अलीगढ मीडिया डिजिटल,हरदुआगंज|रक्षाबंधन की शाम दोस्त के कहने पर उसके साथ उसके गांव जाकर गोली चलाने की घटना में नामजद दो आरोपियों लखन यादव व आदर्श ठाकुर को चार दिन बाद पुलिस ने न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। घटना के बाद ग्रामीणों की पिटाई से घायल हुए आरोपी अस्पताल में भर्ती थे, जहां से शुक्रवार को उन्हें छुट्टी दिए जाने के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया था। वहीं इस मामले में अभी मुख्य आरोपी धर्मेंद्र फरार है।
बता दें कि रक्षाबंधन की सुबह गुरुसिकरन गांव में अंजू देवी पत्नी जीतू चौहान तथा रेखा पुत्री राजवीर उर्फ राजू चौहान में हंसी-मजाक के बीच अचानक नोकझोंक हो गई थी। रेखा की शिकायत को माता पिता ने अनदेखा कर दिया लेकिन भाई धर्मेंद्र भड़क गया और बहन की बेइज्जती का बदला लेने अपने दो दोस्तों संग बाइक और तमंचा लेकर गांव पहुंच गया जहां नोकझोंक के बाद अंजू देवी के पति जीतू को गोली मार दी थी। जिसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने पीछा कर धर्मेंद्र के दोनों दोस्तों लखन यादव और आदर्श ठाकुर को पकड़कर पीटा, उनकी बाइक फूंक डाली थी। पकड़े गए आरोपियों के हाथ-पैर में फ्रैक्चर आया था, जिसके बाद से वह दीन दयाल अस्पताल में भर्ती थे। पुलिस के अनुसार दोनों आरोपी 18 अगस्त की बरोठा गांव में भी फायरिंग की घटना में नामजद चल रहे थे। गिरफ्तार करने वाली टीम में एसएचओ विपिन कुमार, दरोगा निजामुद्दीन, दरोगा सुरेंद्र तोमर, दरोगा प्रशांत कुमार, सिपाही जुगेन्द्र सिंह व अनिल कुमार मौजूद रहे।