जनता से वित्तपोषित, UPI, PhonePe, और PayTM: 9219129243

जेएनएमसी के एनेस्थीसियालोजी विभाग में विस्तार व्याख्यान का आयोजन, पुस्तकों का विमोचन

0


अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़| अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर द्वारा जेएन मेडीकल कालिज के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की प्रोफेसर शहला हलीम तथा पैरामेडिकल कॉलेज की डॉ निदा नवाज द्वारा लिखित पुस्तक ‘एनेस्थीसिया कंसोलिडेटेड नोट्स ऑफ ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी’ तथा सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर विजेन्द्र सिंह और कामर्स विभाग के डा. मुहम्मद आसिफ द्वारा लिखित पुस्तक वित्तीय साक्षरता वित्त योजना को समर्पित अमरी मेरा जन्द सिद्व अधिकार का विमोचन प्रशासनिक ब्लाक के चयन समिति कक्ष में किया गया।


इस अवसर पर कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कहा कि मुझे आशा है कि यह पुस्तक ऑपरेशन थिएटर में एक उपयोगी संदर्भ पुस्तक सिद्व होगी जिससे चिकित्सकों को ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलेगा तथा विषय वस्तु के बारे में उनके दृष्टिकोण को व्यापक बनाएगी।


प्रोफेसर राकेश भार्गव (डीन, फैकल्टी ऑफ मेडिसिन और प्रिंसिपल, जेएनएमसी) ने जोर देकर कहा कि यह पुस्तक एनेस्थिसियोलॉजी के जटिल विषय को अधिक समझने योग्य और आसान भाषा में प्रस्तुत करती है।


प्रोफेसर इब्ने अहमद (प्रिंसिपल, पैरामेडिकल कॉलेज) ने कहा कि प्रोफेसर शाहला हलीम और डॉ निदा नवाज की किताब ऑपरेशन थिएटर में एनेस्थीसिया के बारे में एक उचित संदर्भ प्रदान करने का प्रयास करती है और इस क्षेत्र में नवीनतम प्रगति की बेहतर समझ विकसित करने में मदद करेगी।


प्रो काज़ी एहसान अली (अध्यक्ष, एनेस्थिसियोलॉजी विभाग) और डॉ अबू नदीम ने कहा कि यह पुस्तक ऑपरेशन थिएटर टेक्नोलॉजी के एनेस्थीसिया कंसोलिडेटेड नोट्स के संदर्भ में प्रासंगिक विषयों पर केंद्रित एक पुस्तक है।


प्रोफेसर शहला हलीम पुस्तक की मुख्य संपादक और डा. निदा नवाज़ सह संपादक हैं।


वित्तीय साक्षरता, वित्त योजना एवं जागरूकता को समर्पित हिन्दी भाषा में लिखी गई ’अमीरी मेरा जन्म सिद्ध अधिकार’ नामक पुस्तक का विमोचन करते हुए कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि वित्तीय साक्षरता एवं वित्त योजना जैसे जटिल विषय पर सरल हिन्दी भाषा में पुस्तक लिखकर लेखकों द्वारा जन सामान्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य किया है तथा यह पुस्तक विद्यार्थियों, वेतन भोगियों, किसानों, व्यापारियों सहित सभी वर्गों के लिए पठनीय है। कुलपति ने कहा कि पुस्तक में भारत में व्याप्त गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा, कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझने के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति को अपनी भूमिका निभाने का विस्तार से वर्णन किया गया है।


पुस्तक विमोचन के अवसर पर पुस्तक के लेखक, बैंक के पूर्व मुख्य प्रबंधक एवं सर्टीफाइड फाइनैन्सियल प्लानर विजेन्द्र सिंह तथा लेखक कामर्स विभाग के सीनियर फैकल्टी डा० मौहम्मद आसिफ, कामर्स फैकल्टी के डीन प्रो नासिर जमीर कुरैशी, कामर्स विभाग के चेयरमैन प्रो एस एम इमामुल हक के साथ साथ वरिष्ठ समाजसेवी जय सिंह सुमन, पूर्व बैंकर हरी ओम शरण, हरदयाल सिंह, सौदान सिंह, मोतीलाल दृविढ, राजकुमार निमेष, डॉ सत्य प्रकाश गोला, डॉ प्रमोद कुमार, नैपाल सिंह, अभय कीर्ति विक्रम आदि बुद्धिजीवी उपस्थित थे।


-------------------


जेएन मेडीकल कालिज के माइक्रोबायोलोजी विभाग में हेल्थकेयर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन


अलीगढ़, 26 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएनएमसी) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग द्वारा मेकिन्टर्न और ई-सेल आईआईटी खड़गपुर के सहयोग से, “स्वास्थ्य देखभाल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता” पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मेडिसिन फैकल्टी के डीन एवं प्रिंसिपल प्रोफेसर राकेश भार्गव ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मशीनों में मानव बुद्धि और उनकी क्रियाओं के अनुकरण को संदर्भित करता है जिसे मनुष्यों की तरह सोचने के लिए प्रोग्राम किया जाता है।


