अतरौली में लोधी समाज के लिए मैं नहीं झुकूंगा, मैं नहीं डरूंगा: गगन कुमार लोधी

Aligarh Media Desk

अलीगढ मीडिया डिजिटल, अतरौली|लोधी समाज के प्रतिनिधित्व की धाक को समूचे प्रदेश में ज़माने वाले बाबूजी की ज़मीन पर अतरौली पुलिस ने प्रशासन के इशारे पर जिस तरह लोधी समाज की 'काली' गाँव खेड़ा के प्रधान के रूप में निकाली हैँ वह अच्छा संकेत नहीं हैँ| भले ही अपराधी को सजा दी जाये लेकिन जाति विशेष को टारगेट करके जब पुलिस और प्रशासन जब दमनकारी नीति पर उतर आये तों समाज को जबाब देना ही चाहिए| जिला बदर की कार्रवाई में पुलिस ने प्रशासन के आदेश को जिस तरह अपनी कुंठा और भड़ास निकालने के लिए ठोल नगाड़ो के साथ जुलूस का रूप बना दिया यह मानवाधिकार का उल्लंघन हैँ| और लोधी समाज को यह सन्देश भी हैँ कि समाज के जिन बड़े नेताओं को अपना रहनुमा मानते हैँ वह सिर्फ सत्ता के लिए आपको प्रयोग करते हैँ| हालांकि इस बात से अलग अतरौली में एक आम लड़का लोधी समाज के आधिकारों की रक्षा के लिए जी जान से संघर्ष कर रहा हैँ, वह हैँ गगन कुमार लोधी| 

गगन कुमार लोधी अपने सीमित संसाधनों से उन सभी मुद्दों पर लोधी समाज की दमदारी से आवाज बुलंद कर रहा हैँ जिस पर बड़े बड़े नेता चुप्पी साधे हुये हैँ| 

पढ़िए, गगन लोधी का सन्देश!

कल हम तहसील अतरौली पर गांव खेड़ा के सम्मानित ग्राम प्रधान अमित कुमार जी के समर्थन में एसडीएम को ज्ञापन देने पहुंचे थे। हमारा मकसद सिर्फ़ और सिर्फ़ अन्याय के खिलाफ आवाज़ उठाना था। लेकिन जो कुछ वहां हुआ, वह बहुत शर्मनाक और दुखद था।

जब हम ज्ञापन देने से पहले समाज के बीच अपनी बात रख रहे थे, तभी राजू भैया के नशे में धुत गुंडों ने मेरे साथी Lodhi Krishna Rashtrawadi साथ मै क्षत्रिय मनोज कुमार लोधी पर हमला किया, गाली-गलौज की और हाथापाई की। जब मैंने बीच-बचाव किया, तो मुझे भी धक्का देने का प्रयास किया गया।

मैंने उन्हें शांतिपूर्वक समझाया कि ये सब कुछ एसडीएम, तहसीलदार और पुलिस प्रशासन के सामने हो रहा है। क्या यह तरीका है लोकतंत्र में विरोध की आवाज़ को दबाने का?


हम वहां अमित कुमार जी पर लगे झूठे राजनीतिक मुकदमों के खिलाफ आवाज़ उठाने आए थे। जिस तरह से उन्हें ढोल-नगाड़ों के साथ अपमानित कर जिला बदर किया गया, वो किसी भी जनप्रतिनिधि के साथ नहीं होना चाहिए।

और शर्म की बात ये थी कि कुछ लोग वहाँ खड़े होकर "राजू भैया ज़िंदाबाद" के नारे लगा रहे थे – जबकि ना कोई माँग थी, ना कोई मुद्दा। यह सिर्फ़ दमन और सत्ता की राजनीति का खेल था।

🔴 लेकिन मैं वादा करता हूँ –

मैं चुप नहीं बैठूंगा।

मैं अपने समाज को जागरूक करूंगा।

मैं युवाओं को सिखाऊंगा कि सरकार से कैसे सवाल करना है।

मैं हर अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाता रहूंगा।

अगर आप अन्याय के खिलाफ हैं –

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👉 और बताएं कि अब समाज जाग रहा है।


आपका साथी –

गगन कुमार लोधी

(एक संघर्षशील आवाज़, अन्याय के खिलाफ)

लेकिन उनको बता देता हूं समय आएगा किसी को भी नहीं बक्शा जायेगा।