नीरज जी के गीत एवं उनकी जीवनी को पाठ्य पुस्तकों में सम्मिलित किया जाए |AligarhNEWS

Chanchal Varma
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अलीगढ मीडिया डिजिटल,अलीगढ: कवि एवं साहित्यकार अमरसिह राही ने बताया कि अलीगढ़ की धरती का विश्व पटल पर नाम रोशन करने वाले, गीतों के राजकुमार पदम भूषण गीतकार डा० गोपालदास नीरज जी की जन्म शताब्दी के पावन अवसर पर बताया कि मुझे गीतकार डाॅ0 अवनीश राही के साथ कई अवसरों पर उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। वह जितने बड़े विद्धान व गीतकार थे वह उससे कहीं अधिक मृदुभाषी व सादगी के प्रतीक थे।

आपके द्वारा हमारी कई ओडियो, वीडियो, कैसेट्स का विमोचन व डा0 अम्बेडकर जीवनगाथा म्यूजिकल फिल्म का लोकार्पण किया गया था। आपके द्वारा पिता-पुत्र द्वारा रचित महाकाव्य बुद्धज्ञान महासागर का प्राक्थन लिखा था, जो महाकाव्य की शोभा बढ़ा रहा है। आपने फिल्मों में अनेकों गीत व अनेकों पुस्तकों की रचना करके अलीगढ़ का नाम विश्वपटल पर रोशन किया है, इसलिए अलीगढ़ को अब ताला नगरी के साथ-साथ नीरज की नगरी व नीरज की धरती के नाम से भी जाना जाता है।

आपको प्रदेश व भारत सरकार द्वारा अनेकों सम्मानों से विभूषित किया जा चुका है। अतः प्रदेश व भारत सरकार से अपेक्षा की जाती है कि भारत भूषण गीतकार डाॅ0 गोपालदास नीरज जी का जीवन परिचय व उनके द्वारा रचित पुस्तकों को इंटरमीडिएट व विश्वविद्यालय की पाठय पुस्तकों में सम्मिलित किया जाए। जिससे आने वाली भावी पीढ़ी लाभांवित हो सके।

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