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बड़ी खबर... आमरण अनशन की घोषणा करने वाली मधु सागर की एफआईआर दर्ज

 


अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़। स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा अपनी समस्या का निराकरण न होने पर आमरण अनशन की घोषणा करने वाली मधु सागर के सामने पुलिस ने घुटने टेक दिये। मधु सागर की रिपोर्ट थाना-गांधीपार्क में धारा 307, 323, 504, 506, आईपीसी के अन्तर्गत आरोपी मनोज सागर जीआरपी काॅस्टेबल मुरादाबाद के विरूद्ध दर्ज कर ली गई है।

उल्लेखनीय है कि मधु सागर ने पिछले हफ्ते घंटाघर स्थित डाॅ0 अम्बेडकर पार्क में आरोपी मनोज सागर के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराने की तथा उसके विरूद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई कराने की मांग की थी तथा सिटी मजिस्टेªट श्री चन्द्र शेखर को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा था।
घटना की पृष्ठभूमि इस प्रकार है कि-मधु सागर पुत्री स्व. श्री सत्य प्रकाश निवासी सत्य प्रकाश सदन कंुवर नगर काॅलोनी, कमालपुर बाईपास रोड़, थाना गांधीपार्क, जिला अलीगढ़ को लगभग 01 वर्ष पूर्व 14 जनवरी, 2021 को जी0आर0पी0 कांस्टेबल मनोज सागर ने मुझे जान से मारने की कोशिश की थी तथा उनके घर का सामान फंेक दिया था और उनकी नकदी, गहने ले गया था। जो आजतक नहीं मिले हैं।
घटनाक्रम के अनुसार घटना दि. 14.01.2021 समय सायं 6 बजे मधु सागर का बेटा ध्रुव कुमार घर पर था मधु सागर सब्जी लेने गयी थी तो मनोज सागर जी.आर.पी. कांस्टेबल मुरादाबाद रेलवे स्टेशन मधु सागर के घर पर आया और मधु सागर केे बेटे ध्रुव को गाली गलौज देने लगा तथा घर का घरेलू सामान निकाल कर बाहर फेंकने लगा बेटे ने विरोध किया तो उसे कमरे में बंद कर बुरी तरह से मारपीट करने लगा जान से मारने की नीयत से गला दवा दिया। इस घटना की मधु सागर को जानकारी होने पर वह थाना-गांधीपार्क पहुॅची तथा पुलिस को अपनी दास्तान बतायी।
पुलिस ने मधु सागर की शिकायत सुनकर मधु सागर का फंेका हुआ सामान तो घर के अन्दर करा दिया, लेकिन मनोज सागर के पुलिस में होने के कारण पुलिस ने घर से गायब मधु सागर का स्त्री धन इस मकान से गायब जेबर लगभग 5 तोला सोना, चांदी 1/2 किलो तथा 5 लाख रूपया नकद और घरेलू सभी सामान आज तक नहीं दिलाया है।
इस प्रकरण को लेकर मधु सागर गत लगभग 01 वर्ष से स्थानीय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस क्षेत्राधिकारी आदि के यहां लगातार शिकायतें देती रही हैं। मधु सागर व्यक्तिगत रूप से मिलकर भी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस क्षेत्राधिकारी व थानाध्यक्ष को शिकायतें दी हैं। मधु सागर को आश्वासन भी एफआईआर दर्ज कराने के दिये गये। जांचोपरांत घटना भी सही पायी गयी है। उसके बावजूद भी मनोज सागर के पुलिस में होने के कारण पुलिस विभाग ने उसके विरूद्ध एफआईआर दर्ज नहीं की है और न ही उनकी नकदी व जेवरात वापस कराये हैं। इधर व्यक्ति मनोज सागर मधु सागर व उसके बेटे को जान से मारने की धमकी देता रहा है।
मधु सागर का स्त्री धन उक्त मकान में जेबर लगभग 5 तोला सोना, चांदी 1/2 किलो तथा 5 लाख रूपया नकद और घरेलू सभी सामान आज तक नहीं मिला है। गत सप्ताह इस प्रकरण को लेकर मधु सागर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से मिली थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने एफआईआर के आदेश भी दिये थे। लेकिन वह कागजात सम्बन्धित थाने ही नहीं पहंुचे और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। कई बार इस प्रकरण से सम्बन्धित प्रार्थना पत्र गायब कर दिये गये हैं। अतः मजबूर होकर मधु सागर को एक दिवसीय सांकेतिक धरने पर बैठना पड़ा।

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