उन्होंने कहा कि यह शब्द किसी भी मशीन पर लागू किया जा सकता है जो सीखने और समस्या-समाधान जैसे मानव दिमाग से जुड़े लक्षण प्रदर्शित करता है। एआई एक्स-रे का विश्लेषण करने में, खासकर कोविड-19 के दौरान, बहुत उपयोगी साबित हुआ है।


आयोजन अध्यक्ष और जेएनएमसीएच के चिकित्सा अधीक्षक, प्रो हारिस एम खान ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि एआई वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य में महामारी से निपटने के साथ-साथ नियमित स्वास्थ्य देखभाल में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।


उन्होंने कहा कि एआई हेल्थकेयर डेटा की बढ़ती उपलब्धता और एनालिटिक्स तकनीकों की तेजी से प्रगति द्वारा संचालित एक आदर्श बदलाव ला रहा है।डॉ. पुनीत कक्कड़, कार्यात्मक और उद्योग विश्लेषिकी प्रबंधक, एप्लाइड इंटेलिजेंस, रणनीति और परामर्श, एक्सेंचर (आईआईटी खड़गपुर) ने एक व्यावहारिक विचार-मंथन कार्यशाला के बाद एआई के बारे में प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की।


कार्यक्रम में एमबीबीएस, एमडी और इंटरडिसिप्लिनरी बायोटेक्नोलॉजी यूनिट के छात्रों ने भाग लिया, जबकि डॉ. फातिमा खान, फैकल्टी कोऑर्डिनेटर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।


-----------------------------


जेएनएमसी के एनेस्थीसियालोजी विभाग में विस्तार व्याख्यान का आयोजन

अलीगढ़, 26 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग द्वारा विस्तार व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमें एनेस्थीसिया के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले गुरुग्राम स्थित मेदांता मेडिसिटी के दो डॉक्टरों ने व्याख्यान प्रस्तुत किये। डॉ हर्ष सपरा (वरिष्ठ निदेशक और प्रमुख न्यूरोएनेस्थेसिया और न्यूरोक्रिटिकल केयर) ने ‘एक्यूट इस्केमिक स्ट्रोक के क्रिटिकल केयर मैनेजमेंट’ के बारे में विस्तार से चर्चा की जबकि डॉ राज कुमार अरोड़ा (एसोसिएट डायरेक्टर और हेड, पेन मेडिसिन) ने फैकल्टी और रेजिडेंट डॉक्टरों को ‘ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया - एन अपडेट’ पर जानकारी प्रदान की।


कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष और एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर काजी एहसान अली ने अतिथि वक्ताओं का स्वागत किया। डॉ हर्ष ने बताया कि कैसे स्ट्रोक का गहन देखभाल प्रबंधन रक्तस्रावी परिवर्तन जैसे पुनर्संयोजन की जटिलताओं को कम करने और मस्तिष्क की एडिमा और प्रगतिशील सहित माध्यमिक मस्तिष्क की चोट को कम करने पर केंद्रित है। जबकि डॉ राज कुमार ने ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया के निदान और न्यूरोसर्जिकल उपचार की प्रतिक्रिया की भविष्यवाणी के लिए रोगियों के विस्तृत इतिहास के महत्व पर चर्चा की। प्रोफेसर काजी एहसान ने स्वागत भाषण भी दिया।


प्रोफेसर राकेश भार्गव (डीन, फैकल्टी ऑफ़ मेडिसिन और प्रिंसिपल, जेएनएमसी) ने कहा कि ये उपयोगी व्याख्यान चिकित्सा आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी स्तरों पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सक्षम बनाने में बहुत सहायक सिद्ध होते हैं।


प्रोफेसर हारिस मंजूर खान (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जेएनएमसी) ने कहा कि प्रतिभागियों की उत्साह जनक बातचीत और जिस तरह से वे अतिथि वक्ताओं के साथ चर्चा में शामिल हुए, उससे संकेत मिलता है कि ये व्याख्यान बहुत उपयोगी रहे हैं।


प्रोफेसर हम्माद उस्मानी (इवेंट कोऑर्डिनेटर) और डॉ एस हुसैन आमिर ने वक्ताओं का परिचय दिया और उनके उत्कृष्ट योगदान के बारे में जानकारी दी। प्रो शहला हलीम, डॉ अबू नदीम, डॉ ओबैद ए सिद्दीकी और डॉ शहाना अली ने भी एनेस्थीसिया के क्षेत्र में हाल के विकास पर बात की।


कार्यक्रम का संचालन डॉ. नाजिया तौहीद ने किया और डॉ. एस कामरान हबीब ने धन्यवाद ज्ञापित किया।


कार्यक्रम में विभिन्न जेएनएमसी विभागों और डॉ जेड ए डेंटल कॉलेज के शिक्षकों और रेजिडेंट डॉक्टरों ने भाग लिया।


--------------------------


राष्ट्रीय स्तर की आर्म कुश्ती चौंपियनशिप में एएमयू की दो स्कूली छात्राओं  ने जीता रजत पदक


