Header Ads Widget

Responsive Advertisement

एमएलसी डॉ0 मानवेन्द्र प्रताप ने एक दिवसीय किसान मेला एवं कृषि ज्ञान संगोष्ठी का किया शुभारंभ

अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ| राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत एक दिवसीय किसान मेला एवं कृषि ज्ञान संगोष्ठी का शुभारंभ मुख्य अतिथि मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विजय सिंह एवं मा0 एमएलसी डॉ0 मानवेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा आयोजन क्वार्सी कृषि परिसर में किया गया। मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विजय सिंह ने कृषकों की दोगुनी आय दोगुनी करने के लिए  मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में किसानों को विस्तार से जानकारी दी।  मा0 एमएलसी डॉ0 मानवेन्द्र प्रताप सिंह ने प्राकृतिक खेती, मिलेट्स एवं दलहन की खेती एवं अन्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी। संयुक्त कृषि निदेशक अलीगढ़ मण्डल राकेश बाबू ने नैनो यूरिया एवं अन्य के विषय में बताया। विपिन चैधरी ने कृषकों को नैनों यूरिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी। अध्यक्ष केवीके क्षेरत डॉ0 अशोक कुमार ने मृदा स्वास्थ्य के बारे में एवं मृदा में ह्यूमस की मात्रा को कैसे बढ़ायी जाये के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ वैज्ञानिक, कलाई शोध डॉ0 सुधीर कुमार सारस्वत ने उद्यान की फसलों वारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्राविधिक सहायक रागिव अली द्वारा किया गया।


इस अवसर पर कृषकों को प्रश्नोत्तरी में उत्कृष्ट योगदान करने के लिए प्रशस्ति प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। उप कृषि निदेशक (शोध) प्रमोद कुमार द्वारा सम्भागीय कृषि परीक्षण एवं प्रदर्शन केन्द्र अलीगढ़ में चल रहे शोध कार्यों एवं कृषकों को शुद्ध कृषि निवेश रासायनिक उर्वरकों के बारे में जागरूक करते हुये किसान मेला, कृषि ज्ञान संगोष्ठी के बारे में कृषकों को विस्तृत जानकारी देने के साथ ही सभी मा0 अतिथियों, कृषकों एवं आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कार्यक्रम का समापन किया गया।


कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक (कृषि रक्षा) सतीश मलिक, उप कृषि निदेशक यशराज सिंह, डॉ भूमि संरक्षण अधिकारी दिव्या मौर्या, वैज्ञानिक कृषि प्रसार डॉ नेत्रपाल मलिक, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 ऐके सिंह, उप निदेशक (बीज प्रमाणीकरण) अनिल कुमार मिश्र, वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ0 अशरफ अली खान, प्रभारी पीएसआई आलोक कुमार, प्रभारी क्वार्सी कृषि शोध प्रक्षेत्र रविन्द्र सिंह, प्रभारी भूमि परीक्षण प्रयोगशाला श्याम देव समेत लगभग 500 कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