राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस विशेष! "एक किसान का बेटा, जो डॉक्टर बनकर बना उम्मीद की किरण"

Aligarh Media Desk


डॉ० कामरान अली की प्रेरणादायक जीवन-यात्रा

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, न्यूज़ ब्यूरो, अलीगढ़| जब हम डॉक्टर की परिभाषा सोचते हैं, तो हमारे सामने एक ऐसा व्यक्तित्व आता है जो निस्वार्थ सेवा, जिम्मेदारी, धैर्य और समर्पण का प्रतीक होता है। राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर ऐसे ही एक युवा, कर्मठ और प्रेरणादायक डॉक्टर की कहानी को जानना बेहद जरूरी है — डॉ० कामरान अली, जो एक किसान परिवार में जन्म लेकर आज चिकित्सा सेवा के क्षेत्र में एक मजबूत पहचान बना चुके हैं।

 गांव से शुरू हुआ सफर, जहां सपने सीमित थे लेकिन हौसले असीम

डॉ० कामरान अली का जन्म 14 नवंबर 1999 को उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के सहसवान कस्बे में एक सामान्य किसान परिवार में हुआ। उनके पिता श्री लुकमान अली और माता श्रीमती संजीदा ने अपने बेटे को सादा जीवन, उच्च विचार और सेवा की भावना के संस्कारों से पोषित किया। गाँव का माहौल, सीमित संसाधन और आर्थिक चुनौतियाँ थीं, लेकिन कामरान का सपना कुछ अलग था — "डॉक्टर बनना और लोगों की जान बचाना"।


शिक्षा के संघर्ष में संकल्प की जीत

कामरान की प्रारंभिक शिक्षा सहसवान के एक स्थानीय स्कूल में हुई। पढ़ाई के प्रति उनका समर्पण इतना मजबूत था कि उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कीं। परिवार की सीमित आर्थिक स्थिति के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अलीगढ़ जाकर डॉक्टर बनने का सपना पूरा करने का निश्चय किया।


 डॉक्टर बनने की राह- कठिनाइयों से भरा, लेकिन उम्मीदों से रोशन

डॉ० कामरान ने अलीगढ़ के प्रतिष्ठित जे.डी. आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में प्रवेश लिया। उन्होंने Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery (BAMS) की पढ़ाई की और वर्ष 2023 में प्रथम श्रेणी से सफलता प्राप्त की। यह केवल डिग्री नहीं थी — यह उनके संघर्ष, तपस्या और परिवार की उम्मीदों की जीत थी।


 डॉक्टरी की दुनिया में पहला कदम- ICU और इमरजेंसी में उत्कृष्ट सेवा

डॉ० कामरान ने अपनी चिकित्सा सेवा की शुरुआत अलीगढ़ के प्रमुख अस्पतालों में की — सिटी हॉस्पिटल, गुड केयर हॉस्पिटल, वकार हॉस्पिटल और अभीश्री हॉस्पिटल। यहां उन्होंने इमरजेंसी और आईसीयू विभागों में दिन-रात मेहनत की, सैकड़ों गंभीर रोगियों को समय पर इलाज देकर जीवनदान दिया।

उनकी सटीक निर्णय क्षमता, तेज़ प्रतिक्रिया, करुणामयी व्यवहार और प्रोफेशनल अप्रोच ने उन्हें जल्दी ही एक भरोसेमंद और लोकप्रिय डॉक्टर बना दिया।


👉वर्तमान कार्य — शेखर सर्राफ मेमोरियल हॉस्पिटल में सेवा

वर्तमान में डॉ० कामरान अली, शेखर सर्राफ मेमोरियल हॉस्पिटल, अलीगढ़ में बतौर इमरजेंसी डॉक्टर कार्यरत हैं। यहां वे 24x7 मरीजों की सेवा में तत्पर रहते हैं। उन्हें न केवल मरीजों बल्कि सहकर्मियों और वरिष्ठ चिकित्सकों का भी अत्यधिक स्नेह और सम्मान प्राप्त है।  

📌एक युवा डॉक्टर, जो आज के युवाओं के लिए बना है प्रेरणा स्रोत

डॉ० कामरान की कहानी उन लाखों युवाओं को रास्ता दिखाती है जो सीमित संसाधनों में भी बड़ा सपना देखने की हिम्मत रखते हैं। उनकी यात्रा यह सिद्ध करती है कि यदि मेहनत, ईमानदारी और जुनून हो तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।

उनका जीवन एक प्रेरणादायक उदाहरण है कि किसी भी गांव का बेटा, यदि ठान ले तो शहरों में भी नाम कमा सकता है और समाज के लिए रोशनी की किरण बन सकता है।


🏆 राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर विशेष सम्मान

आज 1 जुलाई 2025 को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस के अवसर पर समाज और चिकित्सा क्षेत्र डॉ० कामरान अली जैसे समर्पित चिकित्सकों को सलाम करता है, जिनकी निस्वार्थ सेवा लाखों के जीवन में आशा की लौ बनकर चमक रही है |