एएमयू कुलपति द्वारा यूजीसी एमएमटीटीसी में डिजिटल शिक्षा स्टूडियो का उद्घाटन

Aligarh Media Desk
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अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  उच्च शिक्षा में डिजिटल क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के यूजीसी मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) ने एक अत्याधुनिक डिजिटल शिक्षा स्टूडियो का अनावरण किया। नई सुविधा का उद्घाटन एएमयू कुलपति प्रो. नईमा खातून ने किया, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप डिजिटल शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।

अपने उद्घाटन भाषण में, प्रो. खातून ने उच्च शिक्षा में डिजिटल नेतृत्व की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षण, सीखने और अनुसंधान को डिजिटल ढांचे में एकीकृत करना उन्नति के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि डिजिटल शिक्षा स्टूडियो एएमयू के शैक्षणिक वर्ग के लिए एक मूल्यवान धराहर होगी, जो अधिक आधुनिक और प्रभावी डिजिटल शिक्षण रणनीतियों को सक्षम करेगी।

प्रो. खातून ने यूजीसी एमएमटीटीसी की सराहना की और ज्ञान की गहरी समझ को बढ़ावा देने और अकादमिक बातचीत को बढ़ाने के लिए और अधिक आमने-सामने के पाठ्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने पाठ्यक्रम पूरा करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए।

यूजीसी एमएमटीटीसी की निदेशक डॉ. फायजा अब्बासी ने केंद्र की गतिविधियों को एनईपी 2020 के पांच स्तंभों- पहुंच, समानता, गुणवत्ता, जवाबदेही और सामर्थ्य के साथ संरेखित करने पर प्रकाश डाला। डॉ. अब्बासी ने जोर देते हुए कहा कि प्रस्तुति कौशल पाठ्यक्रम को इंटरैक्टिव और आकर्षक बनाने के लिए डिजाइन किया गया था प्रतिभागियों ने समूह प्रस्तुतियाँ दीं, जिनका मूल्यांकन विशेषज्ञ संसाधन व्यक्तियों द्वारा किया गया, जिससे टीमवर्क और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिला।

प्रो परवेज तालिब ने कहा कि पाठ्यक्रम ने न केवल तकनीकी प्रस्तुति कौशल में सुधार किया, बल्कि प्रतिभागियों के बीच गतिशील चर्चाओं को भी सुविधाजनक बनाया। डॉ. दिनेश कुमार उपाध्याय, गौरव यादव और सरीन को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए पुरस्कार प्रदान किए गए। डॉ. खुर्रम निसार ने धन्यवाद ज्ञापन किया और कार्यक्रम का संचालन समरीन अहमद ने किया।

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एएमयू ने टेरी-ईआईएसीपी के सहयोग से मिशन लाइफः ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी पर कार्यशाला आयोजित

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एकीकृत हरित और नवीकरणीय ऊर्जा केंद्र (सीजीआरई) द्वारा इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, आईईईई डब्ल्यूआईई-एजी और एसटीबी, और ऊर्जा और संसाधन संस्थान (टेरी) ईआईएसीपी के सहयोग से ‘मिशन लाइफः ग्रीन एंड क्लीन एनर्जी’ नामक कार्यशाला का आयोजन किया। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (एमओईएफसीसी) द्वारा वित्त पोषित इस कार्यक्रम का उद्देश्य सतत ऊर्जा प्रथाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना था।

मुख्य अतिथि, टेरी ईआईएसीपी के वरिष्ठ फेलो पी.के. भट्टाचार्य ने मिशन लाइफ अभियान और हरित ऊर्जा के महत्व पर बात की। इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रोफेसर निसार अहमद ने मुख्य भाषण दिया। उन्होंने वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों पर चर्चा की और सतत ऊर्जा में अनुसंधान और नवाचार के लिए एएमयू की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।

इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अबू तारिक ने छात्रों और शिक्षकों से सतत विकास में सक्रिय योगदान को प्रोत्साहित किया। उन्होंने रूफटॉप सोलर पीवी प्लांट, नेट मीटरिंग और सोलर फार्म पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान भी दिया।

