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104 साल से AMU केइतिहास में पहली बार महिला वाइस चांसलर बनीं,

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अलीगढ़ मीडिया डॉट कॉम, अलीगढ| 104 साल के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार महिला वाइस चांसलर बनीं,

*राष्ट्रपति मुर्मू ने एएमयू वोमेन्स कालेज की प्रिंसिपल प्रो. नईमा खातून के नाम पर लगाई मुहर,*

*एएमयू की वाइस चांसलर बनीं प्रो. नईमा खातून.*



सामाजिक विज्ञान और मानविकी में अनुसंधान विधियों पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला संपन्न

अलीगढ़ 22 अप्रैलः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रणनीतिक और सुरक्षा अध्ययन विभाग द्वारा स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ एकेडमिक एंड रिसर्च कोलैबोरेशन (एसपीएआरसी) के सहयोग से आयोजित ‘सामाजिक विज्ञान और मानविकी में अनुसंधान विधियों’ विषय पर पांच दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला में प्रतिष्ठित विद्वानों और शोधकर्ताओं ने भाग लिया।

एसपीएआरसी के प्रधान अन्वेषक डॉ. सैयद तहसीन रजा ने परियोजना का परिचय दिया जबकि परियोजना के अन्य सदस्यों में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए से प्रो. यासमीन सैकिया और प्रो. चाड हेन्स और अमुवि के सामाजिक कार्य विभाग के डॉ. अंदलीब शामिल थे। उन्होंने सामाजिक विज्ञान और मानविकी में उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान को बढ़ावा देने में परियोजना के महत्व पर प्रकाश डाला।

मुख्य अतिथि, प्रोफेसर मोहम्मद अजहर, डीन, अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन संकाय, ने अनुसंधान प्रयासों पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा दिए गए जोर को रेखांकित किया।

प्रोफेसर सैकिया ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय इतिहास और संघर्ष स्थितियों में अल्पसंख्यकों की उन्नति पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपनी शैक्षणिक यात्रा से परिचित करया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर भी चर्चा की। सैकिया ने पहचान, विविधता, स्मृति और लोगों के इतिहास जैसे विषयों पर शोध की बारीकियों पर गहराई से प्रकाश डाला और इन विषयों की खोज में प्रयुक्त कार्यप्रणाली पर भी प्रकाश डाला।

प्रो. चाड हेन्स ने चर्चा में शांति और अशांति की अवधारणा को उजागर किया। उन्होंने शांति अध्ययन के संदर्भ में हाशिए पर रहने वाले समुदायों और लिंग के अध्ययन पर अपने विचार रखे। उन्होंने शांति अध्ययन के ढांचे के भीतर हाशिए पर रहने वाले समूहों और लिंग संबंधों की गतिशीलता को समझने में उपयोग की जाने वाली पद्धतियों के बारे में जानकारी प्रदान की।

एएमयू के अनुसंधान और विकास सेल के निदेशक प्रोफेसर उमर फारूक ने स्पार्क परियोजना के उद्देश्यों की सराहना की और अनुसंधान उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में अकादमिक ऑडिट के महत्व पर प्रकाश डाला।

प्रो. मिर्जा असमर बेग, डीन, सामाजिक विज्ञान संकाय, ने शैक्षणिक गतिविधियों में अनुसंधान विधियों के व्यावहारिक अनुप्रयोग पर जोर दिया।

इससे पूर्व, मेहमानों का स्वागत करते हुए, रणनीतिक और सुरक्षा अध्ययन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आफताब आलम ने कार्यशाला की मुख्य विशेषताओं और कार्यक्रम से उत्पन्न मुख्य बातों पर चर्चा की।

डॉ. अंदलीब ने धन्यवाद ज्ञापन दिया, जबकि शालू रुंथला ने उद्घाटन सत्र का संचालन किया।

तकनीकी सत्र एक इंटरैक्टिव प्रश्न और उत्तर के साथ संपन्न हुआ, जिससे प्रतिभागियों को वक्ताओं के साथ जुड़ने और विषय के बारे में उनकी समझ को बढ़ने का मौका मिला।

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हिदायतुल्लाह विश्वविद्यालय जकार्ता के प्रतिनिधिमंडल ने एसटीएस स्कूल का दौरा किया

अलीगढ़ 22 अप्रैलः सियारिफ हिदायतुल्ला जकार्ता इस्लामिक स्टेट यूनिवर्सिटी, इंडोनेशिया के एक प्रतिनिधिमंडल ने विचारों के आदान-प्रदान की संभावनाओं का पता लगाने, शैक्षिक नीतियों को साझा करने और दोनों संस्थानों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सैयदना ताहेर सैफुद्दीन (एसटीएस) स्कूल का दौरा किया और छात्रों से संवाद किया।

प्रोफेसर मैला रहीम, प्रमुख, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग केंद्र, यूआईएन सियारिफ हिदायतुल्ला विश्वविद्यालय ने हिदायतुल्ला विश्वविद्यालय में प्रस्तावित विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश आवश्यकताओं, आवेदन प्रक्रियाओं और समय सीमा आदि के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन के अवसरों और वित्तीय सहायता विकल्पों के बारे में बात की।

प्रतिनिधिमंडल ने छात्रों से वैश्विक शैक्षणिक रास्ते तलाशने और सियारिफ हिदायतुल्ला विश्वविद्यालय को अपनी उच्च शिक्षा यात्रा के लिए एक व्यवहार्य गंतव्य के रूप में अपनाने का आग्रह किया।

इससे पूर्व, मेहमानों का स्वागत करते हुए, एसटीएस स्कूल के प्रिंसिपल, फैसल नफीस ने स्कूल का परिचय प्रस्तुत किया और इसके इतिहास और समृद्ध विरासत के बारे में बताया।

कार्यक्रम का संचालन श्रीमती गजाला तनवीर ने किया।

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एएमयू छात्रा ने कश्मीर नयायिक परीक्षा में प्रथम रैंक हासिल किया।

अलीगढ़, 22 अप्रैलः एएमयू में अध्ययरत कश्मीरी छात्रा तसनीम कावूस ने कश्मीर न्यायिक परीक्षा 2023 में शीर्ष स्थान हासिल किया है।

तसनीम ने 2014 में मैट्रिकुलेशन में 95 प्रतिशत अंक हासिल किए, तथा 2016 में हायर सेकेंडरी में 96.8 प्रतिशत अंक हासिल करते हुए राज्य में दूसरा स्थान हासिल किया।

वर्ष 2017 में, तसनीम कावूस ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में बीएएलएलबी में दाखिला लिया और 2022 में डिस्टिंक्शन के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की और अपने बैच में दूसरे स्थान पर रहीं।

उन्होंने जेकेपीएससी द्वारा आयोजित अभियोजन अधिकारी (जी) परीक्षा में भी 8वीं रैंक हासिल की थी।

विधि संकाय के डीन तथा कानून विभाग के अध्यक्ष ने तस्नीम को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए बधाई दी है।

 



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