अलीगढ मीडिया डिजिटल,अलीगढ: “उ0प्र0 पर्व- हमारी संस्कृति-हमारी पहचान के अन्तर्गत संस्कृति उत्सव-2024 के तहत ग्राम, पंचायत, ब्लॉक एवं तहसील स्तर के कलाकारों की प्रतियोगिताएं तहसील मुख्यालय पर 02 से 05 जनवरी के मध्य आयोजित की जाएंगी।
प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग द्वारा मण्डलायुक्त एवं जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र के क्रम में प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को सहेजने एवं प्रतिभावान कलाकारों को मुख्य धारा में लाकर उनका सम्मान करने के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं। तहसील मुख्यालय पर गायन, वादन एवं नृत्य विधाओं में प्रतियोगिताओं में चयनित कलाकारों की प्रतियोगिता 07 एवं 08 जनवरी को जिला मुख्यालय, 10 से 12 मण्डल मुख्यालय, 18 से 20 जनवरी को प्रदेश की राजधानी मुख्यालय एवं अंतिम रूप से चयनित सभी प्रतिभागियों की प्रस्तुतियां, सम्मान एवं पुरस्कार 24 से 26 जनवरी को लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में की जाएंगी।
10 जनवरी से पहले पंचायत सचिव नव चयनित ग्राम पंचायतों में करा दें स्वच्छता ऑडिट:जिलाधिकारी
अलीगढ मीडिया डिजिटल,अलीगढ:: जिलाधिकारी विशाख जी0 की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत द्वितीय चरण में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के लिए की जा रही गतिविधियों की समीक्षा की गई। डीएम ने जिले में डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण एवं स्वच्छता शुल्क जमा किए जाने के कार्य की सराहना करते हुए कहा कि जिले में अभी भी ऐसी कई ग्राम पंचायतें हैं जहां और अधिक कार्य किए जाने की आवश्यकता है, पंचायत सचिव ध्यान दें।
डीएम ने स्वच्छता ऑडिट की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि 10 जनवरी से पहले पंचायत सचिव नव चयनित ग्राम पंचायतों में स्वच्छता ऑडिट अवश्य करवा लें। सेक्रेटरी एवं प्रधान आम नागरिकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराते हुए इकाईयों के स्वामियों के साथ सभी की जनसहभागिता सुनिश्चित कर बैठक कराएं। ग्राम में दृश्यमान स्वच्छता स्थापित करने के लिए स्वच्छता शुल्क के संबंध में लोगों को जागरूक किया जाए। बीपीएल एवं अन्त्योदय परिवारों को स्वच्छता शुल्क से मुक्त रखते हुए सक्षम परिवारों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से ही शुल्क लिया जाए। उन्होंने आय-व्यय में पारदर्शिता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इसका सदुपयोग ई-रिक्शा, फॉगिंग मशीन, जैटिंग मशीन समेत स्वच्छता संबंधी अन्य रख-रखाव कार्यों पर किया जा सकता है। डीएम ने ग्रामों में दृश्यमान स्वच्छता स्थापित करने के लिए आरआरसी सेंटर को महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए कहा कि आरआरसी सेंटर के लिए उत्कृष्ट स्थान का चयन किया जाए जिसे हर समय क्रियाशील रखा जा सके। उन्होंने बताया कि डोर-टू-डोर कूड़ा संग्रहण की मॉनिटरिंग के लिए जल्द ही एक एप विकसित किया जा रहा है, जिसे प्रथम चरण में 81 ग्राम पंचायतों में लागू किया जाएगा। एप के माध्यम से उठाए जाने वाले कूड़े की फोटो एवं कार्यों की निगरानी की जाएगी जिससे उसके ऑनलाइन अभिलेखीकरण में मदद एवं पारदर्शिता होगी।
सीडीओ प्रखर कुमार सिंह ने बताया गया कि 852 ग्राम पंचायतों के सापेक्ष अभी तक 395 ई-रिक्शा के माध्यम से 584 ग्राम पंचायतों में घर-घर से कूड़ा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है, जिससे 29618 परिवार एवं 3121 व्यावसायिक इकाइयां आच्छादित हुई हैं। माह दिसंबर में 6 लाख 36 हजार 532 एवं अब तक लगभग 48 लाख रूपये स्वच्छता शुल्क के रूप में संग्रहीत किए गए हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत जिरौली हीरासिंह में 2 लाख 43 हजार, तोछीगढ़ में 1 लाख 95 हजार 565, कारस में 1 लाख 87 हजार 660, साथिनी में 1 लाख 54 हजार 355, गोपी में 1 लाख 32 हजार 957, गौमत में 1 लाख 10 हजार 30 रूपये की धनराशि स्वच्छता शुल्क के रूप में एकत्रित हुई है।
बैठक में डीडीओ आलोक आर्य, प्रभारी डीपीआरओ मोहम्मद राशिद, समस्त बीडीओ, पंचायत सचिव एवं ब्लॉक कॉर्डिनेटर उपस्थित रहे।