनोसाइंस और नैनो टेक्नोलॉजी के विभिन्न अनुप्रयोगों के बारे में विस्तार से बताया।
समापन टिप्पणी में, डॉ फरशा समा ने नई पीढ़ी को नैनोसाइंस नवाचारों के माध्यम से जीवन बदलने के लिए प्रेरित किया।
------------------------
एसटीएस स्कूल के प्राचार्य सम्मानित
अलीगढ़, 22 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सैयदना ताहिर सैफुद्दीन (एसटीएस) स्कूल के प्राचार्य श्री फैसल नफीस को उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षामंत्री श्री योगेंद्र उपाध्याय द्वारा उनके उल्लेखनीय शैक्षणिक एवं प्रशासनिक कार्यों के लिए ‘स्कूल उत्कृष्टता पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।
उन्हें अलीगढ़ के एक होटल में आयोजित एक समारोह में शिक्षा, नेतृत्व और प्रबंधन कौशल के क्षेत्र में अनुकरणीय सेवाओं के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया।