अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ : प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के चलते जनपद में माह नवम्बर 2022 से भ्रष्टाचार निवारण थाना संचालित है। छेरत पुलिस लाइन जनपद अलीगढ़ में स्थापित थाने का कार्यक्षेत्र अलीगढ़ मण्डल के चारो जिले हैं। अभी तक आगरा में स्थापित एंटी करप्शन इकाई द्वारा ही चारो जनपदों में कार्य किया जाता था, परन्तु अब भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने एवं जनसामान्य तक सुगमता से पहुॅच बनाने के लिए अलीगढ़ प्रभारी निरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण इकाई देवेन्द्र सिंह ने बताया कि सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार को समूल नष्ट करने के लिये दृृढ़ संकल्पित है। प्रदेश शासकीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए व्यापक स्तर पर ठोस कदम उठाए गये हैं। उन्होंने जनसामान्य से आग्रह किया है कि प्रदेश सरकार की योजनाओं का लाभ प्राप्त कराए जाने के एवज में यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी सुविधा शुल्क, रिश्वत, धनराशि, पारिश्रमिक की मांग करता है तो, कतई न दें, बल्कि दूरभाष नम्बर 9454402485 एवं ई-मेल aco-aligarh.al@up.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता का नाम पूर्ण रूप से गोपनीय रखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि नवीन पुलिस लाइन छेरत में स्थापित एंटी करप्शन थाने में प्रभारी निरीक्षक देवेन्द्र सिंह तथा 05 अतिरिक्त निरीक्षक, 01 उप निरीक्षक, 02 मुख्य आरक्षी व 12 आरक्षी इकाई में तैनात हैं तथा थाना एंटी करप्शन अलीगढ़ मंडल अलीगढ़ के अधीन मंडल के सभी जिले (अलीगढ़, कासगंज, हाथरस, एटा) हैं।
प्रभारी निरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण इकाई देवेन्द्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2024 में जनपद हाथरस में फरवरी माह में 20 हजार रूपये की रिश्वत मांगे जाने की शिकायत प्राप्त होने पर विद्युत वितरण खंड चतुर्थ सादाबाद (बिजली विभाग) के कार्यालय सहायक (ओ.ए.) व माह मार्च में जनपद हाथरस के सिंचाई विभाग के सींच पर्यवेक्षक/पेशकार जिलेदार को भी 06 हजार रुपये की रिश्वत के आरोप में रंगे हाथों पकड़ा जा चुका है। तथा जनपद अलीगढ़ में माह मई में तहसील इगलास के राजस्व विभाग के अमीन को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों पकड़े जा चुके हैं। मामला पंजीकृत कर सभी को जेल भेजा गया है, विधिक प्रक्रिया प्रचलन में है।