एएमयू एसटीएस स्कूल में स्वच्छता पखवाड़ा मनाया गया
अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ 6 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में वार्षिक स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत सैयदना ताहिर सैफुद्दीन (एसटीएस) स्कूल में छात्रों के बीच सफाई और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए दो दिवसीय स्वच्छता अभियान शुरू किया गया। अभियान की शुरुआत श्रमदान गतिविधियों से हुई, जिसमें छात्रों ने विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया, जिसमें स्कूल षिक्षक डॉ. नसीम अहमद, मोहम्मद अदनान खान और मोहम्मद आसिम के मार्गदर्शन में स्कूल परिसर की सफाई, कला शिक्षक मोहम्मद शाकिर के मार्गदर्शन में पोस्टर मेकिंग, नारा लेखन और पेंटिंग जैसी कलाकृतियां और प्रोफेसर जाबिर हसन खान (भूगोल विभाग से सेवानिवृत्त) द्वारा जागरूकता व्याख्यान शामिल थे।
अपने संबोधन में, स्कूल के प्रधानाचार्य, फैसल नफीस ने स्वच्छता के महत्व और स्वास्थ्य और व्यक्तिगत कल्याण पर इसके प्रभाव पर जोर दिया। उन्होंने से पूरे वर्ष स्वच्छता की भावना को जीवित रखने तथा दूसरों को भी अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता बनाए रखने के लिए शिक्षित करने का आग्रह किया। नफीस ने विद्यार्थियों, शिक्षकों तथा कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। अपने व्याख्यान में प्रोफेसर जाबिर हसन खान ने जल संरक्षण पर ध्यान केंद्रित किया तथा जल संसाधनों के अत्यधिक उपयोग, प्रदूषण तथा जलवायु परिवर्तन के कारण वैश्विक जल संसाधनों की गंभीर स्थिति पर प्रकाश डाला।
उप प्राचार्य डॉ. तनवीर हुसैन खान ने अतिथि वक्ता का स्वागत किया तथा धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम के आयोजन में नसरीन फातिमा, गजाला तनवीर, फरहान हबीब, मोहम्मद आसिम तथा एस.टी.एस. स्कूल के प्रॉक्टरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
------------------------
हबीब हाल में कैरियर काउंसलिंग अभियान की शुरूआत
अलीगढ़ 6 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट कार्यालय (जनरल) द्वारा डीन, छात्र कल्याण के सहयोग से विद्यार्थियों के लिए कैरियर काउंसलिंग श्रृंखला की शुरुआत की। इस प्रकार का पहला कार्यक्रम मोहम्मद हबीब हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में उच्च शिक्षा और कैरियर के अवसरों के लिए आवश्यक तैयारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
कार्यक्रम के संयोजक और छात्र कल्याण के डीन प्रो. रफीउद्दीन ने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को विभिन्न कैरियर विकल्पों और बाद के जीवन में अच्छी नौकरी पाने के लिए आवश्यक कौशल के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान करना है। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने सपने से समझौता न करें और उसे साकार करने के लिए हर संभव प्रयास करें।
मोहम्मद हबीब हॉल के प्रोवोस्ट डॉ. जुबैर शादाब खान ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपने कौशल और क्षमताओं का सख्त और वास्तविक मूल्यांकन करें और बेहतर संचार कौशल को बेहतर बनाने और विकसित करने के लिए कड़ी मेहनत करें क्योंकि यह उन्हें अच्छी नौकरी पाने में सबसे अधिक मदद करेगा।
इससे पूर्व, मेहमानों और प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए, परामर्श श्रृंखला के टीपीओ-साइड समन्वयक डॉ. मुजामिल मुश्ताक ने कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला और विश्वविद्यालय से परे दुनिया को समझने के महत्व पर जोर दिया और छात्रों को उपलब्ध संसाधनों का सर्वोत्तम उपयोग करके सफलता के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया। श्रृंखला के डीएसडब्ल्यू-साइड समन्वयक, डॉ. शम्स तबरेज ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
-----------------------------------
विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के लिए जेएनम ेडिकल कालिज जागरूकता कार्यक्रम 10 सितम्बर को
अलीगढ़ 6 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जे.एन. मेडिकल कॉलेज के मनोचिकित्सा विभाग द्वारा 10 सितंबर, 2024 को ‘विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस’ के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की जा रही है।
