13 अगस्त को कारपोरेट विरोधी दिवस मनाएंगे, ट्रंप का पुतला जलाएंगे
अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़। क्रांतिकारी किसान यूनियन के बैनर तले जिरौली डोर के 129 किसानों ने लाल डिग्गी स्थित बिजली घर पर जमा कराए।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार करीब साढ़े 12 बजे सैकड़ों की संख्या में ट्रेक्टरों और निजी वाहनों से किसान स्मार्ट मीटर साथ लेकर लाल डिग्गी बिजली कार्यालय पहुंचे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। किसान अधिशासी अभियंता द्वितीय अंशुल यादव के दफ्तर के सामने धरने पर बैठ गए। धरने को संबोधित करते हुए क्रांतिकारी किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शशिकांत ने कहा कि स्मार्ट मीटर बिजली के निजीकरण की साज़िश का ही हिस्सा है। जिसका संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देश भर में विरोध जारी है। स्मार्ट मीटर योजना से बिजली उपभोक्ताओं की लूट का रास्ता बनाने की साजिश रची जा रही है। सभी किसान -मजदूर एकजुटता के साथ कारपोरेट की ऐसी हर लूट की साजिश को नाकामयाब करेंगें।
वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष नगेन्द्र चौधरी ने कहा कि दुनिया के कारपोरेट मिलकर हमारी जमीन और रोजगार-धंधे छीनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने न बताया कि 13 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय अपील पर कारपोरेट भारत छोड़ो दिवस के रूप में मनाते हुए देश पर 50% टैरिफ थोपने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का पुतला जलाएंगें।
इनके अलावा मंडल प्रभारी सुरेशचंद्र गांधी, जिला महामंत्री नरेंद्र पाल सिंह, जिला उपाध्यक्ष सत्यवीर चौधरी, अशोक नगोला, कृष्णकांत सिंह, सर्वेश सिंह, शंकर पाल सिंह, चेतन सिंह एवं किसान सभा के जिलाध्यक्ष सूरजपाल उपाध्याय ने भी संबोधित किया। धरने में मौजूद सैकड़ों किसानों ने स्मार्ट मीटर विरोधी अभियान को गांव-गांव जारी रखने का ऐलान किया।
धरने के दौरान करीब तीन बजे जब कोई अधिकारी नहीं आए, तब अधिशासी अभियंता द्वितीय के कार्यालय में संपर्क किया। लेकिन अधिकारी नदारद थे। फोन से वार्ता करने पर सभी अधिकारी मीटर की वापसी में आनाकानी करने लगे। तब किसानों ने अधीक्षण अभियंता के कार्यालय का घेराव कर लिया, जमकर नारेबाजी की। स्मार्ट मीटर योजना वापस करो, बिजली के निजीकरण का फैसला वापस लो आदि नारे बिजली कार्यालय में गूंजने लगे।
करीब एक घंटे बाद अधिशासी अभियंता द्वितीय अंशुल यादव के साथ अधीक्षण अभियंता और एसडीओ सारसौल किसानों के बीच वार्ता के लिए पहुंचे। शुरूआत में सभी अधिकारी स्मार्ट मीटर के फायदे गिनाते रहे, लेकिन किसानों ने स्मार्ट मीटर योजना को सिरे से नकार दिया। किसान नेताओं के साथ एक घंटे की तीखी नोंकझोंक के दौरान स्मार्ट मीटर में ज्यादा बिलिंग और प्रीपेड बिलिंग जैसी तमाम खामियां उठायी। आखिरकार अधिकारियों को किसानों की स्मार्ट मीटर वापसी की मांग को मानना पड़ा। 129 किसानों ने मय रिकार्ड के साथ विभाग में स्मार्ट मीटर जमा करा दिए।