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कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी खुद को लिख रहे चेयरमैन, प्रमुख अखबारों में छपवाये विज्ञापन

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अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, हरदुआगंज। ओबीसी आरक्षण को लेकर फंसे पेंच के बाद निकाय चुनाव का कार्यकाल समाप्त होने पर डीएम द्वारा नियुक्त प्रशासक(एडीएम प्रशासन व ईओ) अब नगर निकाय की बांगडोर संभाले हैं। चुनाव अप्रैल-मई में होने हैं। वहीं अलीगढ़ की हरदुआंगज नगर पंचायत के निवर्तमान चेयरमैन तिलकराज यादव द्वारा खुद को मौजूदा चेयरमैन बताकर सरकार की व्यवस्था को चुनौती देने के साथ विपक्षी दावेदारों के निशाने पर आ गए हैं। 

वर्ष 2017 में 26 नवंबर को चुनाव होने के बाद 1 दिसंबर 2018 को मतगणना हुई थी। जिसमें पूर्व चेयरमैन राजेश यादव से मामूली वोटों के अंतर से हराकर तिलकराज जीते थे। 12 दिसंबर 2018 को सपथ ग्रहण हुई तथा 6 जनवरी 2018 को नगर पंचायत बोर्ड की पहली बैठक का आयोजन हुआ था। नगर पालिका नियमावली में बोर्ड बैठक वाले दिन से आगामी पांच वर्ष बाद कार्यकाल समाप्त होने का दिन माना जाता है। 

*निकाय कार्यालय से 6 जनवरी को छिने तिलकराज के अधिकार*

माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा ओबीसी आरक्षण को ट्रिपल टेस्ट के आधार पर चुनाव कराने को लेकर दिए आदेश के बाद सरकार के निर्देश पर कार्यकाल पूरा कर चुके निकायों में प्रशासक नियुक्त किए गए थे। 

 हरदुआंगज नगर पंचायत का 6 जनवरी को कार्यकाल पूरा होने पर चेयरमैन के अधिकार प्रशासक में निहित हो गए। चेयरमैन का निकाय व्यवस्था से कोई सरोकार नहीं रहा, नेमप्लेट को हटा दिया गया था। 

*मौजूदा चेयरमैन बताकर करा रहे प्रचार*

6 जनवरी को कार्यकाल पूरा होने के बाद 23 जनवरी 2023 को अमर उजाला समाचार पत्र पर छपे विज्ञापन में तिलकराज ने खुद को निवर्तमान चेयरमैन की जगह चेयरमैन लिखवाया। वहीं 26 जनवरी को दैनिक जागरण में छपे एड में भी चेयरमैन लिखा गया। इसपर भी लोगों का ज्यादा ध्यान नहीं गया वहीं 26 जनवरी को तिलकराज द्वारा एक रिक्शे में माइक लगवाकर गणतंत्र दिवस व बसंत पंचमी की शुभकामनाएं प्रेषित कराई जिसपर लगे बैनर पर भी वह मोजूद चेयरमैन हैं तथा अलाउंसमेन्ट में भी खुद को चेयरमैन कहलवा रहे थे। जिसपर नगर में विपक्षियों एवं नगर के अन्य लोगों की प्रकियाएं शुरू होने के साथ शिकायत डीएम से लेकर मुख्यमंत्री तक की गई है। 

पांच साल चेयरमैन रहते घपले घोटाने करने में रहे, लोग जरा जरा से काम को परेशान होते रहे। अब खुद को चेयरमैन बताकर जनता को भ्रमित कर रहे हैं, जनता सब जान रही है। कोई चेयरमैन विधायक, मंत्री लिख ले तो क्या मंत्री बन जाएगा। ये सरकारी व्यवस्था व नियमों को चुनौती देना है इसकी शिकायत की गई है: राजेश यादव पूर्व चेयरमैन हरदुआंगज


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