-रैली निकालकर दो बूंद जिंदगी की पिलाने का दिया संदेश
-बच्चों को बचाना है तो पोलियो ड्रॉप पिलाना है: जिलाधिकारी
अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़, 17 सितंबर 2022। जनपद में रविवार से चलाए जाने वाले पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत एक जन जागरूकता रैली का शुभारंभ जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा फीता काटकर एवं हरी झंडी दिखाकर किया गया। रैली में उपस्थित आशा, एएनएम, चिकित्सा अधिकारी, यूनिसेफ एवं डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उनके द्वारा जीरो से पांच वर्ष के बच्चों को 18 सितंबर को बूथ पर ले जाकर दवा पिलाने एवं 19 सितंबर से घर-घर जाने वाली टीमों को सहयोग करने की अपील की गई। "हम हैं पोलियो के सिपाही अब ना होगी पोलियो से तबाही" 'बच्चों को बचाना है तो पोलियो ड्रॉप लना है' आदि नारों के साथ मलखान सिंह जिला चिकित्सालय अस्पताल पर संपन्न हुई।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में पोलियो के प्रति जागरूकता बनाए रखना आवश्यक है क्योंकि यदि एक भी बच्चा पोलियो रोधी ड्राप से छूटता है तो सुरक्षा चक्र टूट सकता है। इसलिए जीरो से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों के लिए पोलियो ड्रॉप देना बेहद आवश्यक है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि 18 सितंबर से प्रारंभ होने वाले पांच दिवसीय अभियान के अंतर्गत जिले के 6.15 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो रोधी ड्राप पिलाई जाएगी। अभियान को सफलता के लिए जिले में कुल 1430 हाउस टू हाउस टीम 171 ट्रांजिट बूथ व 74 मोबाइल टीम गठित की गई हैं। सीएमओ ने कहा कि पल्स पोलियो के प्रति जनपद वासियों को सजग रहना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि नौनिहाल को दो बूंद जिंदगी की अवश्य पिलाएं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एम के माथुर ने बताया कि पांच वर्ष तक का कोई भी बच्चा खुराक लेने से वंचित ना रह जाए इसके लिए बस स्टैंड, चौराहों, सार्वजनिक स्थानों पर भी दवा पिलाई जाएगी। साथ ही मोबाइल टीमें ईट भट्टों, निर्माण कार्य में लगे मजदूर परिवार और घुम्मन परिवार के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएगी। उन्होंने बताया कि अक्सर देखा गया है कि मजदूर वर्ग के लोग काम खत्म होने पर जल्दी-जल्दी अपना ठिकाना बदल लेते हैं। इसके चलते इनके बच्चे खुराक पीने से छूट जाते हैं। इसलिए मोबाइल टीमों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दौरान डिप्टी डीआईओ शरद गुप्ता, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. राहुल कुलश्रेष्ठ, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर अकबर खान, यूनिसेफ एवं डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि तथा अन्य उपस्थित रहे।