BNS की धारा 316 (2) के अनुसार, आपराधिक विश्वासघात का अपराध करने वाले व्यक्ति को 5 साल तक की कैद या जुर्माना या दोनों से दंडित किया जाएगा। यह उस अपराध की सामान्य सजा है जो किसी को सौंपी गई संपत्ति का गबन या दुरुपयोग करता है।
आपराधिक विश्वासघात: इसका मतलब है कि कोई व्यक्ति जिस संपत्ति (जैसे पैसा, सामान, शेयर) के साथ विश्वास में था, उसका बेईमानी से या निजी लाभ के लिए गलत इस्तेमाल करता है।
सजा: सामान्य अपराधों के लिए सजा 5 साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों हो सकती है।
कठोर दंड: धारा 316 के अन्य हिस्सों में क्लर्क, सरकारी कर्मचारियों और बैंकरों जैसे पदों के लिए और भी अधिक कठोर दंड का प्रावधान है, जो मामले की गंभीरता और व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है।
ज़मानत: यह अपराध आमतौर पर गैर-जमानती होता है, जिसका मतलब है कि अदालत के फैसले के बिना आसानी से ज़मानत नहीं मिल सकती।

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