स्टार नाइट में सैटरडे सैटरडे व काला चश्मा पर झूमे छात्र
अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ। बारिश की हल्की बूंदों की बौछार और ठंडी हवाओं के बीच शुक्रवार की रात्रि मंगलायतन विश्वविद्यालय मधुर स्वर लहरियों से गूंज उठा। गानों की धुन पर झूमते छात्र-छात्राएं इन लम्हों को अपने मोबाइल में भी कैद करने से नहीं रोक सके। विद्यार्थियों का उत्साह देखते ही बन रहा था। यह अवसर था विश्वविद्यालय में आयोजित स्टार नाइट का। जिसमें गायक इंदीप बख्शी ने अपनी आवाज के जादू से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इंदीप बख्शी का विश्वविद्यालय में आगमन हुआ। प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत ने इंदीप बख्शी का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। विश्वविद्यालय परिसर में कीर्ति स्तंभ के सामने तैयार कार्यक्रम स्थल अति उत्साहित छात्र-छात्राओं से खचा खच भरा हुआ था। विद्यार्थी स्टार नाइट में शामिल होने के लिए पहले से ही काफी उत्साहित थे। रात बढ़ते ही माहौल उत्साह से भर गया, जब डीजे व संगीत की धुन शुरू हुए तो सभी नाचने लगे और आनंदमय रंगीनी में भाग लेने लगे। कुड़ी सैटरडे सैटरडे करदी से इंदीप ने अपनी आवाज का जादू बिखरेना शुरू किया तो छात्रों के साथ हर एक व्यक्ति झूम उठा। इसके बाद काला चश्मा से समां बांध दिया। गीत की स्वर लहरी के प्रत्येक शब्द के साथ छात्र-छात्रा मस्ती में झूमते नजर आए। वहीं इससे पहले विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने भी धमाकेदार प्रस्तुतियां दी। इस अवसर पर कुलपति प्रो. पीके दशोरा, प्रति कुलपति प्रो. सिद्दी विरेशम, कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, संयुक्त कुलसचिव प्रो. दिनेश शर्मा, वित्त अधिकारी मनोज गुप्ता आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
पहले अपना करियर बनाए युवा : इंदीप
अलीगढ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ़। युवा अपना शौक और प्रोफेशन को अलग-अलग रखें। युवा जो पढ़ाई कर रहे हैं पहले उसे पूरा करें और अपना करियर बनाए। जब करियर सुरक्षित होगा तो आपको शौक पूरे करने से कोई नहीं रोक सकता। यह बातें मंगलायतन विश्वविद्यालय में स्टार नाइट में पधारे गायक इंदीप बख्शी मीडिया से भी रूबरू होते हुए कहीं। इस दौरान उन्होंने अपने नए एल्बम पतलो की जानकारी भी साझा करते हुए बताया कि यह एलबम उनके प्रशंसकों को काफी पसंद आएगा। एलबम इंटरटेनमेंट से भरा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि मंगलायतन विश्वविद्यालय ने उन्हें बहुत प्यार दिया है। इसे वह कभी नहीं भूल सकते। इस अवसर पर कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, प्रशासनिक अधिकारी गोपाल राजपूत आदि थे।