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पुलिस ने चावल माफिया से सांठगांठ कर दो पत्रकारों को फसाया, भेजा जेल ...योगी राज में पुलिसिया खेल!

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सरकारी राशन का चावल खरीदने वाले माफिया ने कराया पुलिस से सांठ-गांठ कर झूठा मुकद्दमा दर्ज

 

मफिया द्वारा पुलिस से सांठ-गांठ और महीनेदारी के दबाव के चलते दो पत्रकारों के खिलाफ रंगदारी (अवैध वसूली) का झूठा मुकद्दमा दर्ज

अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़।  आटा मील बताकर सरकारी चावल खरीदने वाले माफिया द्वारा पुलिस से सांठ-गांठ और महीनेदारी के दबाव के चलते दो पत्रकारों के खिलाफ रंगदारी (अवैध वसूली) का झूठा मुकद्दमा दर्ज कर शारीरिक व मानसिक शोषण कर पुलिस द्वारा जेल भेज देने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है।  
मिली जानकारी के अनुसार सत्यवीर सिंह यादव पुत्र स्व. झाजन सिंह यादव निवासी महेन्द्र नगर थाना सासनीगेट दैनिक अलीगढ़ एक्सप्रेस समाचार पत्र एवं अनवर खान पुत्र स्व. इकबाल खां निवासी जमालपुर थाना क्वार्सी जनपद अलीगढ़ उपसम्पादक दैनिक रहस्य संदेश समाचार पत्र में कार्यरत हैं।

यह है कि करीब 10 दिन पूर्व सरकारी राशन की कालाबाजारी के गोदाम की एक खबर प्रकाशित की थी। जिसमें थाना गभाना के गांव पोथी निवासी रजत चौहान पुत्र कुशलपाल सिंह चावल का अवैध कारोबार करते हुये सरकारी बोरों से बदल कर सादा बोरों में पलट कर मशीन से सिलाई द्वारा पैकिगं कराकर सप्लाई कर रहा था। जैसे ही चावल माफिया को पता चला कि उसके गोदाम की खबर प्रकाशित कर दी गई है तो वह बौखला गया और खुद अपने मोबाइल नम्बर 9555357757,9068520282 से कॉल कर दोनों पत्रकारों को चाय पिलाने की बात कहकर तहसील गभाना पर बुला लिया। चाय पीने के बाद रजत चौहान ने बात करते हुये पुलिस कंट्रोल रूम 112 पर झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करते हुये बताया कि सत्यवीर सिंह और अनवर खान पत्रकार उससे रंगदारी 12 हजार रूपये मांग रहे हैं। जबकि दोनों पत्रकारों की कोई बात रजत चौहान से नहीं हुई। दोनों पत्रकारों पर रजत के गोदाम में सरकारी राशन के चावल की कालाबाजारी का वीडियो मौजूद था।

 सूचना पर पहुंची पीआरवी 0740 पुलिस ने दोनों पत्रकारों को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और थाना गभाना लेकर आ गई। बड़े पैमाने पर चावल की कालाबाजारी करने वाले रजत चौहान ने थाना प्रभारी गभाना आदेश पाल से पैसे का लेन-देन कर अपराध संख्या 0429/22 आईपीसी की धारा 384 के तहत झूठा मुकद्दमा पंजीकृत कर दिया है। थाना प्रभारी गभाना से अगर पूंछा जाए कि जब कोई गलत धंधा रजत चौहान नहीं कर रहा था तो पत्रकारों से किसलिये पैसे के लेन-देन की बात कर रहा था। चावल माफिया रजत चौहान ने अपनी खबर का खंड़न करने के लिये पत्रकारों को बात करने के लिये बुलाया था। चावल माफिया से थाना गभाना प्रभारी द्वारा अपने स्वार्थपूर्ति महीने दारी लेकर लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ का पैसे की खातिर अपमान करते हुये झूठा मुकद्दमा दर्ज किया है। पुलिस द्वारा दोनों पत्रकारों को गिरफ्तार कर जेल भिजवाने का नाजायज रूप से दबाव बनाते हुये शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। अब पुलिस और चावल माफिया बतायेगें कि पत्रकार किस तरह से अपने समाचारों की कवरेज करेगें या फोटो और वीडियो बनायेगें। मुख्यमंत्री सहित पुलिस के आलाधिकारियों से पत्रकारों के खिलाफ लिखे गये झूठे मुकद्दमें की जांच कराकर दोषी थाना प्रभारी और चावल माफिया रजत चौहान के खिलाफ कठोर कार्यवाही कराने की मांग की है।

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