छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विस्वभूसन हरिचंद्रन होंगे मुख्य अतिथि
संगोष्ठी, पुस्तक, स्मारिका के साथ माँ को दी जाएगी सच्ची श्रद्धांजलि।
माँ हीराबेन जितनी सरल थी, उतनी ही असाधारण थी : जसीम मोहम्मद
Aligar media, अलीगढ़ 16.6.2023: धैर्य-सेवा-समर्पण-त्याग और स्नेह की साक्षात् प्रतिमूर्ति सागर समतुल्य श्रद्धेया -आदरणीय हीराबेन जैसी उस माँ की पावन स्मृतियों को सादर समर्पित "मातृत्व दिवस" के रूप में मनाया जायेगा।
नरेंद्र मोदी अध्ययन केंद्र, अलीगढ़ द्वारा अयोजित श्रद्धेया आदरणीय मां हीराबेन मोदीजी के १००वी जयंती पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी जिसका विषय ‘माँ की ममता और स्नेहिल छाया : नरेंद्र मोदी की शाश्वत प्रेरणा’ राजधानी दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर के मल्टीपरपज हॉल में जून 18, 2023 को सांय चार बजे में आयोजन किया जा रहा है।
नमो केंद्र अलीगढ़ के सभापति प्रोफेसर जसीम मोहम्मद ने बताया की संगोष्ठी के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विस्वभूसन हरिचंद्रन होंगे, विशिष्ट अतिथि पांडिचेरी के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर किरण बेदी एवं ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी लक्ष्मी दीदी होंगी तथा असम के पूर्व राज्यपाल प्रो जगदीश मुखी जी अध्यक्षता करेगें।
जसीम मोहम्मद कहा की, जिसने देश की निष्काम - अह्रनिश सेवा के लिए एक ऐसे व्यक्तित्व नरेंद्र मोदी को आकार देकर सँवार दिया, जो भारत का ही नहीं, पूरी दुनिया का सिरमौर बन गया है।
प्रो जसीम मोहम्मद ने बताया की, इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के भावनात्मक ब्लॉग जो पिछले वर्ष मां हीराबेन मोदीजी के लिए लिखा जिसे संस्था द्वारा कई भाषा में संकलित और संपादित कर "मां" के नाम पुस्तक एवं मां हीराबेन मोदीजी के १०० जयंती समारोह के उपलक्ष में स्मारिका "माँ" का विमोचन महामहिम राज्यपाल द्वारा किया जायेगा।
प्रो जसीम मोहम्मद ने बताया की, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा अपनी मां के 100वें वर्ष में प्रवेश करने पर उनके भावनात्मक ब्लॉग लिखा वो संपूर्ण मातृशक्ति का सम्मान एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की माँ के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि थी।
प्रो जसीम मोहम्मद बताया की संगोष्ठी में मां हीराबेन मोदीजी के जीवन पर जिसमे वो लचीलेपन की प्रतीक थी, उन्हे स्वच्छता में लगे लोगों के प्रति गहरा सम्मान, उन्हे दूसरों की खुशी में खुशी तलाशना, मां ने जीवन का एक पाठ पढ़ाया एक कर्तव्यपरायण नागरिक, एक अत्यंत सरल जीवनशैली को अपनाना, वर्तमान घटनाक्रमों की जानकारी रखना, इतनी उम्र के बावजूद अच्छी स्मरण शक्ति, दूसरों की पसंद का सम्मान करना, गरीब कल्याण पर ध्यान, जीवन का मंत्र- कठोर परिश्रम, हीराबेन मातृशक्ति की प्रतीक जैसे प्रसंग पर संगोष्ठी को संबोधित किया जाएगा।