- जिला पर्यावरण, जिला वृक्षारोपण एवं जिला गंगा समिति की संयुक्त बैठक संपन्न
- जिले में रोपे जाएंगे 3438600 पौधे, लक्ष्य के सापेक्ष वन विभाग के पास 43 लाख एवं उद्यान विभाग के पास 2.50 लाख पौधों की उपलब्धता
- अधिकारी लक्ष्य के सापेक्ष स्थल चयन एवं गड्ढ़ा खुदाई सबंधी ऐक्शन प्लान रिपोर्ट तैयार कर जल्द से जल्द करें प्रस्तुत
- पौधों की जीवितता के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं एवं निजी क्षेत्र के सहयोग से ट्री-गार्ड एवं फेंसिंग की कराई जाए व्यवस्था
अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़| जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला पर्यावरण, जिला वृक्षारोपण एवं जिला गंगा समिति की संयुक्त बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पर्यावरणीय संरक्षण एवं गंगा स्वच्छता से जुड़ी विभिन्न योजनाओं, परियोजनाओं की प्रगति समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखना वर्तमान समय की महती आवश्यकता है। औद्योगिक इकाइयों, निर्माण कार्यों एवं अन्य परियोजनाओं को पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप संचालित किया जाना अनिवार्य है। उन्होंने निर्देशित किया कि जिले में संचालित सभी उद्योगों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।
जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने गंगा नदी की स्वच्छता एवं अविरलता बनाए रखने के लिए विभिन्न विभागों को समन्वय कर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गंदे नालों का जल गंगा में प्रवाहित न हो, इसके लिए ट्रीटमेंट प्लांट की कार्यप्रणाली की साप्ताहिक समीक्षा की जाए। इसके साथ ही, जन जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को गंगा में कूड़ा-कचरा एवं पूजा सामग्री न फेंकने के लिए प्रेरित किया जाए। बैठक में जिला गंगा समिति द्वारा किए जा रहे वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान, जैव विविधता संरक्षण एवं जल स्रोतों के पुनर्जीवन संबंधी प्रयासों की भी समीक्षा की गई। सदस्य जिला गंगा समिति ज्ञानेश शर्मा गंगा घाटों पर अवैध अतिक्रमण, स्नान करने वालों की सुरक्षा के लिए गंगा घाटों पर गहरे जल में वैरिकेडिंग, गंगा किनारे स्नान घाट पर अंत्येष्टि क्रिया पूर्णतः रोके जाने एवं गंगा किनारे खेतों में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग रोके जाने संबंधी सुझाव दिए, जिस पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने गंगा किनारे के ग्रामों की एसएचजी के माध्यम से महिलाओं को हैंडीक्राफ्ट यथा प्रसाद, धूपबत्ती, अगरबत्तियां बनाने, चटाइयाँ एवं झाड़ू बनाने के लिए प्रोत्साहित करने के भी निर्देश दिए।
जिला वृक्षारोपण समिति की बैठक में डीएफओ नवीन कुमार ने बताया कि शासन द्वारा जिले में जिले में 3438600 पौधे रोपित किए जाने का लक्ष्य प्राप्त हो गया है जिसे संबंधित विभागों को उपलब्ध करा दिया गया है। कुछ विभागों द्वारा आंवटित लक्ष्य के सापेक्ष अभी भी कार्ययोजना उपलब्ध नहीं कराई गई है। वृहद वृक्षारोपण की सफलता के लिए 43 लाख पौधे वन विभाग और 2.50 लाख से अधिक पौधे उद्यान विभाग तैयार कर रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने अवशेष सभी अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष स्थल चयन एवं गड्ढ़ा खुदाई सबंधी ऐक्शन प्लान रिपोर्ट तैयार कर जल्द से जल्द से भेजने के निर्देश देते हुए कहा कि वृहद वृक्षारोपण के साथ ही रोपे गए पौधों की जीवितता भी सुनिश्चित कराई जाए। उन्होंने स्वयंसेवी संस्थाओं एवं निजी क्षेत्र के सहयोग से पौधों के लिए ट्री-गार्ड एवं फेंसिंग की भी समुचित व्यवस्था कराए जाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह, डीडीओ आलोक आर्य, उप निदेशक कृषि यशराज, डीआईओएस डा0 सर्वदानन्द, सीवीओ डॉ0 दिवाकर त्रिपाठी, संयुक्त आयुक्त उद्योग बीरेंद्र कुमार, एक्सईएन सिंचाई राजेंद्र कुमार, एक्सईएन लोनिवि योगेश कुमार वन विभाग, नगर निकाय, सदस्य गंगा समिति ज्ञानेंद्र शर्मा, अशोक चौधरी,एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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