डॉ. मोहम्मद रियाजुद्दीन ने बताया कि इच्छुक प्रतिभागी मानसिक स्वास्थ्य एवं आत्महत्या रोकथाम पर ऑनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता में भाग ले सकते हैं, जिसमें ‘जीवन चुनें, आशा फैलाएं’, ‘आइए मिलकर इस कलंक को खत्म करें’, ‘चुप्पी से सहारे की ओर’, ‘कार्यस्थल पर आत्महत्या रोकथाम’, ‘आत्महत्या कोई समाधान नहीं है’, ‘आत्महत्या करने वाले व्यक्ति की मदद कैसे करें’ आदि विषय शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 10 सितंबर को जेएन मेडिकल कॉलेज के लेक्चर थियेटर-1 में आत्महत्या रोकथाम एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर व्याख्यान आयोजित किया जाएगा, जबकि इसी दिन सामुदायिक चिकित्सा विभाग के सहयोग से ग्रामीण स्वास्थ्य प्रशिक्षण केंद्र (आरएचटीसी), जवां में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. फैसल शान हैं।
--------------------------
प्रतिष्ठित कंपनियों द्वारा यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के छात्रों का चयन
अलीगढ़, 6 सितंबरः अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के तीन छात्रों का मेसर्स अहलूवालिया कॉन्ट्रैक्ट्स (इंडिया) लिमिटेड द्वारा चयन किया गया है। चयनित छात्रों में अब्दुल कादिर, एम. शोएब अख्तर और फरहान अहमद शामिल हैं, जिन्होंने सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा पूरा कर लिया है।
इसके अतिरिक्त, राजीव मेटल इंडस्ट्रीज, अलीगढ़ ने दो और छात्रों, जावेद मलिक और इकबाल हुसैन को नियुक्त किया है, जो डिप्लोमा इन मैकेनिकल इंजीनियरिंग से हैं। यूनिवर्सिटी पॉलिटेक्निक के प्रिंसिपल प्रो. अरशद उमर ने चयनित छात्रों को बधाई दी और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और व्यावहारिक प्रशिक्षण देने के लिए संस्थान के समर्पण की पुष्टि की। पपोलीटेक्निक के टीपीओ डॉ. एम. फैसल खान ने छात्रों की सराहना की और उन्हें भविष्य के प्लेसमेंट अवसरों के बारे में जानकारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
-------------------------
जेएन मेडिकल कालिज परिसर में कॉर्नियल अंधापन मिटाने के लिए वॉक का आयोजन
अलीगढ़, 6 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जे.एन. मेडिकल कॉलेज के आई बैंक ने सफलतापूर्वक नेत्रदान पखवाड़ा मनाने के लिए एक वॉक का आयोजन किया। ‘कॉर्नियल अंधापन मिटाने के लिए वॉक’ थीम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में 500 से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सिंग के छात्र, और देह-दान संस्था, वर्क एनजीओ, इंसानियत फाउंडेशन और उम्मीद जैसे स्थानीय एनजीओ के प्रतिनिधि शामिल थे। 8 यूपी वाहिनी एनसीसी के सदस्य भी इस पहल में शामिल हुए।
वॉक की शुरुआत जे.एन. मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग वार्ड से हुई और यह ट्रॉमा सेंटर होते हुए एएमयूआईओ पर समाप्त हुई। एमबीबीएस के छात्रों द्वारा एक नाटक प्रस्तुत किया गया, जिसमें यह महत्वपूर्ण संदेश दिया गया कि नेत्रदान से दाता के चेहरे की सुंदरता पर कोई असर नहीं पड़ता। प्रोफेसर ए.के. अमितावा ने जोर देकर कहा कि एक दाता दो व्यक्तियों की दृष्टि को पुनर्स्थापित कर सकता है।
आई बैंक के डॉ. एम. साकिब ने बताया कि मृत्यु के छह घंटे के भीतर कॉर्निया दान किया जा सकता है, चाहे दाता की उम्र या चिकित्सा स्थिति, जैसे मधुमेह या उच्च रक्तचाप, कुछ भी हो।देह-दान संस्था के डॉ. एस.के. गौड़ ने कॉर्निया दान को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया। आई बैंक के इंचार्ज डॉ. जिया सिद्दीकी ने आश्वासन दिया कि इस प्रकार की जागरूकता गतिविधियाँ पूरे साल चलती रहेंगी। प्रोफेसर अदीब आलम खान ने आई बैंक की हाल के वर्षों में की गई महत्वपूर्ण प्रगति और योगदान की सराहना की।
प्रमुख उपस्थितियों में प्रो. सिमी जका-उर-रब, डॉ. वारिस, डॉ. वजाहत, डॉ. नाहिद, नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट हुमा रूही, श्री राहत हुसैन, इंजीनियर फिरोज, मुहम्मद रईस, इमरान अहमद, एडवोकेट नदीम अंजुम और आदिल जवाहर के अलावा कंपनी कमांडर कैप्टन फारूख अहमद डार, कैप्टन नजफ अली खान, प्रेम कुमार, अब्दुल मन्नान, अंसार अहमद अंसारी षामिल थे।
------------------------------
