अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़, 4 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जेएन मेडिकल कॉलेज में ‘इंटरमीडिएट रिस्क हाई रिस्क पल्मोनरी एम्बोलिज्म‘ पर सेंट लुइस यूनिवर्सिटी, मर्सी हास्पिटल, यूएसए में क्रिटिकल केयर, न्यूरो-क्रिटिकल केयर विभाग के एडजंक्ट एसोसिएट प्रोफेसर डा अनूप कत्याल ने व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने इंटरमीडिएट रिस्क हाई रिस्क पल्मोनरी एम्बोलिज्म, अल्ट्रा हाई रिस्क इंटरमीडिएट रिस्क, और पल्मोनरी एम्बोलिज्म से संबंधित अन्य विकल्पों जैसे संशोधित मिलर स्कोर, थक्का विघटन, हेमोडायनामिक्स में सुधार, अल्पकालिक और दीर्घकालिक परिणाम, आक्सीजनेशन, आदि पर प्रकाश डाला। उन्होंने क्रोनिक थ्रोम्बोम्बोलिक पल्मोनरी हाइपरटेंशन (सीटीईपीएच) के लिए उपचार के विकल्पों और केस रिपोर्ट पर चर्चा की।
व्याख्यान का आयोजन अलीगढ़ एकेडमिक एनरिचमेंट प्रोग्राम (एएईपी) के तहत अलीगढ़ मेडिकल एलुमनी एसोसिएशन आफ नॉर्थ अमेरिका (एएमएएनए) के सहयोग से किया गया था। जेएन मेडीकल कालेज के शिक्षकों और छात्रों ने प्रो. कत्याल के व्याख्यान की सराहना की और सुझाव दिया कि एएईपी के तहत किसी और अवसर पर डा कात्याल का एक और व्याख्यान आयोजित किया जाना चाहिए।
प्रोफेसर एमयू रब्बानी, डीन, मेडिसिन संकाय ने व्याख्यान की अध्यक्षता की और जेएन मेडिकल कॉलेज में एएईपी और अमाना की सक्रिय भूमिका और आपसी अनुभवों से लाभ उठाने की इस तरह की पहल की सराहना की। प्रोफेसर रब्बानी ने अतिथि वक्ता का परिचय भी दिया। प्रोफेसर सैयद जियाउर रहमान, समन्वयक, एएईपी ने संस्था की गतिविधियों के बारे में बताया और अतिथि वक्ता और अन्य प्रतिभागियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मेडिकल कालिज के फैकल्टी मेंबर्स और स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया।
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जूलॉजी विभाग में राष्ट्रीय कार्यशाला का उद्घाटन
अलीगढ़, 4 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जूलाजी विभाग में अनुसंधान मॉडल के रूप में ड्रोसोफिला पर एसईआरबी त्वरित विज्ञान द्वारा वित्त पोषित नौ दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला शुरू हुई।
मुख्य अतिथि आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर प्रदीप सिन्हा ने कहा कि एएमयू में जीव विज्ञान के क्षेत्र में प्रभावशाली प्रगति देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। कार्यशाला के आयोजकों के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने भविष्य में ऐसी और कार्यशालाएं आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
एएमयू के कुलपति प्रो. तारिक मंसूर ने कार्यशाला को बहुत उपयोगी और प्रभावी बताया और संकाय सदस्यों द्वारा इस तरह के प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला।कुलपति, मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने राष्ट्रीय कार्यशाला के लिए प्रयोगशाला नियमावली का भी विमोचन किया।
इससे पहले जूलॉजी विभाग के अध्यक्ष और कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष प्रोफेसर मुख्तार अहमद खान ने अपने स्वागत भाषण में प्रतिभागियों को कार्यशाला के महत्व का उल्लेख किया, जो एक शोध मॉडल के रूप में ड्रोसोफिला का उपयोग करने की विभिन्न तकनीकों को सीखेंगे।
प्रो मुहम्मद अफजाल (डीन, जीवन विज्ञान संकाय) ने सामान्य रूप से संकाय सदस्यों और जीवन विज्ञान संकाय के अनुसंधान विद्वानों और विशेष रूप से प्राणी विज्ञान विभाग की उत्कृष्ट उपलब्धियों के बारे में बताया। डॉ. यासिर हसन सिद्दीकी (इवेंट ऑर्गनाइज़र) ने कहा कि नई शोध तकनीकों को सीखने के लिए कार्यशाला के प्रतिभागियों में भारी उत्साह देखकर खुशी हुई तथा उन्होंने धन्यवाद भी ज्ञापित किया।
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एएमयू में गणतंत्र दिवस पारंपरिक हर्षाेल्लास के साथ मनाया जाएगा
अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़, 4 जनवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रशासनिक खंड में कुलपति प्रो. तारिक मंसूर की अध्यक्षता में गणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। कुलपति ने कहा कि एएमयू में गणतंत्र दिवस समारोह पारंपरिक उत्साह के साथ आयोजित किया जाएगा और 26 जनवरी को मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह से पहले सप्ताह भर के विश्वविद्यालय और इससे सम्बन्ध संस्थानों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
कुलपति प्रो. तारिक मंसूर 26 जनवरी को प्रातः 9.30 बजे स्ट्रेची हॉल में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और एनसीसी छात्र सलामी देंगे।
गणतंत्र दिवस समारोह के तहत यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक कांफ्रेंस हॉल में गणतंत्रत दिवस की पूर्व संध्या पर पारंपरिक मुशायरा का आयोजन किया जाएगा। 25 व 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर विश्वविद्यालय के मुख्य भवनों पर प्रकाश व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में प्रो-वाइस-चांसलर प्रो. मोहम्मद गुलरेज, रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान आईपीएस, वित्त अधिकारी प्रो. एम. मोहसिन खान, डीएसडब्लू प्रोफेसर अब्दुल अलीम, प्रॉक्टर प्रो. एम. वसीम अली और विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।