अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र प्रख्यात अनुवादक-इंजीनियर डॉ. अंसारी सम्मानित

Chanchal Varma
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अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ| साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के साथ-साथ उत्कृष्ट वैज्ञानिक या टेक्नोक्रेट होने का गौरव बहुत कम लोगों को प्राप्त होता है, और यही वह गुण है जो डॉ. आरिफ अंसारी को उनके अन्य साथियों से अलग करता है, जिन्होंने एक कुशल अनुवादक और साथ ही एक उत्कृष्ट इंजीनियर के रूप में नाम कमाया है। जाकिर हुसैन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के पूर्व छात्र डॉ. अंसारी, जिन्होंने 1984 में एएमयू से स्नातक की उपाधि ली, को आज अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय में मोबाइल संचार और वायरलेस प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान और उर्दू पुस्तकों के अंग्रेजी करने के लिए सम्मानित किया गया।


अपने अध्यक्षीय भाषण में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रो. एम. सालिम बेग ने कहा कि यह इंजीनियरिंग संकाय के लिए बहुत गर्व की बात है कि हमारे एक प्रतिष्ठित पूर्व छात्र हमारे बीच मौजूद हैं, जिन पर हम कई मायनों में गर्व कर सकते हैं। प्रो बेग ने कहा कि अनुवाद के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्य के अलावा डॉ. अंसारी ने सामान्य रूप से दूरसंचार और विशेष रूप से मोबाइल संचार के क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है।


उन्होंने 1984 में एएमयू से बीएससी इलेक्ट्रिकल और 1987 में दक्षिणी इलिनोइस विश्वविद्यालय से एमएस इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद 1993 में दक्षिणी इलिनोइस विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री ली। उन्होंने कहा कि डॉ. अंसारी ने 1984 में अपना करियर शुरू करने के बाद विभिन्न वरिष्ठ पदों पर काम किया है, जिनमें पीडीवी वायरलेस के प्रिंसिपल टेक्नोलॉजी एडवाइजर, रिवरब इंक के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, इनकोड कंसल्टिंग के प्रैक्टिस लीड, मोबाइल सैटेलाइट वेंचर्स के नेटवर्क डिजाइन के निदेशक, हाइब्रिड टेरेस्ट्रियल सैटेलाइट मोबाइल कम्युनिकेशंस सिस्टम के वरिष्ठ प्रबंधक, नेक्सटल कम्युनिकेशंस के वरिष्ठ प्रबंधक, लॉकहीड मार्टिन ग्लोबल टेलेकम्युनिकशन्स के प्रिंसिपल इंजीनियर और स्ब्ब् इंटरनेशनल के प्रिंसिपल इंजीनियर का पद शामिल है।


इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर एमएम सूफियान बेग ने कहा कि अनीस अशफाक के उपन्यास ख्वाब सरब (उर्दू में 2022 साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता) और अली अमजद के नावेल काली माटी के डॉ. अंसारी के अनुवाद को अकादमिक जगत से प्रशंसा मिली है। उनके अन्य अनुवादों में गौस अंसारी द्वारा ‘ट्रांसिएंस ऑफ लाइफ’ खंड एक और दो काजी जलील अब्बासी द्वारा ‘व्हाट डेज दे वेयर’, अली अमजद द्वारा ‘ए ब्रांच ऑफ द सैपलिंग ऑफ सोर्रो’, काजी मोहम्मद अदील अब्बासी द्वारा ‘द खिलाफत मूवमेंट’ और ‘द कम्प्लीट लेक्चर्स ऑफ सर सैयद’ खंड एक-तृतीय शामिल हैं।


डॉ. अंसारी, जो 30 साल बाद अपनी मातृसंस्था का दौरा कर रहे हैं, ने एक छात्र के रूप में परिसर में बिताए अपने दिनों को याद किया और अपने दो शिक्षकों, प्रोफेसर मुस्लिम ताज और प्रोफेसर तारिक अजीज को उनके उत्कृष्ट शिक्षण और उनके करियर को आकार देने के लिए याद किया। उन्होंने इंजीनियरिंग कालिज लाइब्रेरी को अपने सभी प्रकाशनों की एक प्रति भी भेंट की।


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बालीबाल और बासकेट बाल की इंटर स्कूल प्रतियोगिता आयोजित


अलीगढ़ 26 अक्टूबरः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के सैयद हामिद सीनियर सेकेंड्री स्कूल द्वारा आज सर सैयद दिवस कार्यक्रमों की श्रंखला में बालीबाल और बास्केट बाल की इंटर स्कूल प्रतियोगिता आयोजित की गई। वालीबाल के अन्तर्गत पहला मैच एसटीएस (मिंटो सर्किल) स्कूल और आरएमपीएस सिटी स्कूल के बीच खेला गया। जिसमें एसटीएस की टीम 25-11 से विजय घोषित किया गया। दूसरा मैच सैयद हामिद सीनियर सकेंड्री स्कूल और एबीके यूनियन स्कूल के बीच खेला गया जिसमें सैयद हामिद सीनियर सेकेंड्री स्कूल की टीम 25-13 से विजेता रही।


बास्केटबाल मुकाबले में पहला मैच सैयद हामिद सीनियर सेकेंड्री स्कूल एवं आरएमपीएस सिटी स्कूल के बीच हुआ जिसमें सैयद हामिद सीनियर सकेंड्री स्कूल को 27-7 से को विजयी घोषित किया गया। इसी कड़ी में दूसरा मैच एबीके यूनियन स्कूल और एसटीएस (मिंटो सर्किल) स्कूल के बीच खेला गया जिसमें एबीके यूनियन स्कूल एएमयू की टीम को 19-11 से विजय घोषित किया गया।


खेल प्रतियोगिता का उदघाटन प्राचार्य डा. शकील अहमद अल्वी तथा उप प्रधानाचार्य जावेद खान ने किया। इस अवसर पर चीफ प्रोक्टर अशद जमाल नदवी के साथ साथ कार्यक्रम संचालन डा. नौशाद नजीब एवं अशरफ खान, शालिनी चैहान, मैराज अहमद, वसीम खान और इसके अतिरिक्त जीशान हैदर, निदा उस्मानी, परवेज खान आदि उपस्थित रहे।


रेफरी की भूमिका एएमयू कोच सरदार हुसैन, जाकिर रजा के साथ सहयोगी रेफरी शोएब खान, मो. ताबिश, दीपक कुमार, फहीम आदि रहे।

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