भाषा विज्ञान और लोककथा पर तीन दिवसीय सम्मेलन का समापन
अलीगढ़, 6 सितंबरः पंजाबी भाषा विज्ञान संघ, पटियाला, केंद्रीय भारतीय भाषा संस्थान और संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से एएमयू के भाषा विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय भाषा विज्ञान और लोककथा सम्मेलन ‘एनईपी 2020 के संबंध में बहुभाषी भारत में संस्कृतियों के बीच अनुवाद’ विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में शैक्षणिक सत्र, पूर्ण वार्ता और चर्चाएं शामिल थीं, जिसका समापन एक समापन समारोह में हुआ।
मुख्य अतिथि श्रीमती नीता प्रसाद, आईआईएस, संयुक्त सचिव (आईसी और भाषाएं), शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने एनईपी 2020 के संदर्भ में भाषाई अनुसंधान की भूमिका पर जोर देते हुए एक ऑनलाइन संबोधन दिया। उन्होंने अनुवाद और बहुभाषी शिक्षा के लिए अभिनव दृष्टिकोण की आवश्यकता पर चर्चा की। उन्होंने 100 से अधिक अकादमिक पत्रों की प्रस्तुति की भी प्रशंसा की, जिससे अनुवाद शिक्षण पर सार्थक संवाद को बढ़ावा मिला। सुश्री प्रसाद ने भारतीय भाषा समिति के माध्यम से भाषाओं को बढ़ावा देने और विभिन्न प्लेटफार्मों पर 300 से अधिक क्षेत्रीय भाषाओं में शैक्षिक सामग्री तैयार करने के लिए मंत्रालय की पहलों पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा में बहुभाषावाद को बढ़ावा देते हुए पाठ्यपुस्तकों का कई भारतीय भाषाओं में अनुवाद करने के लिए सीबीएसई, यूजीसी और एआईसीटीई के प्रयासों का भी उल्लेख किया।
समापन समारोह में अपने उद्घाटन भाषण में, एआईसीएलएफ-10 के निदेशक और भाषा विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एमजे वारसी ने अनुवाद अध्ययन और भाषा विज्ञान को एकीकृत करने में एनईपी 2020 के महत्व पर प्रकाश डाला और भारत की शिक्षा प्रणाली में एक एकीकृत दृष्टिकोण का आह्वान किया। उन्होंने देश भर के विद्वानों और प्रतिनिधियों के प्रति आभार व्यक्त किया और सम्मेलन की सफलता में उनके योगदान के लिए आयोजन समिति और वक्ताओं को धन्यवाद दिया। स्वतंत्र विद्वान डॉ. भीशाका शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया और पूरे आयोजन में साझा की गई तकनीकी अंतर्दृष्टि पर विचार किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के अतिथि प्रो. आर.सी. शर्मा ने इस तरह के प्रभावशाली आयोजन की मेजबानी के लिए भाषा विज्ञान विभाग की सराहना की और अनुवाद के माध्यम से साहित्य को संरक्षित करने के महत्व पर जोर दिया।
पंजाबी भाषा विज्ञान संघ के अध्यक्ष प्रो. भूपेंद्र सिंह खैरा ने इन भावनाओं को दोहराया और भाषाई विद्वानों के बीच भविष्य के सहयोग का प्रस्ताव रखा, जिसमें पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना में एक भाषा के रूप में लोककथा पर एक सम्मेलन आयोजित करना शामिल है।कला संकाय के डीन प्रो. आरिफ नजीर ने प्रतिभागियों और आयोजकों की कड़ी मेहनत की प्रशंसा की और भाषाई अध्ययन को आगे बढ़ाने के लिए एएमयू की प्रतिबद्धता को दोहराया।
प्रो. आरिफ नजीर ने सांस्कृतिक गतिविधियों, विशेष रूप से संगीत संध्या और फोटोग्राफी में उनके योगदान के लिए श्री फैजान इलाही और श्री हिशाम को विशेष सम्मान दिया। भाषा विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. पल्लव विष्णु ने शिक्षक दिवस पर समापन कार्यक्रम पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
-------------------------
एएमयू आरसीए के दो छात्रों का उत्तराखंड सिविल सर्विस एवं पीएनबी में चयन
अलीगढ़, 6 सितंबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए), में सिविल सेवा कोचिंग कार्यक्रम की छात्रा सहाना परवीन का उत्तराखंड सिविल/अपर सबऑर्डिनेट सर्विस परीक्षा 2021 में राज्य कर अधिकारी के पद पर चयन हुआ है। जिसका परिणाम गत 28 अगस्त 2024 को घोषित किया गया था।
एक अन्य छात्र, मोहम्मद नाजिम (एसएससी सीजीएल कोचिंग प्रोग्राम) को पंजाब नेशनल बैंक में क्रेडिट ऑफिसर के पद के लिए चुना गया है।एएमयू कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून ने दोनों चयनित छात्रों को बधाई दी है। रजिस्ट्रार मोहम्मद इमरान आईपीएस, और आरसीए के निदेषक प्रोफेसर सगीर अहमद अंसारी ने भी उन्हें बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि उनकी सफलता अन्य छात्रों को भी प्रेरित करेगी।