#Breaking! धनीपुर के बरौठा ग्राम पंचायत में प्रधानपति ने रोका मिट्टी कार्य, मनरेगा श्रमिकों को फटकार कर घर भेजा

Aligarh Media Desk

अलीगढ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़| कोल तहसील के बरौठा ग्रामपंचायत के चकमार्ग संख्या 2 पर किसानों द्वारा अवैध कब्ज़ा किये जाने की शिकायत पर तहसीलदार ने कार्रवाई करते हुए चकमार्ग को कब्ज़ा मुक्त कराने के लिए खंड विकास अधिकारी धनीपुर को चकमार्ग पर मिट्टी कार्य कराये जाने के निर्देश दिए थे| निर्देशों के अनुपालन में बुधवार को चकमार्ग पर मिट्टी कार्य करने पहुँचे मनरेगा कर्मियों को बरौठा ग्राम पंचायत के प्रधान पति ने फटकाकर बापिस घर भेज दिया| जिससे चकमार्ग पर मिट्टी कार्य नहीं हो सका| 

जानकारी के मुताबिक सफ़ेदपुरा निवासी प्रेमदेव सिंह का बरौठा ग्राम पंचायत सीमा में कृषि भूमि गाटा संख्या 01 हैं, इस खेत पर कृषि उपकरण एवं आवागमन हेतु रामघाट रोड से एक चकमार्ग संख्या 01 भू अभिलेखों में दर्ज हैं| जिस पर कुछ स्थानीय किसानों ने अवैध कब्ज़ा कर रखा हैं| चकमार्ग को कब्ज़ा मुक्त कराने को लेकर किसान की और से जिलाधिकारी को शिकायत की गई जिसके बाद इलाका लेखपाल ने चकमार्ग की निशांदेही करके चकमार्ग को ग्राम प्रधान के सपुर्द करते हुये खंड विकास अधिकारी धनीपुर को चकमार्ग पर मिट्टी कार्य कराने का अनुरोध किया|

लेखपाल की आख्या के बाद तहसीलदार कोल ने विकास खंड अधिकारी ने मनरेगा से मिट्टी कार्य कराये जाने की कार्ययोजना तैयार कराकर बुधवार को कार्य करना शुरू किया लेक़िन ग्राम प्रधानपति ने काम करने पहुँचे मनरेगा कर्मियों को फटकार कर घर भेज दिया| प्रधानपति का आरोप हैं कि जब मनरेगा श्रमिकों को कार्यस्थल चकरोड पर भेजा गया तब इलाका लेखपाल मौके पर नहीं पहुंचे| कई घंटों इंतजार और फ़ोन करने के बाद भी लेखपाल चकमार्ग पर नहीं पहुँचे| जिसके कारण उन्होंने मिट्टी कार्य नहीं कराया| वहीं लेखपाल का कहना हैं कि उन्होंने चकमार्ग की पैमाइश और निशांदेही करके ग्राम प्रधान के सपूर्दगी करा दी थी, चकमार्ग पर मिट्टी कार्य रुकबाना गलत हैं|