अलीगढ़ 26 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की दो स्कूली छात्राओं ने सोनमर्ग (गांदरबल), जम्मू और कश्मीर में आयोजित 44वीं राष्ट्रीय आर्म कुश्ती चौंपियनशिप में विभिन्न श्रेणियों के तहत रजत पदक जीतकर विश्वविद्यालय और अपने स्कूलों का नाम रोशन किया है।


एएमयू सिटी गर्ल्स हाई स्कूल, काजीपाड़ा की नवीं कक्षा की छात्रा मेहविश ने 50 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता, जबकि एएमयू एबीके स्कूल (गर्ल्स) की आठवीं कक्षा की छात्रा प्रसन्ना ने 45 किलोग्राम भार वर्ग में रजत पदक जीता।इससे पूर्व महविश और प्रसन्ना ने जिला स्तर पर रजत और राज्य स्तरीय आर्म कुश्ती चौंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था।


प्रो. असफर अली खान (निदेशक, स्कूल निदेशालय, एएमयू), प्रो कुदसिया तहसीन (ओएसडी, एबीके स्कूल), डॉ समीना (प्रिंसिपल, एएमयू एबीके स्कूल), और श्री मोहम्मद आलमगीर (प्रिंसिपल, एएमयू सिटी गर्ल्स हाई स्कूल) ने पदक जीतने वाली छात्राओं को बधाई दी और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उनके लिए बड़ी सफलता की उम्मीद की।


डॉ. सबा हसन (उप प्रधानाचार्य, एबीके गर्ल्स स्कूल) ने प्रसन्ना को स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र दिया और पुष्पांजलि देकर उसका अभिनंदन किया। उन्होंने खेल शिक्षक श्री शमशाद निसार को विभिन्न खेल आयोजनों के लिए छात्रों को तैयार करने के प्रयासों के लिए बधाई दी।


------------------------


आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष में प्रतियोगिता कार्यक्रम आयोजित

अलीगढ़ 26 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डॉ जेड ए डेंटल कॉलेज के प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत पूरे देश में मनाए गए भारत की आजादी के 75 गौरवशाली वर्षों को मनाने करने के लिए ई-पोस्टर और ई-स्लोगन लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की गयीं।


ई-पोस्टर प्रतियोगिता में डॉ डेनिस ब्रिज, डॉ नजमुस सहर और डॉ फरहीन ने पहला पुरस्कार जीता, जबकि मोहम्मद यूसुफ और ऋतिक शर्मा को दूसरा पुरस्कार मिला और डॉ तूबा काजी, लवकुश, पार्थ सारथी और हसन आदिल ने तीसरा पुरस्कार जीता। डॉ धनुष को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। ई-स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में मिस्बाह, डॉ. जेबा अंबरीन को प्रथम, इंशा को द्वितीय व फैज आलम खान को तृतीय पुरस्कार दिया गया। मोहम्मद सैफ सिद्दीकी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।


ई-पोस्टर और ई-स्लोगन लेखन प्रतियोगिताएं ‘मुस्कुराने की आजादी’, ‘अपने शरीर के एक हिस्से को खोने से आजादी’, ‘मौखिक पुनर्वास को बदलना’, ‘पारंपरिक से डिजिटल और आधुनिक दृष्टिकोण’ और ‘सुदृढ़ दंत चिकित्सा, संतोषजनक जीवन’ सहित विभिन्न विषयों पर आधारित थीं।


कार्यक्रम का समग्र आदर्श विषय था ‘सभी के लिए मौखिक स्वास्थ्यः प्रत्येक भारतीय को मुस्कुराने का अधिकार है‘।


प्रोफेसर असफर अली खान (निदेशक, स्कूल शिक्षा निदेशालय, एएमयू) मुख्य अतिथि थे, जबकि प्रो एस एस अहमद (पूर्व अध्यक्ष, ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग), प्रोफेसर एन डी गुप्ता (पीरियोडोंटिक्स विभाग) और प्रोफेसर गीता राजपूत (प्रोस्थोडॉन्टिक्स विभाग) ने प्रतियोगिताओं को जज किया।


-------------------


वीमेन्स कालिज में वॉलीबॉल प्रतियोगिता 29 अगस्त को


अलीगढ़ 26 अगस्तः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वीमेंस कॉलेज के शारीरिक शिक्षा अनुभाग द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त, 2022 को सुबह 10 बजे महिला प्रतिभागियों के लिए वॉलीबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है।प्रोफेसर नईमा खातून (प्रिंसिपल) ने विश्वविद्यालय की लड़कियों के लिए सभी संस्थानों और आवासीय हॉलों से टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए अपनी टीमों को भेजने का आग्रह किया है।


नाजिया खान (प्रभारी, शारीरिक शिक्षा अनुभाग) ने बताया कि टीम में एंट्री 27 अगस्त शाम 4 बजे तक की जा सकती है। उसी दिन शाम 5 बजे टूर्नामेंट का विवरण तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाग लेने वाली सभी टीमें 29 अगस्त को सुबह नौ बजे कार्यक्रम स्थल, वीमेंस कॉलेज मैदान में रिपोर्ट करें।

Tags

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)