टेरी की वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी सुश्री पल्लवी शुक्ला ने व्यावहारिक ऊर्जा संरक्षण उपायों पर चर्चा की, जबकि टेरी के परियोजना प्रबंधक श्री आकिफ फारूकी ने हरित प्रथाओं को अपनाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने की सिफारिश की।

एएमयू के जनसंपर्क अधिकारी, उमर पीरजादा ने स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने में एएमयू की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने राष्ट्रीय और वैश्विक ऊर्जा चिंताओं को दूर करने में अनुसंधान और सामुदायिक आउटरीच के महत्व पर बल दिया।

कार्यशाला की संयोजक और सीजीआरई की समन्वयक डॉ. सफिया अख्तर काजमी ने स्वागत भाषण दिया।

प्रो. असफर अली खान, प्रो. फजले अजीम और प्रो. इम्तियाज अशरफ सहित शिक्षकों ने कार्यशाला के दौरान टेरी के विशेषज्ञों के साथ बातचीत की। एक इंटरैक्टिव सत्र ने छात्रों को इंटर्नशिप और नौकरी के अवसरों के साथ-साथ टेरी के स्थिरता कार्यक्रम का पता लगाने का मौका प्रदान किया गया।

कार्यशाला की आयोजक टीम में समीरा, डॉ. कुर्रतुलैन और डॉ. फैजान खालिद के साथ-साथ आईईईई डब्लूआईई-एजी एवं एसटीबी के सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ग्रीन एनर्जी और सस्टेनेबल डेवलपमेंट में विशेषज्ञता रखने वाले एम.टेक छात्रों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम का समापन टेरी-ईआईएसीपी की सूचना अधिकारी सुश्री प्रतीक्षा के नेतृत्व में शपथ के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने स्वच्छ और हरित दुनिया बनाने की प्रतिबद्धता जताई।

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एएमयू भौतिकी के छात्रों ने नरौरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र का दौरा किया

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के एमएससी (भौतिकी) अंतिम वर्ष के छात्रों ने शैक्षणिक पहल के अभियान नरौरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र का दौरा किया, जिससे उन्हें परमाणु प्रौद्योगिकी को क्रियाशील देखने और परमाणु भौतिकी अवधारणाओं की अपनी समझ को गहरा करने का अवसर मिला। 22 छात्रों के साथ शिक्षकों डॉ. मोहम्मद शुएब, डॉ. मोहम्मद अदनान और शोध छात्र आकिब सिद्दीकी भी उनके साथ

दौरे की शुरुआत नरौरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र के कर्मचारियों के व्याख्यान से हुई, जिसमें परमाणु रिएक्टर संचालन, बिजली उत्पादन प्रक्रियाओं और परमाणु सुविधाओं में पालन किए जाने वाले आवश्यक सुरक्षा प्रोटोकॉल के मूल सिद्धांतों को शामिल किया गया। छात्रों को नियंत्रण कक्ष, विकिरण निगरानी प्रयोगशालाओं और कूलिंग टावरों सहित संयंत्र के विभिन्न क्षेत्रों का प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हुआ। भौतिकी विभाग के अध्यक्ष प्रो. एए उस्मानी और प्रो. बीपी. सिंह ने दौरे का समन्वय किया और छात्रों के शैक्षणिक विकास को बढ़ाने में ऐसे क्षेत्रीय अनुभवों के महत्व पर जोर दिया। प्रोफेसर उस्मानी ने कहा कि यात्रा से हमें अमूल्य शिक्षा मिली और यह हमारे छात्रों के लिए एक अद्भुत अनुभव था, जिससे मुझे परमाणु ऊर्जा में जटिलताओं और नवाचारों की सराहना करने में मदद मिली। उन्होंने शैक्षिक यात्रा की सुविधा के लिए नरौरा परमाणु ऊर्जा संयंत्र को धन्यवाद दिया।

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फैशन फोटोग्राफी पर कार्यशाला आयोजित

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कम्युनिटी कॉलेज के फैशन डिजाइन और परिधान प्रौद्योगिकी (एफडी एंड जीटी) अनुभाग ने बी.वोक. और एम.वोक. (एफडी एंड जीटी) के छात्रों के लिए ‘फैशन फोटोग्राफीः मास्टरिंग कैमरा तकनीक’ पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला के संयोजक, फैशन डिजाइन और परिधान प्रौद्योगिकी के पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ मोहम्मद यूनुस खान ने प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यशाला के उद्देश्यों को रेखांकित किया।

