"विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस" का आयोजन कर विस्थापित परिजनों को किया गया सम्मानित

Aligarh Media Desk


  • मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत ने कहा ’’हम सभी यह सुनिश्चित करें कि ऐसी स्थिति अब दोबारा कभी भी न आए’’
  • युवा पीढ़ी इतिहास से प्रेरणा लेकर समाज में भाईचारे और परस्पर सम्मान की भावना को प्रबल बनाएं              -इंजी0 राजीव शर्मा

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़ : मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विजय सिंह की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में ’’विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 1947 मे हुए देश के विभाजन से उत्पन्न मानव त्रासदी और विस्थापन के पीड़ादायक इतिहास को स्मरण किया गया। कलैक्ट्रेट सभागार में आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत नागरिकों, छात्र-छात्राओं, सामाजिक संगठनों एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने शांति, सद्भाव और राष्ट्रीय एकता बनाए रखने का संकल्प लिया। 

मा0 अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती विजय सिंह ने कहा कि विभीषिका मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक है। लाखों लोगों से अपने घर, जमीन जायदाद, प्रियजनों और यहां तक कि अपने जीवन तक को खो दिया। उन्होंने कहा कि हम सभी को यह सुनिश्चित करना है कि ऐसी स्थिति अब दोबारा कभी भी न आए। देश की एकता, अखण्डता और सामाजिक सौहार्द अक्षुण्ण रहे। 

मा0 महानगर अध्यक्ष इंजी0 राजीव शर्मा ने कहा कि यह त्रासदी क्यों और कैसे हुई, आज की युवा पीढ़ी को जानने की जरूरत है। 1947 में घटित त्रासदी इतनी विकराल थी कि लगभग 1.5 करोड़ लोगों विस्थापित होना पड़ा, धन-संपदा को लूटा गया, जान बचाने को भागना पड़ा। उन्होंने युवा पीढ़ी से कहा कि इतिहास से प्रेरणा लेकर समाज में भाईचारे और परस्पर सम्मान की भावना को प्रबल बनाएं। इस दौरान अतिथियों एवं स्कूली बच्चों ने प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। 

सिंध एवं सिक्ख समाज से आए नागरिकों ने मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि विभाजन की त्रासदी से भावी पीढ़ी को अवगत कराने के लिए इस प्रकार के आयोजन करना एक सराहनीय प्रयास है। सरदार भूपेन्द्र सिंह जत्थेदार ने कहा कि विभाजन की त्रासदी को याद कर आज भी रूह कांप उठती है। सरदार राजेन्द्र सिंह ने कहा कि समाज ने मेहनत मजदूरी कर पेट पाला और कभी अपने स्वाभिमान से समझौता न करते हुए देश का शीश नहीं झुकने दिया। ओमप्रकाश राजानी ने पुराने दिनों को याद कर बताया कि जब उनके माता-पिता त्रासदी के समय को याद करते थे तो उनके आंसू नहीं थमते थे। 

इस अवसर पर सिदक सिंह, सुरेश कुमार, मनमोहन सचदेवा, यश नवलानी, जगदीश नवलानी, शंकर मखीजा, रमेश लाल, प्रवीण आर्य, अनिल कुमार, गुरूदीप सिंह, हरदीप जुनेजा, संतोष कुमार एवं अन्य सिक्ख व सिंध समाज के महानुभावों को शॉल ओढ़ाकर व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम में जिलाधिकारी संजीव रंजन, एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, पीडी भाल चन्द त्रिपाठी, डीआईओएस पूरन सिंह, डीपीआरओ यतेन्द्र सिंह, अर्चना फौजदार समेत अन्य अधिकारी, गणमान्य नगरिक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। सीडीओ प्रखर सिंह ने मुख्य अतिथि एवं कार्यक्रम में आए प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन नीतू सारस्वत द्वारा किया गया। 

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