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टप्पल के बाढ़ ग्रस्त इलाको में यूरिया के कम से कम प्रयोग की दी सलाह |ALIGARHMEDIA


अलीगढ मीडिया न्यूज़ ब्यूरो, अलीगढ़| जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह एवं जिला कृषि रक्षा अधिकारी अमित जायसवाल द्वारा विकास खण्ड टप्पल के ग्राम किशनगढ़, शेरपुर, मालव, रामगढी में धान की फसल की सतत निगरानी की गई। ग्राम किशनगढ के कृषक व्रहमपाल पुत्र किशऩ, मालव के प्रीतम, धमेन्द्र एवं सोनू चौधरी के खेत में तना छेदक (गिड़ार) की समस्या परिलक्षित हुई।

जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) द्वारा भी विकास खण्ड लोधा में ग्राम ताजपुर रसूलपुर में कृषक आकाश कुमार, विकास खण्ड गौण्डा के ग्राम नगला दरबार में कृषक भूदेव कुंतल, रोहित वासरे, विकास खण्ड बिजौली के ग्राम राजगॉव में कृषक राजपाल सिहं, विकास खण्ड खैर के ग्राम लक्ष्मनगढ़ी के कृषक निर्देश कुमार और विकास खण्ड इगलास के ग्राम तेहरा के कृषक राजवीर सिंह, ओंकार सिंह की धान की फसल का निरीक्षण किया| 


 उन्होंने बताया कि जिन कृषकों के खेत पर तना छेदक (गिडार) की समस्या परिलक्षित हुई उन्हे क्लोरेंट्रानिलिप्रेाल 9.3 प्रतिशत एवं लैबंडासाइहलोथ्रिन 4.6 प्रतिशत मिलाकर 80 मि0ली0 मात्रा प्रति एकड 120 लीटर पानी में घोल बनाकर छिडकाव करने की सलाह दी गई। कुछ कृषकों द्वारा यह जानकारी दी गई कि इस दवा का प्रयोग उनके द्वारा पूर्व में किया जा चुका है जिससे गिड़ार की समस्या से पूर्णतः निदान मिल चुका है। उन्होंने कृषकों को वर्तमान में यूरिया के कम से कम प्रयोग करने व खेत से पानी निकालने की सलाह दी है।

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