कम्युनिटी कॉलेज के नोडल अधिकारी प्रो. अरशद उमर ने आधुनिक फैशन उद्योग में फैशन फोटोग्राफी के दायरे पर चर्चा की। उन्होंने फैशन पत्रिकाओं के लिए काम करने, डिजाइनरों के साथ सहयोग करने और फैशन ब्रांडों से जुड़ने जैसे कैरियर के अवसरों का भी उल्लेख किया।

रिसोर्स पर्सन अमान कासिम, एक पेशेवर फोटोग्राफर और एक्यू मोशन पिक्चर्स प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ ने फोटोग्राफी तकनीकों, दृश्य कहानी कहने और प्रभावशाली फैशन छवियों को कैप्चर करने के तकनीकी पहलुओं में अपनी विशेषज्ञता साझा की। एक पेशेवर फोटोग्राफर के रूप में, उन्होंने मॉडलों के साथ काम करने, शूट की व्यवस्था करने और ब्रांड के विजन के साथ संरेखित वांछित सौंदर्य प्राप्त करने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न कैमरा एंगल, शटर स्पीड और लेंस के साथ-साथ फोटोग्राफी पर प्रकाश के प्रभाव पर भी चर्चा की। नई दिल्ली स्थित स्काई हाई मॉडलिंग एजेंसी के प्रबंध निदेशक फैशन डिजाइनर शाहिद अफरीदी ने फैशन इवेंट्स और रनवे कॉन्फिगरेशन की दुनिया में बहुमूल्य जानकारी दी। उन्होंने प्रमुख फैशन वीक जैसे लक्मे फैशन वीक, लंदन फैशन वीक और दिल्ली टाइम्स का उल्लेख किया और ट्रेंड सेट करने में उनके महत्व को रेखांकित किया। अफरीदी ने रनवे प्रस्तुतियों के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं की खोज की और रनवे शो में उपयोग की जाने वाली विभिन्न संरचनाओं के बारे में विस्तार से बताया, जिसमें एकल वॉक से लेकर समूह वॉक तक शामिल हैं जो समन्वित संग्रह दिखाते हैं। फरहा ने रिसोर्स पर्सनों का परिचय कराया।

नाजिया बेगम और शगुफ्ता हसीन ने कार्यशाला के सत्रों का संचालन किया। सुश्री तजीन वारिस और आतिफा मलिक ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि निमरा खान ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।

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राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के मल्लापुरम केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया गया।

अपने उद्घाटन भाषण में, केंद्र के निदेशक डॉ. फैसल केपी ने स्वतंत्र भारत के लिए एक मजबूत और समावेशी शिक्षा प्रणाली की स्थापना में पहले शिक्षा आजाद की महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने सार्वभौमिक शिक्षा, समानता और वैज्ञानिक प्रगति के लिए आजाद की वकालत पर प्रकाश डाला, राष्ट्र के शैक्षणिक परिदृश्य को आकार देने में उनके दृष्टिकोण की निरंतर प्रासंगिकता पर जोर दिया।

सहायक रजिस्ट्रार, मुहम्मद अहजम खान ने मूल्य-आधारित शिक्षा के महत्व पर बात की।

मुस्तफा व निस्मा (बी.एड द्वितीय वर्ष के छात्र) द्वारा आयोजित एक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और यूनुस व हाना (बी.एड द्वितीय वर्ष के छात्र) द्वारा एक पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दिन के मुख्य आकर्षणों में से थे।

क्विज प्रतियोगिता में बी.एड. की अरबिया काजमी, सुबुही और अमान ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार प्राप्त किए। बी.एड. द्वितीय वर्ष के अनीस फैयाज और फिलू ने राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के महत्व और भारतीय शिक्षा प्रणाली पर मौलाना आजाद के स्थायी प्रभाव पर भाषण दिए। छात्रों के एक समूह ने गीत प्रस्तुत कर समारोह को सांस्कृतिक आयाम दिया। संयोजक शमना टीके (बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्रा) और संयुक्त संयोजक गुलजार आलम (बी.एड. प्रथम वर्ष के छात्र) ने बी.एड. विभाग के समन्वयक डॉ. अब्दुल बसिथ पीपी और शिक्षक प्रभारी डॉ. सदाफ जाफरी की देखरेख में कार्यक्रम का आयोजन किया। शिफा (बी.एड. प्रथम वर्ष की छात्रा) और मोहम्मद अली जावेद (बी.एड. द्वितीय वर्ष के छात्र) ने कार्यक्रम का संचालन किया।

