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पोषण ट्रैकर एप पर पुष्टाहार वितरण की : शून्य फीडिंग करने वाली आंगनबाड़ी को चिन्हित किया जाए: DM

 


*जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मादक पदार्थों की ब्रिकी एवं सेवन की रोकथाम के लिए बैठक आहूत*

*दिल्ली-एनसीआर एवं हरियाणा सीमा से सटे होने के कारण जनपद की स्थिति संवेदनशील*

*अप्रत्यक्ष मादक पदार्थो- कफ सीरप, व्हाइटनर, कुट्टू एवं अन्य नशीली दवाओं का सेवन करने वालों पर रखें पैनी नजर*

*बड़े शैक्षणिक संस्थानों एवं स्कूलों के आसपास जागरूकता सेमिनारों का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को नशे के विरूद्ध अभियान में करें शामिल*


अलीगढ मीडिया न्यूज़ डेस्क,अलीगढ़ 30 अगस्त 2023 (सू0वि0). जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में मादक पदार्र्थाें की ब्रिकी एवं सेवन पर रोक लगाने के लिए कलैक्ट्रेट सभागार में नारकोटिक्स, आबकारी एवं पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक आहुत की गयी। डीएम ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर एवं हरियाणा सीमा से सटे होने के कारण अवैध शराब की तस्करी की संभावना बनी रहती है। ऐसे में पूरी संवेदनशीलता से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा अवैध शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई है, परन्तु आबकारी विभाग को इसकी जानकारी न होना बेहद खेदजनक एवं शर्मनाक है। उन्होंने नशा विरोधी अभियान चलाकर उसमें आमजनमानस की सहभागिता सुनिश्चित कर जागरूक करने के निर्देश दिये। 

जिलाधिकारी ने कहा कि कुछ लोग प्रत्यक्ष मादक पदार्थो- शराब, बीड़ी-सिगरेट, तम्बाकू, भांग से इतर अप्रत्यक्ष मादक पदार्थो- कफ सीरप, व्हाइटर, कुट्टू एवं अन्य नशीली दवाओं का सेवन करते हैं जो आसानी से नजर में नहीं आते ऐसे व्यक्तियों पर पैनी नजर रखने की आवश्यकता है। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में यदि कहीं भी अफीम या गांजे की खेती हो रही हो तो उसकी सूचना उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने शिक्षा विभाग को प्राइमरी स्तर से ही बच्चों के साथ मित्रवत रहते हुए उनको ग्लैमररस दुनियां, फिल्मों एवं सोशल मीडिया पर दिखाए जाने वाले मादक पदार्थों के सेवन संबंधी दृश्यों के प्रति सचेत करने के निर्देश दिये। 

वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुड़े एनकॉर्ड (NCORD) के सदस्य ने बताया कि जनपद अलीगढ़ से अवैध मादक पदार्थों की बिक्री एवं उपयोग की कोई शिकायत न होना अच्छी बात है। उन्होंने सितम्बर माह में मादक पदार्थों के सेवन के प्रति जागरूकता सेमिनार आयोजित करने की बात कहते हुए कहा कि इनके सफल क्रियान्वयन में शिक्षा विभाग की महती भूमिका है। उन्होंने कहा कि ग्राम स्तर पर सभी प्रधानों को अभियान में शामिल किया जाए। बड़े शैक्षणिक संस्थानों एवं स्कूलों के आसपास जागरूकता सेमिनारों का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को नशे के विरूद्ध अभियान में शामिल कर शपथ दिलाई जाए। 

बैठक में एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एसपी क्राइम रजनी, एसडीएम कोल रविशंकर, सिटी मजिस्ट्रेट गौरव रंजन श्रीवास्तव, जिला आबकारी अधिकारी सतीश चन्द्र, जिला कृषि अधिकारी अभिनंन्दन सिंह, एसीएमओ डा0 बी0के0 राजपूत समेत अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे। 

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*एडीएम की अध्यक्षता में जिला पोषण समिति की बैठक सम्पन्न*

अलीगढ़ 30 अगस्त 2023(सू0वि0) अपर जिलाधिकारी नगर अमित कुमार भट्ट की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में जिला पोषण समिति बैठक आयोजित की गई। बैठक में ई कवच, सहयोग एप, बाल पिटारा एप, पोषाहार वितरण फीडिंग, होम विजिट, पोषण पुनर्वास केंद्र संचालन समेत अन्य बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं प्रदेश सरकार छोटे बच्चों, किशोरियों एवं गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। जब हमारे बच्चे स्वस्थ होंगे तभी राष्ट्र स्वस्थ होगा। कुपोषण को समाप्त करने के लिए साधन उपलब्ध कराने के साथ ही सतत मॉनिटरिंग के लिए सरकार तकनीक का भी सहारा ले रही है। हम सभी की जिम्मेदारी है। हम सभी की ज़िम्मेदारी है कि सौंपे गए दायित्वों का अच्छे से निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि पोषण पुनर्वास केंद्र पूरी क्षमता से संचालित किया जाए।

   एडीएम ने पोषण ट्रैकर एप पर पुष्टाहार वितरण की फीडिंग को लेकर जानकारी प्राप्त की, एवं सबसे कम फीडिंग करने वाली आंगनवाड़ी पर क्या कार्रवाई की गई, उस विषय पर जानकारी हासिल करते हुए कहा कि शून्य फीडिंग करने वाली आंगनबाड़ी को चिन्हित किया जाए। उन्होंने विभागीय समन्वय को बनाए रखते हुए कहा कि पोषण ट्रैकर एप पर कोई भी लाभार्थी बिना आधार के  फ़ीड ना हो, उसका पुष्टाहार वितरण के बारे में निर्देशित किया गया कि वितरण में अनियमित नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी रैंकिंग के चक्कर में न पडकर धरातल पर वास्तविक कार्य करें। जब कार्य अच्छा होगा तो रैंक भी अच्छी होगी। 

   ई कवच ऐप पर डाटा फीडिंग कम होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए समय से डाटा फीडिंग करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों को वितरित पोषाहार पोषण ट्रैकर एप पर शतप्रतिशत फ़ीड किया जाए। सैम बच्चों का चिन्हांकन कर उन्हें पोषण पुनर्वास केंद्र भेजा जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि बच्चा एवं तीमारदार नित 14 दिन केंद्र पर रहकर इलाज कराएं। आधे अधूरे इलाज का कोई फायदा नहीं होता है। उन्होंने बताया कि एन आर सी में पूरी तरह निशुल्क इलाज होता है और तीमारदार को प्रतिदिन के हिसाब से आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। 

   डीपीओ श्रेयस ने बताया कि बाल पिटारा ऐप पर हर बच्चे का  तीसरे माह में आंगनबाड़ी द्वारा असेसमेंट करना है।  आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को घर-घर विजिट कार्य मे जनपद प्रदेश में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने 6 नए आंगनबाड़ी केंद्रों पर निर्माण कार्य आरम्भ न होने पर अधिशासी अभियंता आरईएस मदन वर्मा से कहा कि वह जल्द से जल्द कार्य आरम्भ कराएं, ताकि योजना का लाभ जनमानस को प्राप्त हो सके। बैठक में एडीएम द्वारा अंतर विभागीय संबंध में बनाए रखते हुए योजनाओं का सफल संचालन करने के निर्देश दिए गए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 नीरज त्यागी, जिला कृषि अधिकारी अभिनंदन सिंह, समस्त सीडीपीओ एवं स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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