संस्थागत प्रसव में वृद्धि के लिए गर्भवती महिलाओं को न लाने वाली आशाओं को चेतावनी पत्र जारी

Aligarh Media Desk
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👉डीएम की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न

👉चिकित्सालयों में उपलब्ध संसाधनों का जरूरतमंदों को दिया जाए समुचित लाभ

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़: जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का संचालन करते हुए सीएमओ डा0 नीरज त्यागी ने विगत बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुपालन में बताया कि संस्थागत प्रसव में वृद्धि के लिए गर्भवती महिलाओं को न लाने वाली आशाओं को चेतावनी पत्र जारी किया गया है जिनमें छर्रा में 15, अतरौली में 04, गोंडा में 02, इगलास 14 एवं चण्डौस की 08 आशाएं शामिल हैं। जननी सुरक्षा योजना में जिला महिला चिकित्सालय एवं जेएनएमसी में सर्वाधिक भुगतान लंबित रहने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए समय से भुगतान सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। 

जिलाधिकारी ने मातृ मृत्यु दर समीक्षा करते हुए कहा कि जब प्रसव के दौरान या उपरांत किसी मॉ की मृत्यु होती है तो उससे सरकार द्वारा संचालित सभी स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रश्न चिन्ह लगता है, ऐसे में मातृ मुत्यु के कारणों की अच्छे से समीक्षा कर इसे न्यून किया जाए, जिले में मात्र मृत्यु दर के 04 प्रकरण पाए गए। आयुष्मान योजना में नए अस्पतालों को अनुबंधित करने के संबंध में बताया गया कि नया पोर्टल 25 फरवरी को लांच किया गया है। डीडीयू में ओपीडी और आईपीडी की संख्या घटने और 100 दिवसीय टीबी अभियान के दौरान भी एक्स-रे की संख्या में कमी होने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी प्रकट करते हुए बहानेबाजी छोड़ डीडीयू में आमजन को उपलब्ध संसाधानों का समुचित लाभ देने के निर्देश दिए। संस्थागत प्रसव की समीक्षा में जिला महिला चिकित्सालय में प्रगति रिपोर्ट कम पाए जाने पर चिकित्सालय प्रबंधक के कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए। परिवार नियोजन की समीक्षा में जिलाधिकारी ने जिले में पुरूष नसबंदी का कम प्रतिशत पाए जाने पर चिकित्साधिकारियों को निर्देशित किया कि संभ्रांत नागरिकों, अध्यापकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाकर लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश दिए। 

अंधता निवारण की समीक्षा के दौरान सीएमओ डा0 नीरज त्यागी ने बताया कि जिले में सरकारी, निजी एवं एनजीओ के माध्यम से 60718 के सापेक्ष 47556 रोगियों का ईलाज कराया गया है। डीएम ने आगामी माह में शत-प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। आयुष्मान कार्ड की समीक्षा में सीएमओ ने बताया कि जिले में 27 शासकीय एवं 55 निजी क्षेत्र के चिकित्सालय योजना से संबद्ध हैं। जिले में 12 लाख 75 हजार 513 आयुष्मान कार्ड धारक हैं जिनमें से 15806 कार्डधारक 70 प्लस आयुवर्ग के हैं। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक 1 लाख 63 हजार 989 मरीज योजना का लाभ ले चुके हैं और उपचार व भुगतान में प्रदेश में जिले का 11वां स्थान है। डीएम ने निर्देश दिए कि जिले के सभी पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान बन जाएं, सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आशाओं का लंबित भुगतान भी समय से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति के माध्यम से ग्रामों में बने स्वास्थ्य केंद्रों पर मूलभूत सुविधाओं समेत साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। आरसीएच पोर्टल की समीक्षा में डीएम ने कहा कि पोर्टल पर सभी नवजात शिशुओं का शत-प्रतिशत पंजीकरण कराएं ताकि उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का समुचित लाभ दिया जा सके। 

इस अवसर पर सीडीओ प्रखर कुमार सिंह समेत सभी सीएमएस, एमओआईसी एवं चिकित्साधिकारी उपस्थित रहे। 

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डीएम की अध्यक्षता में बर्ड फ्लू की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक संपन्न

डीएम ने जिले में संक्रमण की स्थिति पर पैनी नजर रखते हुए किसी भी आपातिक स्थिति से निपटने के लिए तैयारी करने के दिए निर्देश

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ | जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) की जिला स्तरीय टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का संचालन करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि एच5एन1 वायरस के कारण बर्ड फ्लू फैलता है। महाराष्ट्र के नागपुर में 05 जनवरी को 03 टाइगर और 01 लैपर्ड की मृत्यु होने पर जांच में संक्रमित मीट का सेवन पाए जाने पर पूरे देश में बर्ड फ्लू का एलर्ट जारी कर दिया गया। उत्तर प्रदेश में अभी ऐसा कोई प्रकरण संज्ञान में नहीं आया है। जबकि महाराष्ट्र के साथ ही एमपी, गुजरात, आसाम, त्रिपुरा, मणिपुर, सिक्किम, ओड़िसा एवं पश्चिम बंगाल में बर्ड फ्लू को चिन्हित किया गया है। 

उन्होंने जिले में किए जा रहे सुरक्षात्मक उपायों के बारे में बताया कि 119 सैपंल जांच के लिए लिए गए जो कि सभी नेगेटिव पाए गए। इसके साथ ही प्रतिमाह रूटीन जांच के तहत पोल्ट्री फार्म से सैंपल लिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण की चिन्हित में 3-लेयर सुरक्षात्मक कार्यवाही की जाती है। जिसमें 01 किलोमीटर तक संक्रमण जोन, 01-05 किलोमीटर तक क्वारंटीन जोन व 05-10 किलोमीटर तक सर्विलांस जोन बनाते हुए अग्रेतर कार्यवाही की जाती है। 

डीएम ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में संक्रमण की स्थिति पर पैनी नजर रखी जाए ताकि किसी भी आपातिक स्थिति से निपटने के त्वरित कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि सभी पोल्ट्री फार्म स्वामियों के संपर्क में रहें और उन्हें शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों से भली भांति अवगत कराते रहें। बैठक में सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, सीएमओ डा0 नीरज त्यागी समेत संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। 

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