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विश्व मधुमेह दिवस पर एके तिब्बिया कालिज ने चिकित्सा शिविर लगाया

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूनानी चिकित्सा संकाय के मुआलीजात विभाग ने एआईएमआईएल फार्मास्यूटिकल्स के सहयोग से विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर अजमल खां तिब्बिया अस्पताल के परिसर में मधुमेह एवं उच्च रक्तचाप के लिए निशुल्क चिकित्सा जांच एवं दवा वितरण शिविर का आयोजन किया। मुआलीजात विभाग के परामर्शदाता प्रो. डॉ. मुर्सलीन नसीर, डॉ. एस जावेद अली, डॉ. सदफ तथा विभाग के पी.जी. छात्र डॉ. मुश्फिक, डॉ. हमजा, डॉ. हुमैरा, डॉ. फवाज, डॉ. नबीला, डॉ. तबी एवं डॉ. असरा ने मरीजों को निशुल्क परामर्श दिया।

जांच तिब्बिया कालिज प्रचार्य प्रो. बदरुद्दूजा खान, प्रो. तबस्सुम लताफत एवं प्रो. तंजील अहमद की देखरेख में की गई। विभाग ने इस वर्ष विश्व मधुमेह दिवस के उद्देश्य ‘बाधाओं को तोड़ना, अंतरालों को पाटना’ पर जोर देते हुए जागरूकता व्याख्यान का भी आयोजन किया। मुआलीजात विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. एस जावेद अली ने मधुमेह की रोकथाम और शीघ्र पहचान पर जोर देते हुए व्याख्यान दिया।

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इल्मुल अतफाल विभाग ने बाल दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किए

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अजमल खां तिब्बिया कॉलेज के यूनानी चिकित्सा संकाय के इल्मुल अतफाल (बाल रोग) विभाग ने बाल दिवस पर एक समारोह का आयोजन किया, जिसमें बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, एक व्यापक स्वास्थ्य जांच शिविर और एक निःशुल्क दवा वितरण शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एक पोस्टर प्रस्तुति प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण पर अपने शोध और विचारों को प्रदर्शित किया।

मुख्य अतिथि, पश्चिम एशियाई अध्ययन विभाग के प्रोफेसर मोहम्मद गुलरेज ने राष्ट्र निर्माण के लिए बच्चों के कल्याण को मौलिक रूप से पहचानने में बाल दिवस की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ, सशक्त युवा पीढ़ी एक मजबूत राष्ट्र की नींव रखती है। प्रोफेसर गुलरेज ने लीच बैंक, कॉस्मेटोलॉजी सेक्शन, नवजात स्थिरीकरण इकाई सहित अस्पताल के विभिन्न अनुभागों का भी दौरा किया और यूनानी चिकित्सा के साथ-साथ एके तिब्बिया अस्पताल के अनुसंधान और विकास की सराहना की।

पोस्टर प्रतियोगिता का निर्णय जेएन मेडिकल कालिज के शिक्षकों डॉ. जमील और डॉ. मोहम्मद साकिब द्वारा किया गया, जिन्होंने छात्रों की रचनात्मकता और अंतर्दृष्टि की सराहना की। कॉलेज के प्राचार्य और सीएमएस प्रोफेसर बीडी खान ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अमूल्य सहयोग दिया, जबकि डॉ. दीवान इसरार खान और डॉ. एम. अनस ने शिविर के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

समारोह ने न केवल बाल दिवस की भावना का सम्मान किया, बल्कि इल्मुल अतफाल के नव स्थापित विभाग द्वारा बाल चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों को भी रेखांकित किया।

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तहफ्फुजी वा समाजी तिब्ब विभाग में विश्व टीकाकरण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ|  अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के यूनानी चिकित्सा संकाय के तहफ्फुजी वा समाजी तिब्ब विभाग ने विश्व टीकाकरण दिवस के उपलक्ष्य में विश्व स्वास्थ्य संगठन के ‘सभी के लिए टीके’ अभियान के तहत एक कार्यक्रम आयोजित किया।

