"गभाना मे तैनात दरोगा अजहर हसन का खेल, इसके पहले मेरठ मे भी दर्ज कराई है फर्जी FIR"
अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, लखनऊ/अलीगढ आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने थाना गभाना, अलीगढ़ में बिल्कुल एक ही तहरीर के आधार पर दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर दो अलग अलग लोगों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में डीजीपी, यूपी को शिकायत भेजी है.
उन्होंने गभाना थाने में 11 नवंबर को दर्ज हुए एफआईआर संख्या 440/2023 और 14 दिसंबर 2023 को दर्ज हुए एफआईआर संख्या 471/2023 की प्रति प्रस्तुत की है. 11 नवंबर की तहरीर में दरोगा अजहर हसन ने विकास पुत्र विनोद को महरवाल पुल के पास "हाय मेरी जान" कहते हुए लड़कियों को छेड़ते पर पकड़े जाने का दावा किया है और एफआईआर में अभियुक्त का नाम भी विकास है, जिसकी गिरफ्तारी की गई.
14 दिसंबर की तहरीर में भी उसी दरोगा अजहर हसन द्वारा उसी विकास पुत्र विनोद को उसी महरवाल पुल से वही अल्फाज कहते हुए छेड़खानी में पकड़े जाने की बात लिखी है. पर एफआईआर में अभियुक्त का नाम विकास नहीं, जफरुद्दीन पुत्र राशिद है, जिसे छेड़खानी नही, बल्कि जुआ अधिनियम में गिरफ्तार दिखाया गया है.
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यह सारे तथ्य इस बात को प्रमाणित करते हैं कि पुलिस ने थाने में बैठे-बैठे ये फर्जी कार्यवाहियां की, अन्यथा यह संभव नहीं था कि विकास द्वारा छेड़खानी की तहरीर पर जफरुद्दीन को जुआ अधिनियम में गिरफ्तार किया जाता | उन्होंने इसे फर्जी पुलिस कार्रवाई का गंभीर उदाहरण बताते हुए डीजीपी से इसकी जांच करा कर कठोर कार्रवाई की मांग की है.
मामले पर जब अलीगढ मीडिया डॉट कॉम ने थाना प्रभारी से जानना चाहा तो उन्होंने इसे ताकनीकी त्रुटि होने की संभावना जताते हुए फ़ोन काट दिया |