अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, जौनपुर- बेंगलुरु के जौनपुर में अतुल सुभाष सुसाइड केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अतुल सुभाष ने न्यायिक व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। चर्चित सुसाइड केस में पुलिस ने पत्नी निकिता सिंघानिया, पत्नी के भाई अतुल सिंघानिया, अंकल सुशील सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया के खिलाफ केस दर्ज करके जांच में जुट गई है पुलिस ने खुदकुशी के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश के बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले अतुल सुभाष का सुसाइड केस पूरे देश में सोशल मीडिया के जरिए चर्चा का विषय बन गया है। अतुल सुभाष ने पत्नी ससुराल वालों और उत्तर प्रदेश में चलते केस में न्यायिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर 9 दिसंबर को खुदकुशी कर ली। जानकारी के मुताबिक अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले परिवारजनों को एक मेल और वीडियो शेयर किया था,वीडियो देखने के बाद परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। शेयर किए 90 मिनट के वीडियो में मृतक अतुल सुभाष ने अपनी दर्द भरी दास्तां बयां की है। वहीं 24 पेजों के सुसाइड नोट में अतुल ने सुसाइड के लिए अपनी पत्नी ससुराल वालों और न्यायिक व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है।
अतुल की टीशर्ट पर लिखा था, Justice is Deu
अतुल सुभाष ने बेंगलुरु में 9 दिसंबर को अपने बेडरूम के सीलिंग फैन से लटक कर फांसी लगा ली,सुसाइड के वक्त उन्होंने जो जो शर्ट पहनी थी उसे पर लिखा था Dustice is Deu. इससे पहले जारी किए गए डेढ़ घंटे का वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट में अतुल सुभाष द्वारा उठाए गए इस खौफनाक कदम उठाने के लिए अपनी पत्नी ससुराल जानू और न्यायिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार को जिम्मेदार ठहराया है आपको बताते चलें की अतुल सुभाष की उम्र 34 वर्ष थी 2019 में उनकी शादी जौनपुर की निकिता सिंघानिया से हुई थी जिससे उनका एक बच्चा था शादी के 2 साल बाद पत्नी ने दहेज उत्पीड़न पिता की हत्या और अप्राकृतिक यौन शोषण तक के, जो केस अतुल के खिलाफ दर्ज कराए थे जिसका जिक्र अतुल के 24 पन्नों के सुसाइड नोट में किया गया है इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया की प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज ने उन पर 3 करोड़ मेंटेनेंस देने का दबाव भी बनाया उसके बाद उनसे 5 लाख रुपए की रिश्वत भी मांगी। उन्होंने कहा कि दिसंबर तक वह इस केस को सेटल कर देंगी। अतुल ने अपने वीडियो में जज और पत्नी पर ऐसे कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
न्याय न मिलने पर मेरी अस्थियो को गटर में बहा देना- अतुल सुभाष
अतुल सुभाष ने सुसाइड से पहले जो वीडियो बनाया था उसमें उन्होंने कहा कि मुझे जिस उम्र में अपने माता-पिता का सहारा बनना था उसे उम्र में मैं उन्हें दुख देकर जा रहा हूं। इसके बाद उन्होंने कहा कि उनकी मौत के बाद पत्नी और उसके परिवार को उनके सबके पास आने की अनुमति न दी जाए। वही जब तक उनके कथित उत्पीड़न करने वालों को सजा नहीं मिल जाती तब तक उनकी अस्थियों का विसर्जन ना करें अगर भ्रष्टाचार की इस न्यायिक व्यवस्था मैं न्याय नहीं मिलता है तो वह मेरी हस्तियों को अदालत के बाहर गटर में बहा दें। वीडियो में अतुल सुभाष ने जौनपुर की जज पर भी उत्पीड़न और घूस मांगने का आरोप लगाया है। अतुल ने कहा है कि, जज की अदालत में तारीख के लिए पेश कर को घूस देनी पड़ती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए, प्रिंसिपल फैमिली कोर्ट की जज ने उन पर 3 करोड़ मेंटेनेंस देने का दबाव भी बनाया। उसके बाद उनसे पांच लाख रुपए की रिश्वत भी मांगी, उन्होंने कहा कि दिसंबर के आखिर तक वह इस केस को सेटल कर देंगी।
मेरे भाई को न्याय मिले'
अतुल के भाई विकास ने कहा, "मैं चाहता हूं कि मेरे भाई को न्याय मिले. मैं चाहता हूं कि इस देश में एक ऐसी कानूनी प्रक्रिया हो, जिसके जरिए पुरुषों को भी न्याय मिल सके. मैं उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहता हूं जो कानूनी कुर्सी पर बैठे हैं और भ्रष्टाचार कर रहे हैं क्योंकि अगर यह जारी रहा तो लोग न्याय की उम्मीद कैसे कर पाएंगे."
व्यवस्था में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि न्याय की उम्मीद तभी की जा सकती है जब यह भ्रष्टाचार मुक्त हो, जब हर पक्ष को समान रूप से सुना जाए और तथ्यों के आधार पर दलीलें दी जाएं. उन्होंने आरोप लगाया, "न्याय की उम्मीद तभी की जा सकती है जब तथ्यों के आधार पर निर्णय लिए जाएं और अगर ऐसा नहीं होता है, तो लोगों का धीरे-धीरे न्याय व्यवस्था पर से भरोसा उठना शुरू हो जाएगा. इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है कि लोग शादी करने से डरने लगेंगे. पुरुषों को लगने लगेगा कि अगर वे शादी कर लेंगे, तो वे पैसे बेचने वाली एटीएम मशीन बनकर रह जाएंगे."