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यूपी| संयुक्त किसान मोर्चा के 75 घंटों के महापड़ाव की लखीमपुर से हुयी शुरूआत

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अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़/लखीमपुर। संयुक्त किसान मोर्चा के 75 घंटों के महापड़ाव की लखीमपुर में  शुरूआत हुई। राजापुर गल्ला मंडी में आयोजित इस महापड़ाव में यूपी के अलावा पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, मध्यप्रदेश समेत करीब 20 राज्यों के हजारों किसानों ने अपनी मांगों की दस्तक दी। आज महापड़ाव को डा. दर्शन पाल, योगेन्द्र यादव, बूटा सिंह बुर्जगिल, मेधा पाटेकर,  डा. आशीष मित्तल, रणजीत सिंह राजू, रवि आजादआदि प्रमुख किसान नेताओं ने संबोधित किया। 

    महापड़ाव को संबोधित करते हुए लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान शहीद चार किसान और पत्रकार की शहादत को याद किया और श्रद्धांजलि दी। साथ ही वक्ताओं ने शहीद किसानों की साजिशन हत्या के मुख्य आरोपी केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की बर्खास्तगी और तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। किसानों की शहादत को 10 महीने बीत गए लेकिन हत्या साजिशकर्ता सरकार में बने रहना शर्मनाक बताया। इस केस में फंसाये गए बेगुनाह किसानों को रिहा करते हुए सभी फर्जी केस वापसी की मांग दोहरायी।

  सभी वक्ताओं ने एम एस पी पर घोषित कमेटी को किसान विरोधी  बताया और एम एम पी की कानूनी गारंटी की देशव्यापी मुहिम को और मजबूत करने की अपील की। इसी के साथ वक्ताओं विशेषकर राज्य में सक्रिय किसान नेताओं ने उत्तर प्रदेश के किसानों की प्रमुख मांगो पर भी जोर दिया। इनमें गन्ना मिलों पर किसानों के बकाया का ब्याज समेत तत्काल पेमेन्ट; कृषि के लिए मुफ्त बिजली, ट्रयूबवैल कनेक्शन पर मीटर और घरेलू कनैक्शनों पर प्री पैड मीटर लगाने पर रोक,  सभी घरेलू कनैक्शनों पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली की मांग रखी। लखीमपुर समेत तमाम जिलों में कई पीढियों से जोत रहे किसानों को जंगल के नाम पर बेदखली बंद करने की कार्रवाई पर योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इस मामले में थोपे सभी नोटिस तत्काल वापिस लेने की मांग की।अवारा पशुओं की समस्या का समाधान और सूखाढ़ से प्रभावित किसानों को देने की मांग भी उठाई।

  व्यवस्थाओं में अपेक्षित सहयोग न मिलने पर मंच से तैयारी कमेटी के बलजिन्दर सिंह मान और दिलबाग सिंह ने स्थानीय प्रशासन की तीखी आलोचना की।  राकेश टिकैत, जोगेन्द्र सिंह उगराहा सहित तमाम राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक नेता मंचासीन रहे। 



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