राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर किया गया भावपूर्ण नमन

Aligarh Media Desk

 


156वें अहिंसा दिवस पर कलक्ट्रेट एवं कमिश्नरी में दो महापुरुषों को याद किया गया

अलीगढ़ मीडिया डिजिटल, अलीगढ़: 156वें अहिंसा दिवस पर कमिश्नरी एवं कलक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती बड़े ही श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मण्डलायुक्त संगीता सिंह एवं डीएम संजीव रंजन ने दोनों महापुरुषों के चित्र का अनावरण कर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके आदर्शों को आत्मसात करने का आह्वान किया।मण्डलायुक्त, जिला मजिस्ट्रेट, अपर आयुक्त समेत अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने गांधी जी और शास्त्री जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर शत-शत नमन किया। उपस्थित अधिकारियों ने दोनों महापुरुषों के जीवन मूल्यों और विचारधारा पर विस्तार से प्रकाश डाला।


मंडलायुक्त संगीता सिंह ने गांधी एवं शास्त्री जी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दोनों महान विभूतियों को नमन किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी का मूल मंत्र अहिंसा था, जिसके बल पर उन्होंने आज़ादी की लड़ाई जीती। दशहरे का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह पर्व बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। शास्त्री जी के जीवन को प्रेरणादायी बताते हुए मंडलायुक्त ने कहा कि उनका दिया नारा “जय जवान, जय किसान” आज भी पूरी तरह सार्थक है। उन्होंने कहा कि सशक्त जवान और किसान ही एक सशक्त राष्ट्र की नींव हैं। मंडलायुक्त ने गांधी जी को एक विचार बताते हुए कहा कि उनके जीवन पर रामचरित्र और गीता के कर्म सिद्धांत का गहरा प्रभाव था।कमिश्नरी में अपर आयुक्त वी.के. सिंह, संयुक्त विकास आयुक्त मंशाराम यादव सहित मण्डलीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।

जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि आज का दिन गौरवान्वित करने वाला है, क्योंकि दो ऐसे महापुरुषों का जन्म हुआ जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के साथ-साथ आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की दिशा में आगे बढ़ाया। शास्त्री जी ने देश की जनता को "जय जवान, जय किसान" का अमर मंत्र दिया और सादगीपूर्ण जीवन जीकर पूरे समाज के लिए प्रेरणा बने। उन्होंने अधिकारियों कर्मचारियों से कहा कि शासकीय कार्यों में जब भी निर्णय लेने की स्थिति आए, तो हमेशा समाज के सबसे गरीब व्यक्ति को ध्यान में रखते हुए ही फैसला करें, ताकि नीति का लाभ अंतिम पायदान तक पहुँच सके। जीवन का लक्ष्य होना चाहिए कि आपकी वजह से किसी अन्य व्यक्ति को दुख या परेशानी न पहुंचे।

एडीएम प्रमोद कुमार ने कहा कि दोनों महापुरुषों का जीवन सिखाता है कि साधारण से दिखने एवं रहने वाले व्यक्ति भी असाधारण परिवर्तन ला सकते हैं।

अहिंसा दिवस पर अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की और गांधी जी की प्रिय रामधुन गाकर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। कलेक्ट्रेट में कार्यक्रम का संचालन कामिनी शर्मा ने किया। इस अवसर पर एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एडीएम प्रशासन पंकज कुमार, नगर मजिस्ट्रेट अतुल गुप्ता, वरिष्ठ कोषधिकारी योगेश कुमार समेत अन्य प्रशासनिक अधिकारी एवं कलक्ट्रेट पटल कार्मिक उपस्थित रहे।