अलीगढ़। 14 नवम्बर से चलाए गये अभियान में एकत्रित कचरे को भेजा गया रिसाइकिल केंद्र

Aligarh Media Desk
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*कोई भी दुकानदार सिंगल यूज पॉलीथीन में सामान न दें*

*प्लास्टिक को अपने जीवन से हटाएं, धरती को स्वच्छ बनाएं: ज़िलाधिकारी*

 

अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ 29 नवम्बर (सू0वि0) जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह द्वारा 29 नवम्बर मंगलवार को कलक्टेªट परिसर से 12 बजे स्वच्छ भारत मिशन फेस दो के तहत प्लास्टिक मुक्त पंचायत अभियान के दौरान एकत्रित सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा की शवयात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जनपद में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अन्तर्गत जनजागरूता अभियान आजादी के 75वें वर्ष में 15 अगस्त 2022 को शुरू किया गया। अभियान के तहत प्रत्येक ग्राम में प्लास्टिक बैंक बनाकर प्लास्टिक कचरे को अलग से एकत्रित किया गया। इसके अतिरिक्त गॉव के विद्यालयों एवं पंचायतघर में बैठक कर लोगों को प्लास्टिक विशेषकर सिंगल यूज प्लास्टिक को इस्तेमाल न करने के लिये जागरूक किया गया। सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रत्येक स्तर पर परिवहन, भण्डारण एवं उपयोग पूर्णतः प्रतिबन्धित है, इसलिये इसका उपयोग बन्द किया जाए। जन जागरूकता अभियान की सफलता के लिये गॉव-गॉव में रैलियां निकाली गयीं और घर-घर से प्लास्टिक कचरे को विशेष वाहन से इकट्ठा किया गया। अभियान के तहत मंगलवार को 867 गॉव से 8 टन से अधिक प्लास्टिक कचरे को एटूजेड संस्था को रिसाइकल करने के लिये सौंपा गया है। प्लास्टिक का उपयोग न केवल गैर कानूनी है बल्कि पर्यावरण को बहुत ज्यादा क्षति पहुॅचाने वाला भी है। हमारी कोशिश यही है कि अब ग्रामस्तर पर भी लोग प्लास्टिक का इस्तेमाल न करें, यह तभी संभव है कि जब लोग जागरूक हों और सामाजिक रूप से प्लास्टिक उपयोग के प्रति अस्वीकार्यता बढ़ जाए। उन्होंने जनसामान्य से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति प्लास्टिक का इस्तेमाल करता दिखे, तो उसके प्रति उपेक्षा दिखाएं ताकि वह प्लास्टिक उपयोग न करे। उन्होंने अभियान के सफल संचालन के लिये डीपीआरओ एवं उनकी टीम को बधाई देते कहा कि प्लास्टिक एकत्र करना अलग बात है और उसको सही तरीके से रिसाइकल कराना अलग बात है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील करते हुए कहा कि भविष्य में इस तरह का कचरा एकत्रित न हो इसके लिये शहरी और ग्रामीण जन इसके सहयोग करें। उन्हें पूरा विश्वास है कि उन्हें जनपदवासियों का इसमें सहयोग मिलेगा और धीरे-धीरे सिंगल प्लास्टिक उपयोग पूर्णतः बन्द हो जाएगा। 

जिलाधिकारी ने कहा कि प्लास्टिक व पॉलीथिन पर प्रतिबंध के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी घोषणा कर चुके हैं, अब इसे महा अभियान बनाने की जरूरत है। इस महा अभियान में जरूरत है, जनमानस के सहयोग की। उन्होंने जनमानस से अपील करते हुए कहा कि बाजार में कुछ सामानों की खरीदी करने के लिए प्लास्टिक बैग के बजाय कपड़े का या जुट का थैला का इस्तेमाल करें। शादियों या विभिन्न पार्टी में प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल करने के बजाए कागज या स्टील के बर्तन का इस्तेमाल कर सकते हैं। बोतलबंद पानी का उपयोग कम करें, बाहर से खाना मंगायें तो प्लास्टिक के डिस्पोजल का उपयोग कम करें। प्लास्टिक संग्रहण केन्द्र पर ही प्लास्टिक कचरा दें।

जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह ने कहा की दशकों पहले लोगों की सुविधा के लिये प्लास्टिक का आविष्कार किया गया था। लेकिन धीरे-धीरे यह अब पर्यावरण के लिये ही नासूर बन गया है। जिसकी वजह यह है कि प्लास्टिक का विघटन बिल्कुल भी नहीं होता। एक पॉलिथीन वर्षों तक जमीन में धंसी रहने के बावजूद भी वह उसी अवस्था में रहती है। प्लास्टिक और पॉलीथीन के कारण पृथ्वी और जल के साथ-साथ वायु भी प्रदूषित होती जा रही है। पहले तो यह ढे़र धरती तक ही सीमित था। अब यह नदियों से लेकर समुद्र तक हर जगह नज़र आने लगा है। धरती पर रहने वाले जीव-जंतुओं  से लेकर समुद्री जीव भी हर दिन प्लास्टिक निगलने को विवश है। इसके कारण प्रत्येक वर्ष तकरीबन 1 लाख से अधिक जलीय जीवों की मृत्यु होती है।

उन्होंने सभी दुकानदारों को जागरूक करते हुए कहा कि कोई भी दुकानदार पॉलिथीन में सामान न दें। सभी दुकानों और शॉपिंग मॉल में कागज या कपड़े के थैले होने चाहिए। प्लास्टिक के कचरे के ढे़र का सही से निपटारा होना चाहिए, ऐसे ही पानी में या जमीन में नहीं डालना चाहिए। जिस प्लास्टिक का रिसाइकलिंग हो सकती है, उसकी रिसाइकलिंग कर ऐसे उत्पाद बनाने चाहिए जो प्लास्टिक प्रदूषण कम करें। डम्पिंग ज़ोन भी सही जगह बनाना चाहिए, जिससे प्लास्टिक का कूड़ा-करकट नाले में ना अटके। कभी भी प्लास्टिक को जलाना नहीं चाहिए, इससे प्रदूषण का फैलाव ज्यादा हो जाता है।

प्रभारी जिला पंचायतीराज अधिकारी धनंजय जायसवाल ने बताया है कि जिलाधिकारी के निर्देेशन में 14 नवम्बर से सभी ग्रामों में सिंगल यूज प्लास्टिक एकत्रीकरण अभियान चलाया गया था। सभी एडीओ ने बीडीओ के दिशा निर्देशन में समय से अपने विकास खण्ड से एकत्रित कचरा वाहन को यहां के लिए रवाना किया। उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान एकत्रित सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा की शवयात्रा को डीएम द्वारा हरी झंडी दिखाये जाने के उपरांत रिसाईकल के लिये कचरा प्रबंधन इकाई तक भेजा गया है। अभियान का मुख्य उद््देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बन्द करने के लिए जागरुकता पैदा करना है। उन्होंने बताया कि सफाई कार्मिकों ने तैनाती क्षेत्र में कूड़े के रुप में पड़े हुए सिंगल यूज प्लास्टिक पॉलीथीन, बोतल, डिब्बे को एकत्रित कर सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करते हुए न्याय पंचायत स्तर पर चिन्हित प्लास्टिक संग्रहण केन्द्र पर एकत्रित किया गया था।


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