इल्मुल अतफाल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद अनस ने ‘सुरक्षित परिवार, स्वस्थ राष्ट्र’ विषय पर व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने इस मिथक को पूरी तरह से खारिज किया कि टीके ऑटिज्म जैसी बीमारियों से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि टीकों में हानिकारक तत्व नहीं होते हैं उनकी भूमिका लोगों की रक्षा करना और समानता के साथ एक स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण करना है।

यूनानी चिकित्सा संकाय के डीन प्रो. उबैदुल्ला खान ने सुन्नत के अनुरूप स्वास्थ्य के निवारक पहलुओं पर प्रकाश डाला।

विभाग की अध्यक्ष प्रो. रूबी अंजुम ने सभी आयु समूहों के लिए टीकाकरण के महत्व पर जोर दिया और मिशन इंद्रधनुष जैसी सरकारी पहलों पर प्रकाश डाला, जो लोगों के दरवाजे पर मुफ्त टीकाकरण प्रदान करती है।

इससे पहले, डॉ. अब्दुल अजीज खान ने स्वागत भाषण दिया। सत्र में विभाग के संकाय सदस्यों, स्नातकोत्तर विद्वानों और प्रशिक्षुओं ने भाग लिया।

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औषधीय पौधों की खेती पर एएमयू में शताब्दी संगोष्ठी 16 नवंबर को

अलीगढ़, 14 नवंबर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का वनस्पति विज्ञान विभाग, सोसायटी फॉर प्लांट रिसर्च के सहयोग से अपनी स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर 16-18 नवंबर को औषधीय पौधों की अच्छी कृषि पद्धतियां नामक विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन कर रहा हैै। यह  सेमिनार राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है। .

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता एएमयू की कुलपति प्रोफेसर नईमा खातून और एनएमपीबी आयुष मंत्रालय के उप सलाहकार डॉ. आर मुरुगेश्वरन मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाएंगे। प्रोफेसर अल्पना कटेजा, कुलपति, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर और डॉ. नगमा अब्बासी, सीईओ और संस्थापक नेक्स्टजेन लाइफ साइंसेज प्राइवेट। लिमिटेड नई दिल्ली सम्मानित अतिथि होंगे। 300 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है और अपना शोध कार्य प्रस्तुत करेंगे।

सेमिनार वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और नीति निर्माताओं को औषधीय पौधों के लिए टिकाऊ कृषि पद्धतियों, फाइटोफार्मास्यूटिकल्स में जेनेटिक इंजीनियरिंग और ग्रामीण उद्यमिता पर चर्चा करने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसका उद्देश्य पर्यावरण-अनुकूल तरीकों, नैनो-कीटनाशकों और पारंपरिक और हर्बल दवाओं के व्यावसायीकरण पर ध्यान देने के साथ क्षेत्र में ज्ञान-साझाकरण और नवीन समाधानों को बढ़ावा देना है। यह आयोजन राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड, नई दिल्ली के प्रमुख विशेषज्ञों और हितधारकों को एक साथ लाएगा।

एएमयू के वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. एम. बदरुदज़मां सिद्दीकी आयोजन अध्यक्ष हैं और प्रो. शमसुल हयात और प्रो. अनवर शहजाद सेमिनार के आयोजन सचिव हैं।

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एएमयू को ‘सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ| अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आईसीटी (एनएमईआईसीटी) के राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत आईआईटी बॉम्बे के एफओएसएसईई जीआईएस परियोजना द्वारा आयोजित राष्ट्रीय भू-स्थानिक पुरस्कार 2024 (संस्करण 01) में ‘सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार आज एएमयू के कुलपति कार्यालय में एफओएसएसईई (जीआईएस) के राष्ट्रीय समन्वयक और वरिष्ठ अनुसंधान वैज्ञानिक (एनएमईआईसीटी) श्री मोहम्मद कासिम खान द्वारा कुलपति, प्रो. नईमा खातून को प्रदान किया गया। कासिम खान ने बताया कि एएमयू को राष्ट्रीय भू-स्थानिक नीति 2022 (एनजीपी-2022) और भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 को लागू करने में इसके महत्वपूर्ण योगदान के लिए इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। 

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